बांका जिले के धोरैया विधान सभा क्षेत्र के राजद विधायक भूदेव चौधरी प्रकरण की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को टल गई। पूर्व जदयू उम्मीदवार मनीष कुमार ने सर्वोच्च न्यायालय में राजद विधायक भूदेव चौधरी के विरुद्ध अवमानना याचिका दायर किया है। जिस पर गुरुवार को जस्टिस नरीमन की अदालत में सुनवाई हुई।
पांच घंटे तक चली सुनवाई के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रखते हुए मुकदमे की अगली सुनवाई 20 जुलाई 2021 मुकर्रर की है। विधायक भूदेव चौधरी पर आरोप है कि चुनावी हलफनामे में एक आपराधिक मुकदमा जो भागलपुर जिले के मोजाहिदपुर थाना में भूमि संबंधी है, उसे नामांकन में छिपाया गया है। इसी मुकदमे को विधानसभा चुनाव 2020 के चुनावी हलफनामे में छिपाने का आरोप लगाते हुए पूर्व उम्मीदवार मनीष कुमार ने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर किया है।
पिछली सुनवाई 12 जुलाई को हुई थी। जिसमें राजद विधायक चौधरी के अधिवक्ता ने अदालत से चार सप्ताह तक सुनवाई की तिथि बढ़ाने की अपील की थी। जस्टिस नरीमन ने विधायक चौधरी की अपील को खारिज करते हुए आज की तारीख सुनवाई के लिए निर्धारित की थी। 15 जुलाई को सुनवाई के बाद अदालत ने फैसला 20 जुलाई को निर्धारित किया है। बहरहाल राजद एवं जदयू कार्यकर्ताओं के साथ आम मतदाताओं को भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले की तारीख 20 जुलाई का बेसब्री से इंतजार है। इधर, राजद विधायक ने बताया कि उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा है।
भूदेव चौधरी और मनीष कुमार प्रकरण
वर्ष 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भूदेव चौधरी धोरैया विधानसभा सीट से राजद के प्रत्याशी थी। वहीं, मनीष कुमार जदयू के प्रत्याशी थे। भूदेव चौधरी चुनाव जीत गए। इसके पूर्व मनीष कुमार धोरैया विधानसभा सीट से 10 साल (दो बार) विधायक रहे। भूदेव चौधरी भी कई बार धोरैया से विधायक रहे हैं। हालांकि वे भी जदयू नेता था। वे जमुई लोकसभा सीट से भी जदयू के सांसद रहे हैं। इसके बाद भूदेव चौधरी को जब जदयू ने टिकट नहीं दिया तो वे पहले हम और उसके बाद राजद में आ गए। वर्ष 2020 में धौरया से राजद ने भूदेव चौधरी को टिकट दे दिया।