अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों द्वारा देश भर में केवल 24 घंटों में किए गए कई हमलों में कम से कम 100 तालिबानी आतंकवादी मारे गए और लगभग 90 अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने स्थानीय सरकार के सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हेरात प्रांत में, स्थानीय सार्वजनिक विद्रोह बलों द्वारा समर्थित सुरक्षा कर्मियों ने प्रांतीय राजधानी हेरात शहर और पड़ोसी जिलों गुजरा, कारुख और सेयावोशन पर आतंकवादी समूह के हमलों का जवाब दिया, जिसमें 52 तालिबान आतंकवादी मारे गए और 47 घायल हो गए.
सूत्रों ने कहा कि अफगान वायु सेना के ए-29 युद्धक विमानों ने भी जमीनी बलों के समर्थन में कई हमले किए. अफगान रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि इसके अलावा, हेरात के घोरियन जिले में किए गए हवाई हमलों में 13 तालिबान आतंकवादी मारे गए और 22 अन्य आतंकी मारे गए. बयान में यह भी कहा गया कि सुरक्षाबलों की छापेमार कार्रवाई के दौरान हथियारों और गोला-बारूद के साथ सात वाहन नष्ट हो गए.
सेना की 215वीं माईवंड कोर ने एक बयान में कहा कि हेलमंद में प्रांतीय राजधानी लश्कर गाह के बाहरी इलाके में तालिबान के ठिकानों पर हवाई हमले किए गए. बयान में कहा गया है कि हवाई हमले के दौरान कई तालिबान आतंकवादी मारे गए और घायल हो गए. रक्षा मंत्रालय के अनुसार, कंधार प्रांत में, जहारी जिले में तालिबान के एक समूह को युद्धक विमानों द्वारा निशाना बनाए जाने के बाद, 36 आतंकवादी मारे गए और 20 घायल हो गए. कई अफगान प्रांतों में हाल के महीनों में भारी लड़ाई देखने को मिल रही है, क्योंकि तालिबान आतंकवादियों ने सरकार के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखी है.
16 साल की नाबालिग ने 2 तालिबानी आतंकियों को मार गिराया
जुलाई के दूसरे पखवाड़े में अफगानिस्तान में एक 16 वर्षीय नाबालिग कमर गुल ने तालिबानी आतंकियों का बहादुरी से मुकाबला करते हुए दो तालिबानी आतंकवादियों को मार गिराया. इन आतंकियों ने उस नाबालिग बच्ची के माता-पिता की उसकी आंखों के सामने ही हत्या कर दी थी. जिसके बाद वो गुस्से से पागल हो गई और जब इस नाबालिग बेटी ने जब हथियार उठाया तो दो तालिबानी आतंकियों को तो वहीं ढेर कर दिया जबकि कई आतंकी घायल होकर अपनी जान बचाकर वहां से भागे. अब इस बहादुर बेटी की चर्चा दुनिया भर में हो रही है.