प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को चक्रवाती तूफान यास के प्रभाव की समीक्षा करने के लिए ओडिशा और पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं. चक्रवाती तूफान यास ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में जमकर कहर बरसाया है. पीएम मोदी चक्रवात यास से हुए नुकसान का जायजा लिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भुवनेश्वर पहुंचकर चक्रवात यास के प्रभाव पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ बैठक की. इसके बाद पीएम ने हवाई सर्वेक्षण किया. पीएम ने उन सभी लोगों के साथ अपनी पूरी एकजुटता व्यक्त की जो चक्रवात के कारण पीड़ित हुए और आपदा के दौरान अपने परिजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.
पीएमओ ने कहा कि नुकसान की सीमा का आकलन करने के लिए केंद्र राज्यों का दौरा करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी दल तैनात करेगा, जिसके आधार पर आगे की सहायता दी जाएगी. पीएम ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड को आश्वासन दिया कि केंद्र इस कठिन समय में राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करेगा.
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में चक्रवात यास के प्रभाव की समीक्षा के लिए एक बैठक की. अधिकारियों ने तैयारियों के विभिन्न पहलुओं, नुकसान के आकलन और संबंधित मामलों पर विस्तार से जानकारी साझा की. बैठक में बताया गया कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 46 टीमों के साथ एनडीआरएफ की लगभग 106 टीमों को तैनात किया गया. इन्होंने एक हजार से ज्यादा व्यक्तियों को बचाया और 2500 से अधिक पेड़ों और पोलों को हटाया, जो सड़कों पर गिरे और बाधित हुए थे.
सेना और तटरक्षक बल नाम के रक्षा बलों ने भी फंसे हुए लोगों को बचाया, जबकि नौसेना और वायु सेना अलर्ट पर थी. चक्रवाती तूफान ‘यास’ बुधवार को देश के पूर्वी तटों से टकराया था. यास के कारण ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड में तबाही मची है. तीनों ही राज्यों में 21 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
पीएम मोदी के साथ समीक्षा बैठक में ममता बनर्जी 30 मिनट की देरी से पहुंचीं, रिपोर्ट सौंपकर तुरंत निकलीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बंगाल के पश्चिम मिदनापुर में चक्रवात यास से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे। यहां ‘यास’ से हुई तबाही की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 30 मिनट की देरी से पहुंचीं। सूत्र बताते हैं कि ममता बनर्जी और बंगाल के चीफ सेक्रेटरी मीटिंग में 30 मिनट की देरी से पहुंचीं। बैठक में पहुंचते ही ममता बनर्जी ने चक्रवात यास के हालात से जुड़े पेपर सौंपे और दूसरी मीटिंग का हवाला देकर ममता बनर्जी मीटिंग से चली गईं । यह समीक्षा बैठक लाईकुंडा एयर बेस पर हुई।
सूत्रों के मुताबिक ममता बनर्जी का कहना था कि उन्हें कुछ मीटिंग्स में जाना है। ममता बनर्जी के इस रुख से केंद्र की सत्ताधारी पार्टी और टीएसमी के बीच एक बार फिर से टकराव बढ़ सकता है। इस मीटिंग के दौरान राज्य के गवर्नर जगदीप धनखड़ पूरे समय मौजूद रहे।
मीटिंग के बाद सीएम ममता बनर्जी ने बताया कि राज्य के मुख्य सचिव ने पीएम नरेंद्र मोदी को यास चक्रवात से सूबे में हुए नुकसान के संबंध में रिपोर्ट सौंपी है। पीएम नरेंद्र मोदी की मीटिंग में देरी से पहुंचने और तुरंत निकलने पर बाद में ममता बनर्जी ने सफाई देते हुए कहा कि उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं थी।
बता दें कि इससे पहले ममता बनर्जी ने कहा था कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य के दौरे पर आएंगे तब वह चक्रवाती तूफान ‘यास’ से हुई तबाही की समीक्षा करने के लिए उनके साथ बैठक करेंगी। बनर्जी ने बताया कि यह बैठक पश्चिमी मिदनापुर जिले के कलाईकुंडा में शुक्रवार को होगी।
उन्होंने राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा के तूफान प्रभावित इलाकों का सर्वेक्षण कर यहां आएंगे। वह दीघा होते हुए कलाईकुंडा आएंगे और वहां से ही दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे। प्रधानमंत्री कलाईकुंडा में मेरे साथ समीक्षा बैठक करेंगे।”