भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिवमंड़ल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर पूरे बिहार राज्य में महागठबंधन में शामिल दलों राजद‚ कांग्रेस‚ भाकपा‚ माकपा और माले के संयुक्त तत्वावधान में राज्यव्यापी मानव श्रृंखला बनाकर किसान आंदोलन के समर्थन में और तीनों किसान विरोधी काले कानूनों की वापसी के लिए बिहारवासियों के संकल्प का इजहार किया गया। पटना समेत राज्य के सभी ३८ जिलों में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने अन्य सहयोगी दलों के साथ मिलकर सैकडों स्थलों पर गांवों से लेकर शहरों तक मानव श्रृंखला में हिस्सा लिया और काले कानूनों की वापसी तक संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया। भाकपा राज्य मुख्यालय को प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्यभर में सैकडों स्थलों पर आयोजित मानव श्रृंखला में कुल मिलाकर लाखों लोगों ने हिस्सा लिया। मानव श्रृंखला में शामिल लोगों ने एक नया नारा दिया–‘काला कानून वापस लो‚ नहीं तो सात रेसकोर्स खाली करो’ और ऐलान किया कि संघी लालों की घुसपैठ कराकर किसान आंदोलन को बदनाम करने और संघर्षरत किसानों का दमन करने की साजिश चलती रही तो किसानों के साथ–साथ महागठबंधन समेत अन्य विपक्षी दल मिलकर नरेन्द्र मोदी से प्रधानमंत्री आवास (७–रेसकोर्स) खाली कराने तक निर्णायक संघर्ष जारी रखेंगे। राज्य सचिवमंडल ने मानव श्रृंखला की सफलता के लिए समस्त बिहारवासियों विशेषकर राजद‚ कांग्रेस‚ भाकपा‚ माकपा और माले कार्यकर्ताओं को बधाई दी। जिनके अथक प्रयासों से महागठबंधन का यह ऐतिहासिक कार्यक्रम संभव हो पाया। आगे भी महागठबंधन की ओर से बडे कार्यक्रम आयोजित होंगे और तीनों काले कृषि कानूनों को रद् करने के साथ–साथ बिहार में कृषि उत्पादन बाजार समितियों को पुनर्जीवित करने तथा शत–प्रतिशत धान की सरकारी खरीद की गारंटी की मांग की जायेगी।
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