मध्य प्रदेश के सीधी में मंगलवार को एक बड़ा बस हादसा हुआ है. अभी तक यहां हादसे में कुल 38 लोगों की मौत हो चुकी है. सीधी से सतना जा रही बस सुबह के वक्त नहर में गिर गई, जिसमें करीब 50 लोग सवार थे. अभी तक 38 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है.
कैसे हुआ सीधी बस हादसा?
जानकारी के मुताबिक, करीब 50 यात्रियों से भरी हुई बस सीधी से सतना जा रही थी, जिस दौरान ये भयावह हादसा हुआ. रास्ते पर जब सामने से बोलेरो गाड़ी आ रही थी तब ड्राइवर उसे साइड देने लगा और उसी दौरान ये भयावह हादसा हुआ.
मुआवजे का किया गया ऐलान, अमित शाह भी एक्टिव
इस मामले में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों के लिए पांच लाख रुपये की सहायता राशि देने की बात कही है. साथ ही दो मंत्रियों को घटना स्थल पर भेजा गया है, ताकि जल्द से जल्द बचाव कार्य किया जा सके.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस मामले में शिवराज सिंह चौहान से बात की है और जल्द से जल्द बचाव कार्य कराने को लेकर चर्चा की है. अमित शाह ने कहा कि स्थानीय प्रशासन राहत व बचाव के लिए हर संभव मदद पहुंचा रहा है. मैं मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं व घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
घटना के बाद एसडीआरएफ, डाइवर्स समेत अन्य लोगों को यहां पर बुलाया गया और नहर में डूबे लोगों को निकालने की कोशिश की गई. लाशों को निकालने के लिए बाणसागर नहर के पानी को कम करना पड़ा और उसे सिहावल में छोड़ दिया गया.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे के बाद घटना का संज्ञान लिया और जिला कलेक्टर से तुरंत इस मामले को तुरंत एक्शन लेने को कहा है. राज्य सरकार के मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा है कि वो भी तुरंत हादसे वाली जगह पर पहुंच रहे हैं और जिन लोगों की तलाश नहीं हो पाई है, उन्हें निकालने की कोशिश हो रही है.
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो मंत्रियों को घटना स्थल पर भेजा है. इसके अलावा शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया कि इस दुर्घटना में हमारे जो भाई-बहन नहीं रहे, उनके परिजनों को रु. पांच लाख की सहायता राशि तत्काल दी जाएगी.
बस में करीब 54 यात्रियों के सवार होने की सूचना सामने आ रही है. हादसे के बाद 7 लोग तैरकर बाहर निकल आए, 4 लोगों के शव बाहर निकाले गए हैं. नहर इतनी गहरी थी कि पूरी बस उसमें डूब गई. यह हादसा रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र के पटना पुल पर हुआ.
हादसे के बाद बाणसागर डैम से निकलने वाले पानी को बंद करा दिया गया है जिससे बस को पानी के तेज बहाव में बहने से रोका जा सके. क्रेन के जरिये बस को ढूंढने की कोशिश की जा रही है.
हादसे की जानकारी होते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिला कलेक्टर से सीधी बात की और कलेक्टर को रेस्क्यू ऑपरेशन तेज करने के निर्देश देते हुए बाणसागर डैम से नहर की ओर आ रहे पानी को रोकने की बात कही. सीएम के निर्देश मिलने से पहले ही मौके पर क्रेन समेत बचाव कार्य में जरूरी आवश्यकताओं को घटना स्थल तक पहुंचा दिया गया.
गोताखोरों को नहर में यात्रियों की खोजबीन के लिए पहुंचाया गया और मौके पर एसडीआरएफ टीम रेस्क्यू के लिये पहुंच गई. बाणसागर नहर के जल स्तर को कम करने के के लिए आगे की सिहावल नहर को चालू कर दिया गया.