‘बापू (महात्मा गांधी) के विचारों को ध्यान में रखकर मैं बिहार के लोगों की सेवा कर रहा हूं और लोगों की सेवा ही मेरा धर्म है। मेरा मानना है कि १० से १५ प्रतिशत लोग भी यदि बापू के विचारों को अपना लें‚ तो देश और बदल जायेगा। बापू टावर के निर्माण का उद्ेश्य है कि आने वाली पीढी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को समझने में सहूलियत हो।’ ये बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहीं। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से‘बापू टावर’ के प्रदर्श डिजायन के प्रारंभिक परिकल्पना से संबंधित भवन निर्माण विभाग के प्रस्तुतीकरण को देखने के बाद कहा कि बिहार बापू के जीवन में विशेष स्थान रखता है। बिहार भ्रमण के दौरान गांधीजी पर यहां की स्थिति का विशेष प्रभाव पड़ा और उनके विचारों से यहां के लोग काफी प्रभावित हुए। बापू के चम्पारण आगमन के ३० वर्षों के अंदर ही देश को आजादी मिल गयी। इसलिए चंपारण सत्याग्रह का विशेष महत्व है। इससे जुड़े इन सभी स्थानों को इसमें प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि १० अप्रैल २०१७ को गांधीजी के चम्पारण आगमन के १०० साल पूरे होने पर ज्ञान भवन में दो दिनों का राष्ट्रीय विमर्श का आयोजन किया गया‚ जिसमें चिंतक‚ विचारक‚ बुद्धिजीवी‚ राजनेता व युवा शामिल हुए और विमर्श के आधार पर एक दस्तावेज तैयार किया गया। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि १० से १५ प्रतिशत लोग भी यदि बापू के विचारों को अपना लें‚ तो देश और बदल जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बापू ने कहा था कि मेरा जीवन ही मेरा संदेश है। उन्होंने सिद्धांत के बिना राजनीति‚ काम के बिना धन अर्जन‚ विवेक के बिना सुख‚ चरित्र के बिना ज्ञान‚ नैतिकता के बिना व्यापार‚ मानवता के बिना विज्ञान और त्याग के बिना पूजा को सात सामाजिक पाप बताया था। इसी तरह पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी बापू ने कहा था कि पृथ्वी हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है‚ लालच को नहीं।
उन्होंने निर्देश दिया कि महात्मा गांधी के इन सभी विचारों को बापू टावर में विशेष तौर पर प्रदर्शित करें। उन्होंने कहा‚ शराबबंदी के संबंध में भी बापू के विचार को प्रदर्शित करें। बिहार में महिलाओं की मांग पर हमने वर्ष २०१६ में पूर्ण शराबबंदी लागू की‚ यह बापू का भी सिद्धांत था।‘बापू आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत घर–घर तक गांधीजी के संदेश को पहुंचाया गया। हमारा उद्ेश्य है कि बापू की सारी बातों की जानकारी लोगों को हो। तीसरी से आठवीं कक्षा के छात्र छात्राओं के लिए ‘बापू की पाती’ तथा नौवीं से १२वीं कक्षा के छात्र–छात्राओं के लिए ‘एक था मोहन’ पुस्तक का प्रतिदिन स्कूलों में पाठ कराया जाता है‚ ताकि छात्र–छात्राएं बापू के विचारों को समझ सकें और आत्मसात कर सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि बापू के विचारों को अपना कर मेरी सरकार ने महिला उत्थान‚ शराबबंदी‚ सामाजिक कुरीति उन्मूलन कार्य किये है‚ इसे भी प्रदर्शित करें। उन्होंने कहा कि बापू टावर जल्द से जल्द बनकर तैयार हो जाये यह मेरी अपेक्षा है। इससे पूर्व भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने ‘बापू टावर’ की भौतिक प्रगति की जानकारी दी। इसके निर्माण कार्य से जुड़े आर्किटेक्ट ने अपनी प्रस्तुति में प्रोजेक्ट बैक ग्राउंड‚ प्रोजेक्ट स्टेटस‚ एक्जीविट डिजायनिंग आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार और चंचल कुमार‚ सचिव अनुपम कुमार तथा मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे‚ जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण और विकास आयुक्त आमिर सुबहानी उपस्थित थे।
नीतीश-BJP सरकार में पलायन के आंकड़े भयावह
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