विपक्षी दलों ने बृहस्पतिवार को सदन के अंदर व सदन के बाहर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। बिहार विधानसभा में विधायक के भतीजे की हत्या‚ कृषि सुधार कानून और बढती महंगाई के मुद्े पर विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया । विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के सदस्यों ने करगहर से अपनी पार्टी के विधायक संतोष कुमार मिश्रा के भतीजे की हत्या के मामले को उठाया। वहीं‚ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सदस्यों ने पेट्रोल‚ डीजल और रसोई गैस की बढती कीमत तथा महंगाई जबकि भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी–लेनिनवादी (भाकपा–माले) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सदस्यों ने तीन कृषि सुधार कानूनों के विरोध एवं किसानों के समर्थन में हंगामा शुरू कर दिया। भाकपा माले के सदस्य शोरगुल और नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गए। सभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने हंगामा कर रहे सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने और उचित समय पर इस मुद्े को उठाने का आग्रह किया लेकिन वे नहीं माने। बाद में सभा अध्यक्ष ने उनसे आग्रह करते हुए कहा कि जब आप अपनी सीट पर जाकर कहेंगे तो आसन भी सुनेगा और सरकार भी संज्ञान में लेगी। इसके बाद माले सदस्य अपनी सीट पर लौट आए। प्रश्नोत्तर काल समाप्त होने के तुरंत बाद फिर से भाकपा–माले के सदस्य शोरगुल और नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गए। इसपर सभा अध्यक्ष ने उनसे कहा कि उन्हें बोलने का मौका दिया जाएगा‚ पहले वे अपनी सीट पर वापस जाएं। सभा अध्यक्ष के आग्रह पर भाकपा–माले के सदस्य अपनी सीट पर वापस आ गए । इसके बाद सभाध्यक्ष ने सबसे पहले कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा को अपनी बात रखने का मौका दिया। श्री शर्मा ने कहा कि जब सदन के सदस्य के घर में हत्या हुई है और २२ दिनों के बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है तो इससे राज्य में कानून का शासन होने का दावा करने वालों की पोल खुल जाती है। कांग्रेस के ही सिद्धार्थ सौरभ ने कहा कि राज्य में जब विधायक और उनके परिजन सुरक्षित नहीं हैं तो राज्य में कानून–व्यवस्था की स्थिति का अंदाजा सहज ही लग सकता है। उन्होंने विधायक संतोष कुमार मिश्रा और उनके परिजनों को विशेष सुरक्षा देने तथा अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। इस पर संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि विधायक के परिजन की हत्या पर सभी सदस्यों की चिंता स्वाभाविक है। कभी–कभी ऐसे मामलों में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में देर होती है लेकिन वह यह भरोसा दिलाते हैं कि सरकार इस मामले में मुस्तैदी से कार्रवाई कर रही है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। भाकपा–माले के नेता महबूब आलम ने कहा कि तीनों कृषि सुधार कानून किसानों के हित में नहीं हैं और इसके विरोध में किसान आंदोलन कर रहे हैं लेकिन केंद्र और राज्य सरकार उनकी समस्या का समाधान करने की बजाय छोटे और बड़े किसान के नाम पर किसानों में फूट डालने की कोशिश कर रही है।
राजद सदस्यों ने उठाया पेट्रोल‚ डीजल‚ रसोई गैस की बढती कीमत के साथ ही महंगाई का मुद्ाः उधर‚ राजद के सदस्यों ने पेट्रोल‚ डीजल और रसोई गैस की बढती कीमत के साथ ही महंगाई के मुद्े को उठाने की कोशिश की। हालांकि बाद में राजद के कुमार सर्वजीत ने मसौढी की विधायक रेखा देवी के साथ दुर्व्यवहार के मामले को उठाया और कहा कि मसौढी के थाना प्रभारी और पुलिस अधीक्षक ने उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है। इस पर सभाध्यक्ष ने कहा कि यह मामला वर्ष २०१७ का है और इसे २०२१ में उठाया जा रहा है‚ क्या इससे पहले सदन नहीं चल रहा था। उन्होंने कहा कि यह मामला सरकार के संज्ञान में आ गया है और विधानसभा सचिव के यहां भी आवेदन दिया गया है। इस पर नियमानुकूल फैसला लिया जाएगा
भाकपा माले सदस्य शोरगुल व नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गए॥ संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा‚ विधायक के परिजन की हत्या मामले में सरकार मुस्तैदी से कर रही है कार्रवाई‚ दोषी को बख्शा नहीं जाएगा॥ विधानसभा के गेट पर बृहस्पतिवार को प्रदर्शन करते राजद विधायक। विधायक के परिजन की हत्या‚ कृषि कानून और महंगाई के मुद्े पर सरकार को घेरा॥