श्रीनगर के लाल चौक की ये तस्वीरें हिंदुस्तान को गौरवान्वित करने वाली हैं। तस्वीर जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के उस लाल चौक की हैं, जिसे एक जमाने में श्रीनगर के देश विरोधी प्रदर्शनों का केंद्र कहा जाता था। कुछ साल पहले तक जिस लाल चौक के घंटाघर पर तिरंगा फहराना भी राष्ट्रीय घटना होती थी, आज उसी इमारत को स्वतंत्रता दिवस के पहले तिरंगे के रंग में रंग दिया गया है। लाल चौक के इस क्लॉक टावर को तिरंगे के रंग वाली लाइट्स से सजाया गया है, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है।
#WATCH | Jammu and Kashmir: Clock Tower (‘Ghanta Ghar’) at Lal Chowk in Srinagar illuminated in the colours of the Tricolour last night, ahead of Independence Day. pic.twitter.com/6d2pbbX2i3
— ANI (@ANI) August 7, 2021
स्वतंत्रता दिवस से पहले श्रीनगर का लाल चौक तिरंगे के रंग से जगमगा उठा. जिस लाल चौक पर तिरंगा लहराना कभी चुनौती भरा होता था वहां आज शान से तिरंगा लहरा रहा है. अनुच्छेद 370 हटने बाद से जम्मू-कश्मीर में बहुत सारे परिवर्तन देख रहे हैं. जिसमें ये एक है. तिरंगामय लाल चौक की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. शनिवार को लाल चौक स्थित घंटा घर तिरंगे की रोशनी से नहाया हुआ है. यहां पर 15 अगस्त की तैयारी तेजी से चल रही है. लोगों के अंदर उत्साह का माहौल है.
यहां चर्चा कर दें कि श्रीनगर का लाल चौक घंटाघर बहुत प्रसिद्ध रहा है जहां 1992 में भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी और नरेंद्र मोदी ने तिरंगा फहराने का काम किया था. उस वक्त जोशी भाजपा के अध्यक्ष पद पर का काबिज थे जबकि नरेंद्र मोदी एकता यात्रा के संयोजक थे. तिरंगामय लाल चौक की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो चली है. इसे श्रीनगर के मेयर और भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा समेत कई अन्य लोगों ने भी शेयर करने का काम किया है और लोग इसपर लगातार प्रतिक्रिया दे रहे हैं कि मोदी है तो मुमकिन है…
लाल चौक से निकली यह तस्वीर लोगों के लिए गर्व का विषय बना हुआ है. लोगों को 29 साल पहले की घटना याद आ रही है. जब बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी और नरेंद्र मोदी ने लाल चौक पर तिरंगा फहराया था. जोशी उस वक्त भाजपा के अध्यक्ष थे. वहीं, नरेंद्र मोदी एकता यात्रा के संयोजक थे. 29 साल बाद एक बार फिर से इतिहास रचने की तैयारी हो रही है. 15 अगस्त की तैयारी यहां जोरों पर हो रही है.
दरअसल लाल चौक पर एक घंटाघर है. यहां बड़ी सी घड़ी लगी हुई है. बताया जा रहा है कि इस घड़ी को भी बदल दिया गया है. शनिवार को इस घंटा घर को तिरंगे से रंगा गया. शाम होते ही घंटा घर तिरंगे की रोशनी से नहा उठी. तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने इस पर लिखा कि वो कहते हैं लाल चौक पर तिरंगा नहीं फहराने देंगे.प्रधानमंत्री ने लाल चौक तिरंगा ही कर दिया.
वहीं, श्रीनगर के मेयर ने फोटो ट्वीट करते हुए लिखा है कि स्वतंत्रता दिवस से पहले घंटाघर पर तिरंगे की रोशनी है और अब इसकी घड़ी को भी बदल दिया गया है. श्रीनगर नगर निगम ने अच्छा काम किया है.
तस्वीर देखकर लोग तरह-तरह का प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कितने ही लोगों ने कितने दशकों तक काम किया तब जाकर ये दिन हम देख पा रहे हैं.
आइए आपको अब पुरानी यादों में ले चलते हैं. जी हां…कश्मीर का लाल चौक, जहां अनुच्छेद 370 हटाए जाने से पहले भारतीय तिरंगा झंडा फहराने की बात हमेशा की जाती थी. 26 जनवरी 1992 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी की अगुवाई में वहां झंडा फहराने का काम किया गया. यह एक दिन में नहीं हुआ. इसके लिए दिसंबर 1991 में कन्याकुमारी से ‘एकता यात्रा’ की शुरुआत करने का काम किया गया, जो कई राज्यों से होते हुए कश्मीर पहुंची. मुरली मनोहर जोशी के साथ उस वक़्त नरेंद्र मोदी कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे थे.
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1991 में एकता यात्रा क्यों शुरू की गई : जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद बीबीसी ने मुरली मनोहर जोशी से बात की थी जिसमें जोशी ने पुरानी यादों को शेयर किया. मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि हमारे तिरंगा फहराने के पहले वहां पहले किसी ने तिरंगा नहीं फहराया था. हम लाल चौक पर 26 जनवरी को झंडा फहराना चाहते थे क्योंकि ठंड में राजधानी बदली नजर आती थी. लोगों के पास वहां तिरंगे भी नहीं थे. मैंने लोगों से पूछा कि तिरंगा कैसे फहराते हैं…तो इसका जवाब आया कि तिरंगा वहां मिलता ही नहीं है…15 अगस्त को भी झंडा वहां नहीं मिलता था बाज़ारों में…जोशी की इन बातों से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उस वक़्त लाल चौक पर तिरंगा फहराना कितनी बड़ी चुनौती थी…
अनुच्छेद 370 हटाये जाने के दो साल पूरे होने पर भाजपा ने फहराया तिरंगा : पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किये जाने के दो साल पूरे होने पर तिरंगा रैलियां निकाल कर और पूरे केंद्र शासित प्रदेश में राष्ट्रध्वज फहरा कर जश्न मनाया था. अनंतनाग जिले के खानाबल से भाजपा की नगर निगम पार्षद रोमासिया रफीक ने खानाबल में डिग्री कॉलेज के पास राष्ट्रध्वज फहरा कर कश्मीर घाटी में पार्टी के समारोहों की शुरूआत की थी. उनके साथ पार्टी के करीब 200 कार्यकर्ता थे.