बिहार के सियासी संघर्ष की आंच अभी धीमी नहीं हुई है. इसे बंगाल की खाड़ी तक जाना है. अप्रैल-मई महीने में होने वाले पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में बिहार की तीन पार्टियां भी आमने-सामने होंगी. भाजपा के इतर जदयू , राजद और लोजपा के भी वहां उम्मीदवार होंगे. इस बाबत जहां जदयू वहां के राजनीतिक हालातों का आकलन कर रहा है.
वहीं राजद के दो वरिष्ठ नेता राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी शनिवार की देर शाम कोलकाता पहुंचे. एक फरवरी को दोनों नेताओं की पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात होगी. इसके बाद राजद के बंगाल चुनाव में उतरने और सीटों की संख्या पर आखिरी निर्णय होगा.
दूसरी ओर बिहार में जदयू के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतार चुकी लोजपा ने साफ तौर पर कहा कि पश्चिम बंगाल और असम में होने वाले विधानसभा चुनाव में उतरेगी. पार्टी ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. शनिवार को पार्टी के प्रधान महासचिव अब्दुल खालिक ने इस बात की घोषणा की जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि पार्टी पहले से पश्चिम बंगाल आदि जगहों पर चुनाव लड़ती रही है. जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं. उन राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हो रही है. उन राज्यों के प्रतिनिधियों द्वारा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया गया था. उसके बाद पार्टी ने वहां चुनाव लड़ने का फैसला किया है