मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को राज्य के पश्चिम चम्पारण‚ पूर्वी चम्पारण‚ मुजफ्फरपुर‚ सीतामढ़ी व शिवहर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। नीतीश ने हवाई सर्वेक्षण से लौटने के बाद पटना में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस बार शुरू से ही अधिक वर्षापात के कारण कई जगह बाढ़ की स्थिति पैदा हो गयी है। बाढग्रस्त क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लेने के लिये आज पांच जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया है। बुधवार को तीन बाढ़ग्रस्त जिलों का और जायजा लेंगे। सर्वेक्षण के दौरान नदियों की वर्तमान स्थिति का भी जायजा लिया है। सरकार की प्राथमिकता में यह काम सबसे ऊपर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले के दो कार्यकाल में ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम का आयोजन होता रहा था। वर्ष २०१६ में लोक शिकायत निवारण कानून लागू होने के बाद इसे बंद कर दिया गया। साल २०२० के विधानसभा चुनाव के बाद ऐलान किया था कि फिर से यह कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। कोरोना के कारण अभी तक इसे शुरू नहीं किया जा सका था। आने वाले सोमवार से इसकी शुरुआत की जाएगी। पहले जिस प्रकार यह कार्यक्रम होता रहा है उसी प्रकार प्रत्येक महीने में तीन सोमवार को यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। हवाई सर्वेक्षण के दौरान नीतीश के साथ राज्य के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा‚ विभागीय सचिव संजीव हंस मौजूद थे।
आज तीन जिलों का करेंगे सर्वेक्षण
उन्होंने कहा, ” वर्षापात की वजह से कई जगह बाढ़ का पानी आ गया है. दिल्ली से लौटने के बाद ही मैंने तय किया था कि सभी इलाकों का सर्वेक्षण करूंगा. आखों के आपरेशन के बाद रेस्ट करने को कहा गया था. इसलिए थोड़ा वक्त लगा था. आज पांच जिलों का सर्वेक्षण किया गया. कल फिर तीन जिलों का करूंगा. उसके बाद संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक होगी, जिसमें बाढ़ पीड़ितों को सहायता देने के लिए जो फैसला करना होगा वो किया जाएगा.”
12 जुलाई से लगेगा जनता दरबार
इस दौरान उन्होंने जनता दरबार कार्यक्रम के संबंध में भी बातचीत की. उन्होंने कहा, ” जो मेरी इच्छा थी जनता दरबार करने की, वो अब मैं करूंगा. दो टेन्योर तक जनता के दरबार में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम किया गया. हर महीने कम से कम तीन सोमवार को ये कार्यक्रम किया जाता था. लेकिन लोक सेवा अधिकार कानून बनने के बाद इस कार्यक्रम को करना बंद कर दिया गया था क्योंकि इसकी जरूरत नहीं महसूस होती थी.”
मुख्यमंत्री ने कहा, ” कार्यक्रम बंद करने के बाद कुछ लोगों ने कहा कि नहीं ये कार्यक्रम होना चाहिए. ये अच्छी पहल है. इसलिए चुनाव के बाद मैंने इसको दोबारा शुरू करने का एलान किया था और अब अगले सोमवार यानी 12 तारीख से मैं ये कार्यक्रम करूंगा. पुराने तरीके को ही अपनाया जाएगा. चूंकि कोरोना का दौर है इसलिए आने वाले लोगों को जिला स्तर से गाड़ी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.”