नवरात्र का आज आठवां दिन है। माता महागौरी की आज पूजा हो रही है।महागौरी माता दुर्गा की आठवीं शक्ति देवी है। इनका स्वरूप अत्यंत सौम्य है। मां गौरी का यह रूप बेहद सरस‚ सुलभ और मोहक है। देवी महागौरी का गौर वर्ण है। धार्मिक मान्यता है कि अपनी कठिन तपस्या से मां ने गौर वर्ण प्राप्त किया था‚ तभी से इन्हें उज्जवला स्वरूपा महागौरी‚ धन–ऐश्वर्य प्रदायिनी‚ चैतन्यमयी त्रैलोक्य पूज्य मंगला‚ शारीरिक‚ मानसिक और सांसारिक ताप का हरण करने वाली माता महागौरी के नाम से जानी गयीं। इनके वस्त्र और आभूषण आदि भी श्वेत ही हैं। इनकी चार भुजाएं हैं। महागौरी का वाहन वृष है। देवी के दाहिने हाथ के उपर वाले हाथ में अभय मुद्रा और नीचे वाले हाथ में त्रिशूल है। बाएं ओर के उपर वाले हाथ में डमरू और नीचे वाले हाथ में वर मुद्रा है। इनका स्वभाव अति शांत है।
इससे पहले सप्तमी के दिन मंगलवार की शाम को पटना में कई स्थानों पर माता का पट खुला। बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता की दर्शन के लिए पहुंचे। देर रात तक लोग पंडालों की खूबसूरती और भव्यता को निहारते रहे। अलग-अलग जगह के पंडालों में माता का अलग-अलग रूप दिखा।
पटना के रुकनपुरा में देवी मां की प्रतिमा से आंसू की धारा निकल रही है। आयोजक को नहीं पता ऐसा क्यों हो रहा है। कुछ लोगों का मानना है कि यह रंग हो सकता है। आंखों में ज्यादा रंग की वजह से पानी गिर रहा है।
रुकनपुरा देवी स्थान दुर्गा पूजा समिति की ओर से बिरला मंदिर जैसा पंडाल बनाया गया है।
पटना के पाटलिपुत्र में पाटलिपुत्र दुर्गा पूजा समिति की ओर से माता की प्रतिमा स्थापित की गई है। 1980 से यहां मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। पिछले 40 सालों से हर साल पूजा की जाती है।
पटना के महेश नगर में महेश नगर दुर्गा पूजा समिति की ओर से माता की प्रतिमा स्थापित की गई है।
पटना के इंद्रपुरी ओवरब्रिज अटल पथ पर श्री दुर्गा पूजा समिति की ओर से मां दुर्गा समेत अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित की गई है।
पटना के आशियाना रोड में परम पावन दुर्गा पूजा समिति की ओर से माता की प्रतिमा स्थापित की गई है।
बोरिंग रोड में दुर्गापूजा समिति व्यापार मंडल के तरफ से 1983 से प्रतिमा बैठाई जा रही है। इस बार बंगाली अखाड़ा के रहने वाले कलाकार शिव शंकर पंडित ने मां दुर्गा की प्रतिमा को बनाया है।
पटना के गोला रोड में आदि शक्ति युवा मंच राम की ओर से 2013 से माता की प्रतिमा स्थापित हो रही है।
पटना के रामनगरी में पंडाल में माता के दर्शन के बाद प्रसाद लेते श्रद्धालु।
जहानाबाद जिले में भव्य पंडाल का किया गया निर्माण। गुफा से होकर माता का दर्शन कर रहे हैं श्रद्धालु।
वैशाली के हाजीपुर में माता की स्थापित की गई भव्य प्रतिमा।