मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) से राज्य में कोरोना टीकाकरण की शुरुआत की। मुख्यमंत्री के समक्ष शनिवार को आईजीआईएमएस के सफाईकर्मी रामबाबू को कोरोना का पहला टीका लगाया गया। इसके बाद एम्बुलेंस चालक अमित कुमार‚ लैब टेक्नीशियन सोनू पंडित‚ डॉ. सनंत कुमार एवं करणवीर सिंह राठौड़ को भी टीका लगाया गया। मुख्यमंत्री ने टीका लगवाने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आज से बिहार में कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हुई है। हमलोग इस अवसर पर यहां उपस्थित हैं। उन्होंने कहा कि देश की तरह बिहार में भी कोरोना टीकाकरण की पूरी तैयारी की गई है। मुख्यमंत्री ने आईजीआईएमएस में बनाये गये ऑब्जर्वेशन रूम से वेबकास्टिंग के जरिए विभिन्न केंद्रों पर चलाए जा रहे टीका अभियान का जायजा लिया। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय‚ मुख्य सचिव दीपक कुमार‚ स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। राज्य के ३०० केंद्रों पर एक साथ टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई। हर केंद्र पर प्रतिदिन १०० लोगों को टीका लगाया जाएगा। राज्य में पहले दिन ३० हजार लोगों को टीका लगाया गया।
सफाईकर्मी को टीका लगने के बाद एम्बुलेंस चालक अमित कुमार, लैब टेक्निशियन सोनू पंडित, डॉ. सनंत कुमार एवं करणवीर सिंह राठौर को टीका लगा। मुख्यमंत्री ने टीका लगवाने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने आईजीआईएमएस में बनाए गए ऑब्जर्वेशन रूम से वेब कास्टिंग के माध्यम से विभिन्न केन्द्रों पर चलाए जा रहे कोरोना टीकाकरण अभियान का जायजा भी लिया। इसके बाद उन्होंने आईजीआईएमएस परिसर में पौधा भी लगाया। आईजीआईएमएसम से टीकाकरण की शुरुआत के बाद पीएमसीएच में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद संजय जायसवाल ने टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया। यहां पहला टीका वार्ड अटेंडेंट मो. इकबाल और दूसरा टीका नर्स शीलू कुमारी को दिया गया।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे़य ने कहा कि राज्य में शनिवार को उत्सवी माहौल में १८‚१२२ लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी गयी। राज्य के ३०१ केन्द्रों पर टीके लगाये गये। राज्य में पहला टीका आईजीआईएमएस के सफाईकर्मी रामबाबू को दिया गया। राज्य में निर्धारित केन्द्रों पर सोमवार‚ मंगलवार‚ गुरुवार और शनिवार को टीका दिया जाएगा। सभी केन्द्रों पर कोविड़ टीकाकरण के बाद जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन के लिए कलर कोडे़ड़ बैग्स में टीकाकरण केन्द्रों से निकटतम कोल्ड़ चेन प्वाइंट तक लाया जाएगा। वहां से संबंधित जैव चिकित्सा अपशिष्ट उपचार केन्द्र के माध्यम से उठाव कर उसका निष्पादन किया जाएगा। श्री पांडे़य ने टीकाकरण में लगे चिकित्सकों एवं अन्य कर्मियों के उत्साह की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना के खिलाफ हम जंग जीतने के करीब पहुंच गए हैं। इस बीच‚ राज्य स्वास्थ्य समिति ने बताया कि पहले टीकाकरण का कार्य दिन में ग्यारह बजे से शुरू होकर शाम पांच बजे तक चला। इस कार्य में कुल १‚५०५ दलकर्मी शामिल थे। कोविशील्ड़ टीका लेने वाले लाभार्थियों की संख्या १७‚८५७ एवं कोवैक्सीन टीका लेने वाले लाभार्थियों की संख्या २६५ रही।
हमें खुशी है कि हम कोरोना टीकाकरण अभियान का हिस्सा बने
बिहार में पहला टीका लगवाने वाले सफाई कर्मचारी रामबाबू ने कहा कि हमें खुशी है कि हम कोरोना टीकाकरण अभियान का हिस्सा बने, हम इन 10 महीनों में भी कोरोना से बचे रहे इसके लिए मैं भगवान को बहुत धन्यवाद देता हूं. भ्रम में मत उलझें. डरने की कोई जरूरत नहीं है.क्योंकि डर के आगे ही जीत होती है.
पिछले नौ महीने से बिहार में भी चिकित्साकर्मियों ने बिना छुट्टी के दिन-रात काम कर कोरोना मरीजों की सेवा की है। आज कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या में काफी कमी कमी आई है। यह चार हजार से भी नीचे है। कहा कि कोरोना टीका का दो डोज पड़ना है। एक डोज देने के 28 दिनों बाद दूसरा डोज दिया जाएगा। जिन लोगों को टीका दिया जा रहा है, उन्हें अगले 30 मिनट तक चिकित्सकीय देख-रेख में रखा जा रहा है। मौके पर विधायक संजीव चौरसिया, मुख्य सचिव दीपक कुमार, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव मनीष कुमार वर्मा, कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति मनोज कुमार, आईजीआईएमएस के निदेशक डॉ एनआर विश्वास आदि उपस्थित थे।
वहीं बिहार में दूसरे चरण के कोरोना टीकाकरण को लेकर अबतक 75 हजार से अधिक व्यक्तियों का निबंधन किया जा चुका है। दूसरे चरण में राज्य के फ्रंटलाइन वर्कर का टीकाकरण किया जाना है। इस चरण में निबंधन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि 25 जनवरी तक दूसरे चरण के टीकाकरण को लेकर निबंधन किया जा सकेगा। 25 जनवरी तक आंकड़ों को अपडेट कर उनके टीकाकरण का कार्यक्रम तय किया जाएगा। कोरोना टीकाकरण को लेकर कोविन पोर्टल पर निबंधन किया जा रहा है। कोविन पोर्टल के निबंधन के आधार पर ही लाभार्थियों का टीकाकरण होगा।
दूसरे चरण में पुलिस, केंद्रीय पुलिस, आर्म्ड फोर्स, होमगार्ड, गृह कारा, आपदा प्रबंधन, सिविल डिफेन्स, राजस्वकर्मी एवं नगर निकाय के सफाईकर्मी व अन्य कर्मियों को टीका लगेगा। इनके निबंधन की कार्रवाई तेजी से की जा रही है।
जिस प्रकार पहले चरण के टीकाकरण के लिए स्वास्थ्यकर्मियों के निबंधन इत्यादि की जिम्मेदारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय एवं स्वास्थ्य विभाग, बिहार द्वारा पूरी की गयी है, उसी प्रकार दूसरे चरण में पुलिस के लिए राज्य में गृह विभाग एवं केंद्र के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा सूची तैयार करायी जाएगी। नगर निगम कर्मियों के लिए राज्य में नगर विकास विभाग एवं केंद्र सरकार के स्तर पर केंद्रीय नगर एवं आवास मंत्रालय द्वारा कर्मियों के नाम, फोन नंबर इत्यादि का ब्योरा एकत्र किया जा रहा है।
आउटसोर्स वाले निगमकर्मियों को भी लगेगा टीका
जानकारी के अनुसार निगमकर्मियों में चालक व अन्य वैसे सफाईकर्मी जो आउटसोर्स के माध्यम से रखे गए हैं, उनको भी टीकाकरण में शामिल किया जाएगा। सभी व्यक्तियों के निबंधन के बाद टीकाकरण की तैयारी की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के अनुसार जिन व्यक्तियों का निबंधन होगा उन्हें ही टीका दिया जाएगा। टीकाकरण केंद्र पर आने पर उन्हें फोटोयुक्त पहचान पत्र दिखाना होगा।