प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो सप्ताह के अंदर आज (रविवार, 7 फरवरी) दूसरी बार पश्चिम बंगाल और असम के दौरे पर जा रहे हैं. इन दोनों राज्यों में विधान सभा चुनाव होने हैं. पिछली बार प्रधानमंत्री नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती, पराक्रम दिवस के रूप में मनाने के लिए 23 जनवरी को कोलकाता में थे, और उसी दिन एक लाख स्वदेशी लोगों को भूमि स्वामित्व सौंपने के लिए असम के सिबसागर जिले का दौरा किया था.
प्रधानमंत्री आज असम के सोनितपुर जिले के ढेकिआजुली भी जायेंगे, जहां से वह चरैदेओ एवं विश्वनाथ जिलों में दो मेडिकल कॉलेजों का शिलान्यास करेंगे और राज्यमार्गों के उन्नयन के लिये योजना की शुरूआत करेंगे. इन दोनों मेडिकल कॉलेज का प्रोजेक्ट 1100 करोड़ रुपये का है. प्रदेश के वित्त मंत्री हिमंत विस्व सरमा ने इसकी जानकारी दी.
असम में सोनितपुर के ढेकिआजुली का सभा स्थल महत्वपूर्ण है क्योंकि किसी भी प्रधानमंत्री ने उस ऐतिहासिक स्थान का दौरा नहीं किया है, जहां ब्रिटिश राज में हुए भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान 13 लोग शहीद हुए थे. पीएम मोदी वहां ‘असम मेला’ की भी शुरूआत करेंगे.
बाद में, प्रधानमंत्री मोदी पश्चिम बंगाल के हल्दिया में, 4,700 करोड़ की चार तेल और गैस परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे. चुनावी माहौल में हो रहे इस समारोह पर राजनीतिक रंग चढ़ने की संभावना है क्योंकि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वहां जाने से इनकार कर दिया है. हालांकि, तृणमूल के कई नेताओं को भी इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भेजा गया है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज असम और पश्चिम बंगाल राज्यों के दौरे पर हैं. वह असम में सुबह लगभग 11:45 बजे दो अस्पतालों का शिलान्यास करेंगे और सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली में राज्य के राजमार्गों और प्रमुख जिला सड़कों के लिए समर्पित एक कार्यक्रम ‘असोम माला’ का शुभारंभ करेंगे. इसके बाद, लगभग शाम 4:50 बजे वह राष्ट्र को समर्पित करने के लिए पश्चिम बंगाल के हल्दिया में प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे.
पूर्वी मेदिनीपुर जिले के हल्दिया में रविवार शाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्धारित कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शामिल होने की उम्मीद नहीं है. राज्य सचिवालय के एक शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है लेकिन 23 जनवरी को हुआ ‘अपमान’ इसकी वजह हो सकता है. गौरतलब है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बनर्जी के भाषण से पहले ‘जय श्रीराम’ के नारे लगे थे जिसे उन्होंने अपना ‘अपमान’ बताया था. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री भी मौजूद थे. नारे लगने के बाद बनर्जी ने संबोधन देने से इनकार कर दिया था.
प्रधानमंत्री हल्दिया में तेल, गैस और अवसंरचना क्षेत्र की चार परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. अधिकारी ने कहा, ”प्रधानमंत्री हल्दिया में आज शाम जिस कार्यक्रम में इन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, उसमें मैडम (बनर्जी) के शामिल होने की उम्मीद नहीं है.” उन्होंने बताया कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने पार्टी कार्यकर्ताओं को भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का निर्देश दिया है. राजभवन के सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल जगदीप धनखड़ रविवार के कार्यक्रम में शामिल होंगे.
असम में पीएम मोदी ने कहा, पिछले महीने असम में आकर गरीब, पीड़ित, शोषित लोगों को जमीन के पट्टों के वितरण कार्यक्रम का हिस्सा बनने का मुझे सौभाग्य मिला था. तब मैंने कहा था कि असम के लोगों का स्नेह और आपका प्रेम इतना गहरा है कि वो मुझे बार-बार असम ले आता है.
प्रधानमंत्री ने कहा, असम के स्वाधीनता सेनानियों ने देश की आजादी के लिए बलिदान दिया था. इन शहीदों के खून की एक-एक बूंद और साहस हमारे संकल्पों को मजबूत करता है. असम का यह अतीत बार-बार मेरे मन को असमिया गौरव से भर रहे हैं. पूर्वोत्तर और असम को विकास की सुबह के लिए एक लंबा इंतजार करना पड़ा.