पेंगासन सॉफ्टवेयर से फोन टैपिंग का मामला दिनों काफी जोरों से उठ रहा है. इस मामले पर पार्लियामेंट में हुए हंगामे के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पत्रकारों, मंत्रियों के फोन टैपिंग करना बिल्कुल बेकार बात है. उन्होंने कहा कि किसी को डिस्टर्ब करना ठीक बात नहीं है. सीएम ने कहा कि वह पहले से ही कहते आ रहे हैं कि इस नई तकनीक के फायदे और नुकसान पर भी गौर करना चाहिए. उनका कहना है कि जिस तरह से टेक्नोलॉजी का फायदा होता है. उसी तरह से उसका दुरुपियोग भी किया जाता है.
फोन टैपिंग मामले पर सीएम नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि आज के समय में सोशल मीडिया लोगों को बहुत प्रभावित करता है. कोई वहां पर बहुत अच्छी बातें करता है तो वहीं कई लोग नेगेटिव और एंटी सोशल बातों भी करते हैं. ये सब बातें उन्होंने जनता दरबार के बाद पत्रकारों से कहीं.
फोन टैपिंग अच्छी बात नहीं-सीएम नीतीश
खास पेगासन सॉफ्टवेयर से पत्रकारों के फोन टापिंग की बात इन दिनों काफी जोरों पर है. विदेशी मीडिया का आरोप है कि दुनिया की कई सरकारें खास पेगसन सॉफ्टवेयर के जरिए पत्रकारों और बड़ी हस्तियों की जासूसी करवा रही हैं. यह ममाला पार्लियामेंट में भी छाया रहा. वहीं नीतीश कुमार ने भी मामले पर प्रतिक्रिया दी है.
वहीं एनआरसी के मुद्दे पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बिहार में इस तरह की कोई परेशानी नहीं है. वहीं जब पत्रकारों ने उनसे किसान आंदोलन को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में ही नए कृषि कानून को लेकर विरोध किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने ये भी साफ किया कि महामारी के बीच लगातार आंदोलन करते रहना सही नहीं है.
‘नई कृषि नीति किसी के भी खिलाफ नहीं’
सीएम नीतीश कुमार ने सभी आंदोलनकारियों से अपील की कि महामारी के समय में इकट्ठा होकर विरोध-प्रदर्शन न करें. नीतीश कुमार ने साफ किया कि नई कृषि नीति किसी के भी खिलाफ नहीं है. लेकिन फिर भी लोगों के मन में अलग-अलग तरह की बातें उठ रही हैं.
वहीं सीएम नीतीश कुमार ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि सभी को अलर्ट रहने की जरूरत है.