कोरोना वायरस कहर के बीच विशेषज्ञों ने संभावना जताई है कि कुछ समय बाद कोविड-19 संक्रमण भी इंफ्लुएंजा की तरह हो जाएगा. इसके साथ ही विशेषज्ञों ने चेतावनी भी दी है कि ज्यादा जोखिम वाली आबादी को इससे बचाव के लिए हर साल कोरोना वैक्सीन लेने की जरूरत पड़ सकती है. फिलहाल देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर तैयारियां की जा रही है. जानकारों ने चेतावनी दी है कि अगर लोगों ने कोविड संबंधी व्यवहार का पालन नहीं किया, तो तीसरी लहर की दस्तक 6-8 हफ्तों में ही हो सकती है.
कोविड-19 इंफ्लुएंजा की तरह हो जाएगा
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च में डिवीजन ऑफ ऐपिडेमियोलॉजी और कम्युनिकेबल डिसीज के प्रमुख समीरन पांडा ने कहा कि कुछ समय के बाद कोविड-19 एंडेमिक स्टेज पर पहुंच सकता है. सेंटर्स फॉर डिसीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल के मुताबिक, किसी भौगोलिक क्षेत्र के भीतर आबादी में किसी बीमारी या संक्रामक एजेंट की मौजूदगी या प्रसार को एंडेमिक कहते हैं. उन्होंने कहा, ‘जब छोटे वायरस तेजी से बढ़ते हैं, तो उनके लिए म्यूटेशन करना आम बात है. विशेषज्ञ बताते हैं कि कोविड-19 वायरस कुछ समय के बाद इंफ्लुएंजा की तरह एंडेमिक स्टेज में पहुंच जाएगा और इसके बाद जोखिम वाली आबादी को हर साल वैक्सीन लेनी होगी.’ उन्होंने समझाया कि इंफ्लुएंजा भी 100 साल पहले पेंडेमिक यानि महामारी थे, लेकिन आज ये एंडेमिक हैं.
स्तनपान कराने वाली मां लगवाएं कोरोना वैक्सीन
उन्होंने कहा, ‘कोविड-19 के मामले में भी हमें उम्मीद है कि यह धीरे-धीरे अपनी मौजूदा महामारी वाली स्थिति से बदलकर एंडेमिक बन जाएगा. फिलहाल बुजुर्गों को फ्लू के सालाना टीके लगवाने की सलाह दी जाती है.’ उन्होंने बताया, ‘जैसे इंफ्लुएंजा वायरस म्यूटेट करता रहता है, वैसे हम वैक्सीन में मामूली बदलाव करते रहते हैं. इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है. उपलब्ध वैक्सीन कोविड-19 के नए वेरिएंट्स के खिलाफ काफी प्रभावी हैं.’ पांडा ने समझाया कि वैक्सीन संक्रमण से नहीं बचाती, लेकिन बीमारी को गंभीर नहीं होने देती. उन्होंने कहा कि आीसीएमआर में हुए प्रयोगों में यह साबित हुआ है कि फिलहाल भारत में मौजूद टीके नए वेरिएंट्स के खिलाफ भी प्रभावी हैं. यह अलग बात है कि विभिन्न स्ट्रेन्स पर इनकी प्रभावकारिता में अंतर आ सकता है. इस दौरान उन्होंने स्तनपान कराने वाली मांओं को वैक्सीन लेने की सलाह दी है. पांडा ने कहा कि टीके के बाद मां में विकसित हुईं एंटीबॉडीज स्तनपान के दौरान बच्चे तक पहुंचती हैं. साथ ही ये बच्चे के लिए काफी मददगार हो सकती हैं.
देशभर में मिले 42,766 नए मरीज, एक्टिव मामले- 4 लाख 55 हजार 33
भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अभी धीमी जरूर पड़ी है लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में मामले सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटों में देशभर में कोरोना संक्रमण के 42 हजार 766 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 45 हजार 254 लोग कोरोना से उबर गए हैं, जबकि 1206 की इस बीमारी से मौत हो गई।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में अबतक 3 करोड़ 7 लाख 95 हजार 716 मरीज सामने आए हैं। हालांकि इन मामलों में से 2 करोड़ 99 लाख 33 हजार 538 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं जबकि अबतक 4 लाख 07 हजार 145 लोगों की इस बीमारी की वजह से मौत हो गई है। देश में इस वक्त कोरोना संक्रमण के 4 लाख 55 हजार 33 एक्टिव केस हैं।
उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 1.48 प्रतिशत है और कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 97.20 प्रतिशत है। उसने बताया कि शुक्रवार को कोविड-19 के लिए 19,55,225 नमूनों की जांच की गयी और इसी के साथ अब तक जांचे गए नमूनों की संख्या 42,90,41,970 हो गयी है जबकि दैनिक संक्रमण दर 2.19 प्रतिशत है। लगातार 19वें दिन यह तीन प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर भी कम होकर 2.34 प्रतिशत रह गयी है।
आंकड़ों के अनुसार, इस बीमारी से उबरने वाले मरीजों की संख्या 2,99,33,538 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.32 प्रतिशत है। देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 37.21 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
37 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन के डोज दिए गए
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 9 जुलाई तक देशभर में 37 करोड़ 21 लाख कोरोना वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं. बीते दिन 30 लाख 55 हजार 802 टीके लगाए गए. वहीं भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, अबतक करीब 43 करोड़ कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं. बीते दिन करीब 18 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए, जिसका पॉजिटिविटी रेट 3 फीसदी से कम है.
देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.32 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट 97 फीसदी से ज्यादा है. एक्टिव केस 2 फीसदी से कम हैं. कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का चौथा स्थान है. कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है. जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है.
कुछ राज्यों में कोरोना की स्थिति
- महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना के 8,992 नए मामले सामने आए जबकि संक्रमण से 200 लोगों की मौत हो गई. अभी तक कुल 61,40,968 लोगों के संक्रमित होने और 1,25,034 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है.
- पंजाब में संक्रमण के 162 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 5,97,347 हो गयी. आठ और लोगों की मौत के बाद मरने वालों की संख्या बढ़ कर 16,168 हो गयी है.
- उत्तर प्रदेश में कोविड से कल 13 लोगों की मौत हो गई और संक्रमण के 90 नए मामले सामने आए. बीमारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 22,689 हो गई है. कुल संक्रमितों की संख्या 17,07,127 है.
- गुजरात में कोविड के 56 नए मामले सामने आए और एक मरीज की मौत हो गई. राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़कर 10,073 हो गई. कोविड के कुल मामले बढ़कर 8,24,147 हो गए.
- मध्य प्रदेश में संक्रमण के 29 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या 7,90,125 पहुंच गयी. कल एक व्यक्ति की मौत हुई. मरने वालों की संख्या बढ़कर 9,024 हो गयी है.