उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते दिनों अलकायदा के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किए जाने के बाद अलकायदा मॉड्यूल को लेकर नए नए खुलासे हो रहे हैं. इसी कड़ी में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. यूपी एटीएस के आतंकियों के पास से कई प्रमुख जगहों के नक्शे हाथ लगे हैं. एटीएस सूत्रों ने बताया है कि अलकायदा के आतंकियों के निशाने पर अयोध्या में बन रहा भव्य राम मंदिर था. इसके अलावा मथुरा और काशी के धार्मिक स्थल भी इन आतंकियों को निशाने पर थे. सूत्रों ने बताया है कि लखनऊ में पकड़े गए अलकायदा के आतंकियों के पास से मथुरा, काशी और अयोध्या के धार्मिक स्थानों के नक्शे बरामद हुए हैं.
इन आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद अयोध्या सहित कई धार्मिक शहरों में चौकसी बढ़ा दी गई है। इन शहरों के सभी एंट्री प्वाइंट्स पर चेकिंग हो रही है। आने-जाने वाली गाड़ियों की कड़ाई से जांच की जा रही है। कैमरों के जरिए भी इन शहरों पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा LIU और IB के अफसर भी एक्टिव हो गए हैं।
लखनऊ से हुई दो आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद आज भी ATS की ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। पश्चिमी यूपी और कानपुर में छापेमारी चल रही है। ATS अल कायदा आतंकियों के मददगारों की तलाश में जुटी है। लखनऊ से गिरफ्तार किए गए आतंकियों के नाम मिनहाज अहमद (उम्र 32 साल) और मसीरुद्दीन (उम्र 50 साल) हैं। इनकी गिरफ्तीर के बाद कई बड़े खुलासे हुए हैं।
लखनऊ में बैठे आतंकी 15 अगस्त से पहले कई शहरों को धमाकों से दहलाने की साजिश रच रहे थे। ये आतंकी फिदायीन हमलों का प्लान भी बना रहे थे। ये टेरर प्लान पाकिस्तानी हैंडलर के इशारे पर बनाया जा रहा था लेकिन यूपी एटीएस ने समय रहते इस साजिश को नाकाम कर दिया। गिरफ्तार किए गए अल कायदा आतंकियों के टारगेट पर यूपी के बड़े शहर और नेता थे। अल कायदा आतंकियों की गिरफ्तारी पर यूपी के ACS होम अवनीश अवस्थी ने कहा कि आतंकियों का मकसद दहशत फैलाना था। अभी 2 गिरफ्तार हुए हैं लेकिन उनके साथियों की तलाश में छापेमारी लगातार जारी है।
ATS की जांच में हुए ये खुलासे
ये मॉड्यूल पाकिस्तानी हैंडलर उमर हलमंडी के इशारे पर काम कर रहा था। इस मॉड्यूल से जुड़े आतंकी 15 अगस्त से पहले यूपी के शहरों में धमाके की साजिश रच रहे थे। ये लोग मानव बम से आतंकी हमलों को अंजाम देने की साजिश थी। हमले के लिए बडी तादाद में हथियार, बम-बारूद जमा किए गए थे।
आतंकी मिनहाज के घर से IED और पिस्टल बरामद हुई है तो आतंकी मसीरुद्दीन के घर से भी भारी मात्रा में विस्फोटक मिले हैं। ATS की टीम दोनों आतंकियों से पूछताछ में जुटी है। गिरफ्तार आतंकियों ने अपने कुछ साथियों के फरार होने की बात भी कबूली है, ऐसे में दूसरे आतंकियों की तलाश में कई जगह छापेमारी चल रही है।
पूछताछ में पता चला कि लखनऊ में पकड़े गए आतंकी अपने पाकिस्तानी हैंडलर से टेलीग्राम के जरिए कॉटैक्ट में थे। अल-क़ायदा और अंसार गजवातुल हिंद ने 3 लेयर वाला टेरर प्लान तैयार किया था। पहला प्लान लखनऊ के बड़े बाजार में ब्लास्ट का था, दूसरा प्लान यूपी के धार्मिक शहरों में धमाके का था और तीसरा प्लान यूपी के बड़े नेताओं की हत्या का था। अल-क़ायदा ने लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, आगरा, मेरठ, बरेली और अयोध्या में धमाके का प्लान बनाया था।
ये पूरा ऑपरेशन कैसे हुआ?
दरअसल NIA जम्मू-कश्मीर में एक आतंकी ब्लास्ट की जांच कर रही थी। IB उस ब्लास्ट केस की जांच में NIA को सपोर्ट दे रही थी, उसी जांच में क्वेटा के एक टेरर हैंडलर का पता चला। NIA ने हैंडलर के कांटैक्ट्स को ट्रैक किया। कांटैक्ट ट्रेसिंग से लखनऊ में अल-क़ायदा का मॉड्यूल एक्सपोज़ हुआ। NIA ने यूपी ATS को अल-क़ायदा नेटवर्क के बारे में बताया। ATS ने STF, LIU और पुलिस के साथ ऑपरेशन किया।