राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने आरोप लगाया है कि सूबे में शराबंदी के बीच हर वर्ष सैकड़़ों लोग जहरीली शराब से मर जाते हैं। शराब बंदी के कारण सत्ताधारी लोग राज्य में दो हजार करोड़़ की समानांतर अवैध कमाई कर रहे हैं। शराब के नाम पर भारी संख्या में दलित और गरीब जेलों में बंद हैं। पुलिस भ्रष्ट और अत्याचारी बन चुकी है। बेतिया के लौरिया में एक साथ आठ लोगों की संदिग्धावस्था में मौत के बाद विपक्ष ने शराबबंदी को लेकर सरकार पर हल्ला बोल दिया है। लालू ने कहा कि शराब बंदी ऐसा कानून है जिसको लेकर हमेशा नीतीश पर सवाल उठते हैं। राज्य में शराब बंदी के बावजूद धड़़ल्ले से शराब की विक्री की जा रही है। शराब तस्करों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि पुलिसकर्मियों की जान लेने से भी नहीं चूक रहे हैं। बीती रात दरभंगा के केवटी में चेकिंग के क्रम में शराब लेकर जा रहे तस्करों ने अपनी गाड़़ी से पुलिस के जवान को कुचलकर मार ड़ाला।
बिहार में सुशासनी शराबबंदी से प्रतिवर्ष हज़ारों लोग ज़हरीली शराब से मर जाते है। शराबबंदी के कारण सत्ताधारी लोग बिहार में 20000 करोड़ की समानांतर अवैध इकॉनमी चला रहे है। शराबबंदी के नाम पर लाखों दलित और गरीब जेलों में बंद है। पुलिस भ्रष्ट और अत्याचारी बन चुकी है। pic.twitter.com/ZWdgF4a16y
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) July 16, 2021