बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 65वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का फाइनल रिजल्ट गुरुवार को जारी हो गया। इसमें रोहतास के गौरव सिंह ने टॉप किया है। वहीं, दूसरे नंबर पर बांका की चंदा भारती रहीं है। जबकि, तीसरे नंबर पर नालंदा के वरुण कुमार ने जगह बनाई है।
BPSC टॉपर गौरव सिंह की मां शशि कुमारी उत्क्रमित मध्य विद्यालय में पंचायत शिक्षिका हैं। पिता स्व. मनोज कुमार सिंह एयरफोर्स में जॉब करते थे। बच्चों की कम उम्र में ही मनोज कुमार सिंह का देहांत हो गया था। टॉपर गौरव का दूसरा भाई अमन कुमार सिंह पंजाब के लुधियाना से इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है। वहीं, BPSC की सेकेंड टॉपर चंदा भारती बांका की रहने वाली हैं। वे गया बुडको में असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। पिता विवेकानंद यादव गढ़वा में असिस्टेंट इंजीनियर हैं। मां का नाम कुंदन कुमारी है। चंदा भारती तीन भाई एक बहन हैं।
इंटरव्यू के लिए 1,142 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था
इंटरव्यू के लिए 1,142 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जिसमें से 1,114 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। अनारक्षित वर्ग के पुरुष उम्मीदवारों के लिए कटऑफ 532, अनारक्षित वर्ग की महिला उम्मीदवारों के लिए कटऑफ 515, ईडब्ल्यूएस के लिए 530, ईडब्ल्यूएस (महिला) के लिए 504, एससी (पुरुष) के लिए 507 और एसटी (पुरुष) के लिए 495 मार्क्स रही है। बिहार सरकार के 14 विभागों में कुल 423 रिक्त पदों के लिए परीक्षा हुई थी, जिसमें से 422 उम्मीदवारों को सफल घोषित किया गया है। इस भर्ती का इंटरव्यू अगस्त में हुआ था।
टॉप- 10 की लिस्ट
- गौरव सिंह- रोहतास
- चंदा भारती- बांका
- वरुण कुमार- नालंदा
- सुमित कुमार- मधुबनी
- अविनाश कुमार सिंह- समस्तीपुर
- आदित्य श्रीवास्तव- झारखंड
- एस प्रतीक- मोतिहारी
- आदित्य कुमार- भोजपुर
- अनामिका- गोपालगंज
- अंकित कुमार- भागलपुर
शीर्ष १० अभ्यर्थियों की सूची में अविनाश कुमार सिंह चौथे और आदित्य श्रीवास्तव पांचवें स्थान पर रहे। इनके अलावा एस प्रतीक ने छठा‚ आदित्य कुमार ने सातवां और अनामिका ने आठवां स्थान हासिल किया। इसी तरह अंकित कुमार नौवें और प्रणव कुमार दसवें स्थान पर रहे। आयोग ने परीक्षा के बाद इंटरव्यू के लिए १‚१४२ सफल अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया था‚ जिनमें १‚११४ अभ्यर्थी शामिल हुए थे। अनारक्षित वर्ग के पुरुष उम्मीदवारों के लिए कटऑफ ५३२‚अनारक्षित वर्ग की महिला उम्मीदवारों के लिए कटऑफ ५१५‚ ईडब्ल्यूएस के लिए ५३०‚ ईडब्ल्यूएस (महिला) के लिए ५०४‚ एससी (पुरुष) के लिए ५०७ और एसटी (पुरुष) के लिए ४९५ मार्क्स रही है। बिहार सरकार के १४ विभागों में कुल ४२३ रिक्त पदों के लिए परीक्षा हुई थी‚ जिनमें से ४२२ उम्मीदवारों को सफल घोषित किया गया है। सबसे अधिक ग्रामीण विकास पदाधिकारी के ११०‚ बिहार शिक्षा सेवा के ७२‚ डीएसपी के ६२ पद हैं। प्रारंभिक परीक्षा के लिए ४ लाख ११ हजार ४७० अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। ६ मार्च २०२१ को प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम आये थे‚ जिसके बाद २५ से २८ नवम्बर के बीच लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। प्रारंभिक परीक्षा में ६ हजार ५१७ अभ्यर्थी सफल हुए थे। यदि टॉपर गौरव सिंह की बात की जाये‚ तो वे रोहतास के रहने वाले हैं। उनकी मां शशि कुमारी उत्क्रमित मध्य विद्यालय में पंचायत शिक्षक हैं। पिता स्व. मनोज कुमार सिंह एयरफोर्स में नौकरी करते थे। जब बच्चे छोटे थे‚ तभी मनोज कुमार सिंह का देहांत हो गया था। गौरव का दूसरा भाई अमन कुमार सिंह पंजाब के लुधियाना से इंजीनियरिंग कॉलेज में पढाई कर रहा है। वहीं‚ सेकेंड टॉपर चंदा भारती बांका की रहने वाली हैं। वह गया बुडको में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत हैं। उनके पिता विवेकानंद यादव गढवा में सहायक अभियंता हैं। मां का नाम कुंदन कुमारी है। चंदा भारती तीन भाई एक बहन हैं।