मुंबई ड्रग्स मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट से आर्यन खान को जमानत मिल गई है। तीन दिनों से आर्यन खान की जमानत याचिका पर सुनवाई बॉम्बे हाई कोर्ट में चल रही थी। कोर्ट में जज के सामने आर्यन खान के वकील पूर्व एटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी, अरबाज मर्चेंट के वकील अमित देसाई और मुनमुन धमेचा के वकील ने अपनी कई दलीलें पेश की। वहीं गुरुवार को एनसीबी ने कोर्ट में अपना पक्ष रखा जिसके बाद बॉम्बे हाई कोर्ट ने अपना फैसला जमानत याचिका पर सुनाया। फिलहाल आर्यन खान मुंबई की आर्थर रोड जेल में 8 अक्टूबर से बंद हैं। इन्हें एनसीबी ने 3 अक्टूबर को मुंबई क्रूज ड्रग्स पार्टी के दौरान गिरफ्तार किया था।
26 और 27 अक्टूबर को आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा के वकीलों ने कोर्ट में अपने क्लाइंट की पैरवी की। जिसके बाद एनसीबी को अपना पक्ष रखना था लेकिन कोर्ट का वक्त बुधवार को खत्म हो गया था जिसके बाद आगे की सुनवाई इस केस की गुरुवार को रखी गई। गुरुवार को कोर्ट में मुंबई क्रूज पार्टी मामले में एनसीबी ने अपना पक्ष रखा।
एनसीबी की तरफ से ASG अनिल सिंह ने कहा कि आर्यन खान पिछले कई सालों से ड्रग्स ले रहे हैं। इसके सबूत हैं कि वो अधिक मात्रा में ले रहे हैं। आर्यन कई पेडलर से संपर्क में हैं। कुल 12 लोगों का ग्रुप क्रूज पर जाने वाला था, जिसमें से 11 को एनसीबी ने पकड़ा। इस मामले में पकड़े गए अचित कुमार ड्रग पेडलर है, जिसे बाद में गिरफ्तार किया गया है और यह आरोपी नंबर 17 है।
अनिल सिंह ने रिया और शौविक चक्रवर्ती मामले का हवाला देते हुए कहा कि दोनों को इस सेक्शन में जमानत नहीं मिली थी। इसलिए आर्यन को भी नहीं मिलनी चाहिए। इस मामले में सेक्शन 28 लगाया है, क्योंकि आर्यन इस पूरी षड्यंत्र का हिस्सा थे। एक कमर्शियल क्वांटिटी में डील अटेम्प्ट हो रहा था। अरबाज आरोपी नंबर 2 आर्यन का बचपन का दोस्त है। क्रूज पार्टी से पहले दोनों आर्यन के घर से निकले और क्रूज टर्मिनस पर पहुंचे तब उन्हें पकड़ा गया। दोनों एक ही कमरे में रहने वाले थे। हमने सेक्शन 8 लगाया है।
एनसीबी ने शाहरुख की मैनेजर पर लगाया आरोप
मंगलवार को सुनवाई के दौरान एनसीबी ने शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी का नाम लिया है, जिसमें कहा गया है, “इस तरह के कथित हलफनामे में स्पष्ट रूप से मैनेजर पूजा ददलानी का नाम जुड़ा है. ऐसा सामने आया है कि इन महिला ( पूजा ददलानी) ने जांच के दौरान गवाह को प्रभावित किया है. एनसीबी का कहना है कि गवाहों को प्रभावित किया जा रहा है और आर्यन खान की जमानत खारिज करने का यह एक जरूरी आधार होना चाहिए.
कैसे हुई आर्यन खान की गिरफ्तारी?
2 अक्टूबर को एनसीबी ने आर्यन खान को गिरफ्तार किया था. दरअसल, मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज शिप पर होने वाली ड्रग्स पार्टी में आर्यन खान भी शामिल थे. क्रूज शिप पर एनसीबी ने छापा मारा था और वहां से आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट, मुनमुन धमेचा समेत 8 लोगों को गिरफ्त में लिया था. हालांकि आर्यन के पास से कोई ड्रग्स नहीं मिली थी. लेकिन एनसीबी ने आर्यन पर कई गंभीर आरोप लगाए.
क्रूज ड्रग्स केसः किरण गोसावी को पुणे पुलिस ने किया गिरफ्तार, कई दिनों से थी तलाश
आर्यन खान मामले में एनसीबी के गवाह किरण गोसावी को पुणे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसके खिलाफ धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं. पुलिस उसकी पिछले कई दिनों से तलाश कर रही थी. आखिरी बार उसकी लोकेशन यूपी के फतेहपुर में मिली थी जिसके बाद पुणे पुलिस की दो टीमें यूपी भी आई. पुणे पुलिस ने गोसावी के मोबाइल को सर्विलांस पर लिया गया था. किरण गोसावी पुणे के फरसखाना थाने में धोखाधड़ी मामले का आरोपी है. यह मामला साल 2018 का है. उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी है. इस मामले में वो फरार चल रहा था. किरण गोसावी क्रूज ड्रग्स केस में आर्यन खान के साथ सेल्फी लेने के बाद सुर्खियों में आया था. उसके साथी शेरबानों कुरैशी को पुणे पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
क्या था मामला
पुणे पुलिस के मुताबिक साल 2018 में किरण गोसावी और शेरबानो कुरैशी ने पुणे के चिन्मय देशमुख नाम के एक युवक को मलेशिया में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था. इसी झांसे में लेकर उससे 3 लाख रुपये ठग लिए थे. 2018 में ही किरण गोसावी के खिलाफ पुणे के फरसखाना पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था. पुणे पुलिस इसी मामले में शेरबानो कुरैशी को मुंबई से गिरफ्तार कर चुकी है. गोवासी के खिलाफ जारी लुकआउट नोटिस के कारण देश के सभी एयरपोर्ट्स अलर्ट पर थे.
गिरफ्तारी से पहले बनाया वीडियो
गिरफ्तारी से पहले किरण गोसावी ने अपना बयान रिकॉर्ड किया था. किरण गोसावी के बॉडी गार्ड प्रभाकर सैल ने NCB पर गंभीर आरोप लगाए थे और खुद की जान खतरे में होने का दावा किया था. किरन गोसावी ने कहा है कि प्रभाकर साइल पैसे लेकर आरोप लगा रहा है. प्रभाकर और उसके दोनो भाईयों के सीडीआर की जांच हो.. सब साफ हो जाएगा. गोसावी ने एक वीडियो शेयर की जिसमें कहा कि मुझे कुछ कहना है… प्रभाकर सैल के बारे में जो वीडियो उसने आज पोस्ट किया है उसके साथ आरपीआई के एक नेता है लेकिन मुझे उनसे कुछ लेना देना नहीं है. मुद्दा ये है कि, वो जो बोल रहा है कि उसे यहां खड़ा किया गया था. वहां खड़ा किया गया था… इतना पैसा लिया उतना पैसा लिया… सैम डिसूजा किसकी बातचीत हुई… किसने कितना पैसा लिया.
किरण गोसावी ने वीडियो में कहा कि प्रभाकर सैल को पिछले 5 दिनों में क्या ऑफर आया है ये उसके मोबाइल रिकॉर्ड से आपको पता चल जाएगा. मीडिया से यही विनती है कि प्रभाकर सैल दोनों भाईयों के सीडीआर रिपोर्ट, उनकी बातचीत, चैट्स निकाली जाए.. मेरा रिकॉर्ड चेक करें कि मैंने उसे कहा कभी की इतना पैसा लेकर आ.. मेरा इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का धंधा है जिसमें मेरी पहले की चैट होगी जिसमें मैने कहा होगा की मेरा पैसा लेकर आ और ये जाता था. 2 अक्टूबर के बाद के इसके चैट की जांच करो. इसने किस – किससे बात की. कुछ बातचीत इसने डिलीट की है. उस डिलिट किए गए बातचीत को भी निकाला जाए मेरा यही विनती है. मुंबई पुलिस ने इस केस को हाथ में लिया है तो सबसे पहले इसकी की जांज करें. मंत्री और जो लोग इसके पीछे है सबकी जानकारी निकाली जाए.