आज पूरा देश आज 72 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह देश की राजधानी दिल्ली में हो रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के तिरंगा फहराने के बाद राजपथ पर सैन्य परेड के बाद विभिन्न राज्यों और मंत्रालयों की झांकियां निकाली गईं। इस बार परेड की अगुआई लेफ्टिनेंट जनरल विजय मिश्रा ने की। इस बार परेड के दौरान पहली बार राफेल लड़ाकू विमानों की उड़ान के साथ टी-90 टैंकों, समविजय इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, सुखोई-30 एमके आई लड़ाकू विमानों समेत देश की सेना ने अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया। गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ पर 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की झांकियों, रक्षा मंत्रालय की छह झांकियों अन्य केंद्रीय मंत्रालयों और अर्द्धसैनिक बलों की नौ झांकियों समेत 32 झांकियों में देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, आर्थिक उन्नति और सैन्य ताकत की आन बान शान नजर आई।
इस कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 9 बजे से हुई। 9.30 बजे नेशनल वॉर मेमोरियल पर पीएम मोदी ने शहीदों को श्रद्धांजलि की। 10 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ध्वजारोहण किया और उसके तुरंत बाद परेड की शुरुआत हुई। 11.25 बजे फ्लाइ पास्ट हुआ।
स्कूली छात्र लोक नृत्य पेश करेंगे। ओडिशा में कालाहांडी के मनमोहक लोक नृत्य बजासल, फिट इंडिया मूवमेंट और आत्मनिर्भर भारत के अभियान की बानगी भी पेश की गई। बांग्लादेश सैन्य बल की 122 सदस्यीय टुकड़ी ने भी राजपथ पर कदमताल किया। परेड के दौरान थल सेना अपने मुख्य जंगी टैंक टी-90 भीष्म, इनफैन्ट्री कॉम्बैट वाहन बीएमपी-दो सरथ, ब्रह्मोस मिसाइल की मोबाइल प्रक्षेपण प्रणाली, रॉकेट सिस्टम पिनाका, इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली समविजय समेत अन्य का दमखम प्रदर्शित किया। गणतंत्र दिवस परेड पर इस साल नौसेना अपने पोत आईएनएस विक्रांत और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान नौसैन्य अभियान की झांकी को पेश किया। राफेल समेत वायु सेना के 38 विमान और भारतीय थल सेना के चार विमानों ने फ्लाई पास्ट में हिस्सा लिया।
राजपथ के आसमान में गरजा राफेल
पहली बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर राफेल लड़ाकू विमानों ने फ्लाई पास्ट में लिया हिस्सा
राजपथ पर अब राफेल विमान फ्लाईपास्ट कर रहे हैं, राफेल विमान एकलव्य फॉर्मेशन में उड़ान भर रहे हैं. राफेल की गर्जना सुनकर पूरा देश जहां गर्व महसूस कर रहा है तो वहीं दुश्मन के दिल कांप गए होंगे. इलसके बाद तीन सुखोई विमानों ने भी उड़ान भरी.
परेड के सबसे आखिर में राफेल लड़ाकू विमान फ्लाइ पास्ट के अंत में अपने करतब दिखाने शुरू किए. उसके साथ दो जगुआर लड़ाकू विमान और दो मिग-29 विमानों ने भी हुंकार भरी हालांकि, इस दौरान लोगों की निगाहें सिर्फ राफेल पर ही जमी रहीं ऐसा इसलिए भी रहा क्योंकि वो इस बार वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन में अपना प्रदर्शन कर रहा था.
जानिए क्या होता है वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन
युद्ध के दौरान जब लड़ाकू विमान दुश्मन का सामना करते हैं, तो उस समय उनका दो टारगेट होता है एक तो दुश्मन का सफाया कर देना और दूसरा खुद को वहां सुरक्षित निकाल लेना. यहां आपको बताते चलें कि वायुसेना का हर पायलट अपने विमान को दुश्मनों के हमलों से बचाने के लिए उस दौरान कई तरह के करतब करता है, ताकि दुश्मन के हथियारों के निशाने उस विमान को न भेद पाएं. पायलट के इन्ही करतबों में से एक है वर्टिकल चार्ली करतब इसे ‘वर्टिकल चार्ली’ फॉर्मेशन के नाम से जाना जाता है.
पायलट ऐसे देते हैं युद्ध में दुश्मनों को चकमा
वायुसेना के सभी पायलटों को इस बात की ट्रेनिंग दी जाती है. आपको बता दें कि जब इस फॉर्मेशन के दौरान पायलट राफेल की उड़ान की शुरुआत करता है, तब वह जमीन के काफी करीब होता है, और फिर अचानक ही बिल्कुल ऊंचाई की ओर रुख कर लेता है इस दौरान विमान का पायलट थोड़ी रौशनी का भी उपयोग करता है जो कि इस करतब के साथ-साथ खुद को बचाने की भी नीति है. जब विमान ज्यादा ऊंचाई तक जाने के बाद भी दिक्कतों का से बचने के लिए विमान कई बार हवा में पलटी मारेगा और दुश्मन को चौंका देगा इसे ही वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन कहा जाता है.
राजपथ में परेड में बांग्लादेश के सशस्त्र बलों की टुकड़ी ने भी हिस्सा लिया. इस टुकड़ी में बांग्लादेश के 122 जवान शामिल हैं. दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के पचास साल पूरे होने पर बांग्लादेश के सशस्त्र बलों की टुकड़ी परेड में शामिल हुई है. यह तीसरा मौका है जब किसी अन्य देश की सैन्य टुकड़ी यहां गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा ले रही है. इससे पहले 2016 में फ्रांस और 2017 में सुयक्त अरब अमीरात की सैन्य टुकड़ी ने हिस्सा लिया था.