पटना जिले में गुरुवार को विभिन्न अस्पतालों में कोरोना से हाइकोर्ट के वकील और सहायक सेक्शन इंजीनियर सहित 29 लोगों की मौत हो गयी. नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का सिलसिला लगातार कायम है.
बुधवार की रात आठ मरीज व गुरुवार को चार संक्रमित मरीजों की मौत हो गयी. मृतकों में कंकड़बाग के 70 वर्षीय विजेंद्र सिंह, पटना की 50 वर्षीय निर्मला देवी, रघुरामपुर दानापुर की 67 वर्षीय शाहिला देवी, मालसलामी माधोमिल की 19 वर्षीय नीतू कुमारी, गर्दनीबाग की 70 वर्षीय गिरजा देवी, सरिस्ताबाद के 48 वर्षीय धनंजय चौधरी शामिल हैं.
फतुहा के 50 वर्षीय रवि शंकर जायसवाल, रूपसपुर के 58 वर्षीय रामजतन मांझी, नौबतपुर के 53 वर्षीय इनामुल हक, पंचरूखी बाजार सीवान के 57 वर्षीय नरेंद्र देव साह, फुलवारीशरीफ की 55 वर्षीय संतगी देवी और रामकृष्ण नगर पटना के 54 वर्षीय राजेश कुमार सिंह शामिल हैं.
हाइकोर्ट की सहायक सेक्शन इंजीनियर समेत सात की मौत
पटना एम्स में गुरुवार को पटना हाइकोर्ट की सहायक सेक्शन ऑफिसर सायरा बेगम समेत सात लोगों की मौत कोरोना से हो गयी. मरनेवालों में कंकड़बाग के 85 वर्षीय शरीश प्रसाद, रोहतास के 68 वर्षीय दुर्गा प्रसाद केशरी, पाटलिपुुत्रा के 89 वर्षीय कृष्ण किशोर प्रसाद, नालंदा के 58 वर्षीय अनिल कुमार सिंह और मुजफ्फरपुर के 39 वर्षीय सिद्धार्थ सिन्हा शामिल हैं. वहीं, 43 नये कोरोना पॉजिटिव मिले हैं.
वकील और विधि पत्रकार निर्भय कुमार सिंह का निधन
पटना हाइकोर्ट के जानेमाने वकील और विधि पत्रकार निर्भय कुमार सिंह का गुरुवार को कोरोना से निर्भय सिंह का निधन हो गया. पटना एम्स में उन्होंने आखिरी सांस ली. निर्भय सिंह के निधन की खबर मिलने पर पटना हाइकोर्ट के विधि संवाददाताओं की ओर से एक वर्चुअल शोक सभा का आयोजन किया गया. इसमें निर्भय कुमार सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी.
इधर, बार कौंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन वरीय अधिवक्ता मनन कुमार मिश्र, बिहार स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन और महाधिवक्ता ललित किशोर, वाइस चेयरमैन धर्मनाथ प्रसाद यादव, हाइकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश चंद्र वर्मा, शैलेंद्र सिंह, अजय ठाकुर, राजीव कुमार सिंह, संजय सिंह, मुकेश कांत समेत कई अधिवक्ताओं ने दुख व्यक्त किया है.
आइआइटी से पीएचडी कर रहे छात्र की कोरोना से मौत
आइआइटी पटना के एक स्टूडेंट विश्व ज्योति की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गयी है. विश्व ज्योति का कई दिनों से नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के कोविड वार्ड में इलाज चल रहा था. ऑक्सीजन का स्तर कम होने के कारण उन्हें भर्ती कराया गया था. लेकिन गुरुवार की सुबह तीन बजे उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गयी, जिसके बाद उसकी मौत हो गयी.
पटना एम्स में गुरूवार को पटना‚ सासाराम‚ नालंदा‚ मुजफरपुुर समेत ६ लोगों की मौत कोरोना से हो गयी जबकि ४३ नए कोरोना पॉजिटिव मरीजो को एड़मिट किया गया है। इनमे सबसे ज्यादा पटना के पॉजिटिव मरीज हैं। कोरोना से मौत में पटना हाईकोर्ट की सहायक सेक्शन ऑफिसर सायरा बेगम की मौत भी शामिल हैं। एम्स कोरोना नोड़ल आफिसर ड़ॉ. संजीव कुमार के मुताबिक पटना एम्स मे पटना हाईकोर्ट की सहायक सेक्शन इंजिनियर सायरा बेगम‚ कंकड़बाग के ८५ वर्षीय श्रीश प्रसाद‚ रोहतास के ६८ वर्षीय दुर्गा प्रसाद केशरी‚ पाटलिपुुत्रा के ८९ वर्षीय कृष्ण किशोर प्रसाद‚ नालंदा के ५८ वर्षीय अनिल कुमार सिंह‚ राजीव नगर के ५९ वर्षीय निर्भय कुमार सिंह जबकि मुजफरपुर के ३९ वर्षीय सिद्धार्थ सिंहा कि मौत कोरोना से हो गयी है। वहीं एम्स के आइसोलेशन वार्ड़ में ४३ नये कोरोना पॉजिटिव मरीजो को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया है जिसमे पटना के सबसे ज्यादा २५ लोगो समेत अरवल‚ झारखंड़‚ पूर्वी चंपारण‚ सिवान‚ मुंगेर‚ राजस्थान‚ वक्सर के मरीज शामिल हैं। इसके अलावा एम्स में ३७ लोगों ने कोरोना को मात दे दिया जिन्हें अस्पताल से डि़स्चार्ज कर दिया गया।
नालंदा मेडि़कल कॉलेज अस्पताल में पटना के ११ कोरोना संक्रमित सहित १२ कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने इलाज के दौरान दम तोड़़ दिया। बड़़ी संख्या में एक साथ मरीज के मरने से अस्पताल में हाहाकार मच गया है। मरने वालों में पिपलामा‚ नौबतपुर‚ पटना निवासी ५३ वर्षीय ईनामुल हक‚ सेवरीनगर‚ रुपसपुर‚ पटना निवासी ५८ वर्षीय रामजतन मांझी‚ पचरुची बाजार‚ सिवान निवासी ५७ वर्षीय नरेन्द्र देव साह‚ फतुहा‚ पटना निवासी ५० वर्षीय रविशंकर प्रसाद‚ सरिसताबाद‚ गर्दनीबाग‚ पटना निवासी ४८ वर्षीय धनंजय चौधरी‚ गर्दनीबाग‚ पटना निवासी ७० वर्षीया गिरजा देवी‚ माधोमिल‚ पटना सिटक्ष निवासी १९ वर्षीय नीतू कुमारी‚ फुलवारीशरीफ‚पटना निवासी ५५ वर्षीय शांतगी देवी‚ रामकृष्णानगर‚ पटना निवासी ५४ वर्षीय राजेश कुमार सिंह‚ रघु रामपुर‚ दानापुर‚ पटना निवासी ६७ वर्षीया शैला देवी‚ कंकड़़बाग‚ पटना निवासी ७० वर्षीय विजेन्द्र सिंह एवं पटना निवासी ५० वर्षीया निर्मला देवी हैं।
इस संबंधमें अस्पताल अधीक्षक ड़ॉ. विनोद कुमार सिंह एवं एपिडे़मियोलॉजिस्ट ड़ॉ. मुकुल कुमार सिंह ने बताया कि चारों मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर सरकार के गाइड़लाइन के मुताबिक इलाज किया जा रहा था। चिकित्सकों ने बताया कि मरीजों को गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान मरीजों की मौत हो गयी। चिकित्सकों ने बताया कि मृतक के शव को सरकार व ड़व्ल्यूएचओ के गाइड़लाइन के अनुसार अंतिम संस्कार कराया जायेगा। इसके लिए प्रशासनिक तैयारी चल रही है।
बताते चलें कि इस अस्पताल में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमित ४२३ मरीजों की जान जा चुकी है। वहीं ३० से अधिक कोरोना संदिग्ध मरीजों की भी मौत हुई है।