बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को रूपेश सिंह के परिवारवालों से मिलेंगे. पिछले महीने इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या हुई थी. इस संबंध में पटना पुलिस ने एक रितुराज नाम के अपराधी को गिरफ्तार किया है, लेकिन हत्या का कारण रोडरेज बताया गया जिस पर सभी सवाल उठा रहे हैं, हालांकि इस हाईप्रोफाइल मामले की जांच का नेतृत्व कर रहे पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उपेन्द्र शर्मा ने बुधवार को एक संवादाता सम्मेलन में विस्तार से इस मामले का खुलासा किया था.
उन्होंने अब खुद माना है कि हत्या का असल कारण तभी पता चलेगा जब तीन और शूटर गिरफ्त में आ जाएंगे. तब तक ये मामला रहस्य रहेगा. उन्होंने यह भी दावा किया था कि आरोपी रितुराज का कोई आपराधिक इतिहास नहीं, जो कि कुछ घंटों में ही गलत पाया गया क्योंकि रक्सौल में एक जमीन पर कब्जा करने के मामले में वह पांच महीने जेल में रहकर रिहा हुआ था.
इस मामले में खुद पुलिस अधिकारी मान रहे हैं कि जो अपराधी गिरफ्तार हुआ है, वह इस हत्याकांड में निश्चित रूप से शामिल होगा, लेकिन जो कारण बताया जा रहा है वह गलत है और इस मामले का मास्टरमाइंड कोई और है, क्योंकि ये हत्या सुपारी देकर करवाई गई है. परिवारवालों ने भी रोडरेज की थ्योरी को नकार दिया है. शुक्रवार को पटना के एसएसपी उपेन्द्र शर्मा मृतक रूपेश की पत्नी और अन्य परिवार वालों से मिलने छपरा गए. उन्होंने मुलाकात कर जांच के बारे में विस्तार से बताया.
इस बीच अब इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गयी है. कई दलों से संबंधित राजनेताओं ने जहां राज्यपाल से मिलकर सीबीआई जांच की मांग की है, वही लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक ट्वीट में कहा कि रूपेश हत्याकांड के खुलासे में जो स्क्रिप्ट पटना पुलिस ने सुनाई है उस पर किसी भी व्यक्ति को विश्वास नहीं है इसी लिए लोक जनशक्ति पार्टी मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी से रूपेश हत्याकाण्ड के सही जाँच के लिए सीबीआई सिफ़ारिश की मांग करती है.
आखिरकार पटना पुलिस को इंडिगो के स्टेशन हेड रुपेश सिंह की पत्नी के पास जाना पड़ गया। रुपेश सिंह की हत्या के 22 दिनों के बाद पुलिस ने हत्यारोपी को पेश कर जो थ्योरी बताई थी, रुपेश के परिवार वालों ने उसे झूठ का पुलिंदा कहा था। रुपेश की पत्नी नीतू सिंह ने तो पुलिस को झूठा कहते हुए हाईकोर्ट की निगरानी में CBI जांच की मांग भी कर दी थी।
इन्हीं सवालों से जूझने के बाद शुक्रवार को पटना के SSP उपेंद्र शर्मा पूरी टीम के साथ खुद छपरा पहुंचे। नीतू सिंह से मुलाकात के बाद SSP उपेंद्र शर्मा ने कहा कि इस केस का अनुसंधान कैसे किया और अपराधी तक कैसे पहुंचा गया, इसकी जानकारी देने के लिए मुलाकात की है। साथ ही उन्हें सुरक्षा के लिए एक बॉडीगार्ड भी दिया गया है। परिवार को अनुसंधान को लेकर जो संशय है, वह भी जानना जरूरी था।
पुलिस ने रोड पर मारपीट कहा, परिवार ने किया था इनकार
धनरुआ (मसौढ़ी) के मूल निवासी बाइक चोर ऋतुराज को मीडिया के सामने करते हुए पटना के SSP ने बुधवार को बताया था कि नवंबर की किसी तारीख को एयरपोर्ट के पास रुपेश सिंह का ऋतुराज से सामना हुआ था। रुपेश की कार और ऋतुराज की बाइक की टक्कर हुई थी।
इसके बाद रुपेश-ऋतुराज के बीच मारपीट भी हुई थी। इंडिगो स्टेशन हेड की हत्या में ऋतुराज के शामिल होने पर रुपेश सिंह के परिजनों ने कोई सवाल नहीं उठाया था, लेकिन उनका कहना था कि रुपेश किसी से तेज आवाज में बात भी नहीं करते थे और एयरपोर्ट के आसपास नवंबर में मारपीट की कोई वारदात भी नहीं हुई थी।
पुलिस की कहानी के साथ ही सबसे पहले भास्कर से बातचीत में रुपेश के भाई और फिर पत्नी ने कहा था कि “उनका स्वभाव ऐसा था कि किसी से सख्त लहजे में बात भी नहीं करते थे। किसी से झंझट हो और रुपेश गाड़ी से उतर किसी को मारें- यह असंभव है। और, अगर ऐसा हुआ भी होता तो घर में किसी को जरूर बताते। छठ में छपरा में परिवार के सदस्यों से भी इसकी चर्चा जरूर करते। न पत्नी को बताया, न भाई को। यह असंभव है।”
SSP रुपेश के पूरे परिवार से मिलकर पूछ रहे आपत्ति
पटना के SSP उपेंद्र शर्मा ने शुक्रवार दोपहर सारण पहुंचकर रुपेश सिंह के परिवार वालों से उनकी आपत्तियों की जानकारी ली। SSP ने रुपेश की पत्नी के अलावा घर के अन्य सदस्यों से भी पुलिस की थ्योरी पर सवाल की वजह पूछी। परिवार वालों से यह पूछताछ चल रही है और अबतक इस मामले में किसी की ओर से कुछ भी सार्वजनिक नहीं किया गया है।
इससे पहले भास्कर से बातचीत में परिजनों ने यह भी कहा था कि ऋतुराज और रुपेश की तस्वीरों को सामने रखकर अंदाजा कर सकते हैं कि अगर इन दोनों की मारपीट हुई होती तो कौन भारी पड़ता। ऐसे में पुलिस का यह कहना कि दोनों में मारपीट हुई थी और ऋतुराज का यह बयान कि रुपेश ने उतरकर उसे मारा- बिल्कुल गलत है।
भाई ने कहा- SSP की बात पच नहीं रही
रुपेश सिंह के भाई नंदेश्वर ने बताया कि SSP ने हमें सारी बात बताई है लेकिन हमें हत्या के पीछे रोडरेज जैसी छोटी सी बात नहीं पच रही है। SSP ने हमें बताया है कि हमारे अनुसंधान में यही बात सामने आई है। बाकी के 3 अपराधी भी जल्द पकड़े जाएंगे।
रामकृपाल यादव बोले, परिवार संतुष्ट नहीं तो हो CBI जांच
उधर, भाजपा सांसद रामकृपाल यादव भी रुपेश के परिवार की उस मांग के साथ खड़े हो गए हैं, जिसमें उन्होंने राज्य सरकार से CBI जांच की मांग की थी। पाटलिपुत्रा सांसद ने कहा कि रुपेश का परिवार पुलिस की जांच से सामने आए तथ्यों से अगर संतुष्ट नहीं है और अगर वे इस मामले की CBI जांच चाहते हैं, तो राज्य सरकार को उनकी बात सुननी चाहिए।