एआईएमआईएम (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने मंगलवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सरकार में दम है तो वह तालिबान को आतंकी घोषित करें. अटल बिहारी वाजपेई (Atal Bihari Vajpayee) से लेकर मोदी तक भारत के 35,000 करोड रुपये अफगानिस्तान (Afghanistan) में खर्च हुए हैं. तालिबान को यूनाइटेड नेशन की सैंक्शन कमेटी में आतंकी घोषित कर कर दिया गया है. हक्कानी नेटवर्क कौन है, आप को कौन रोक रहा है, आप सत्ता में हैं. इस दौरान असदुद्दीन ओवैसी केंद्र सरकार पर वह खूब बरसे.
वहीं दूसरी ओर पूरी पीसी के दौरान ओवैसी तालिबान को आतंकी कहने से बचते रहे. उन्होंने मीडिया से उल्टा सवाल करते हुए कहा कि आप क्यों सवाल कर रहे हैं तालिबान के बारे में, हमें क्या मतलब तालिबान से? सरकार से सवाल किया कि आपने अब तक उनको यूएपीए (UPA) में क्यों नहीं डाला. उन्होंने कहा कि तालिबान (Taliban) से ओवैसी को क्या करना है, हमको अपने मुल्क से मतलब है. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान के आने से पाकिस्तान-चीन मजबूत होंगे. यह भारत के लिए फिक्र की बात है.
‘झूठ पर झूठ बोलने से नहीं बचेगी साख’
वहीं, उन्होंने उनके एनआरसी (NRC) को लेकर दिए गए बयान पर जारी विवाद पर सफाई भी दी है. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जिस तरीके से इसे (बयान) को पेश किया जा रहा है, वह गलत है. उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के ‘अब्बा जान’ वाले बयान पर कहा कि आपको क्या लगता है, उन्होंने ऐसा किसको कहा? उन्होंने अपने भाषण में मंच से झूठ बोला और झूठ बोलने की उनकी एक आदत बन चुकी है. हम यह पूछना चाहते हैं यह क्यों इतना झूठ बोलते हैं? ये झूठ पर झूठ बोलते हैं और समझते हैं कि अपनी गिरती साख को बचा पाएंगे.