अमेरिका के संसद परिसर में हुई हिंसा की घटनाओं में एक महिला समेत कुल चार लोगों की मौत हो गई है। यह जानकारी वाशिंगटन डीसी पुलिस की तरफ से दी गई है। जानकारी के मुताबिक महिला की मौत पुलिस की गोली से हुई है। वहीं तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस हिंसा में कई लोगों को चोट पहुंची है। जानकारी के मुताबिक मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थक अमेरिकी कैपिटोल में घुस गए और पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई। इस दौरान नए राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडन के नाम पर मोहर लगाने की संवैधानिक प्रक्रिया बाधित हुई।
कांग्रेस के सदस्य इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की गिनती कर रहे थे, इसी दौरान बड़ी संख्या में ट्रंप के समर्थक सुरक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करते हुए कैपिटोल बिल्डिंग में घुस गए। पुलिस को इन प्रदर्शनकारियों को काबू करने में काफी मश्क्कत का सामना करना पड़ा। इन हालात में प्रतिनिध सभा और सीनेट तथा पूरे कैपिटोल को बंद कर दिया गया। उपराष्ट्रपति माइक पेंस और सांसदों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
प्रदर्शनकारियों के हमले में कई अधिकारी घायल हो गए हैं। बिगड़ते हालात के बीच राष्ट्रीय राजधानी में कर्फ्यू लगा दिया गया। लेकिन बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर उतर आए।
अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में हुई हिंसा की घटनाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सत्ता का हस्तांतकरण क्रमबद्ध और शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए। लोकतांत्रिक प्रक्रिया को इस तरह के विरोध द्वारा विकृत नहीं होने दिया जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वाशिंगटन डीसी में हुई हिंसा की घटनाएं चिंताजनक और परेशान करनेवाली है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने वाशिंगटन डीसी में हुई हिंसा की घटनाओं पर रिपब्लिकन पार्टी और उसके नेताओं को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने हिंसा की घटनाओं पर दुख जताते हुए अपना बयान जारी किया है। ओबामा ने अपने बयान में कहा कि कैपिटोल में हुई हिंसा की घटनाओं को इतिहास अच्छी तरह से याद रखेगा जिसे मौजूदा राष्ट्रपति ने उकसाया। ओबामा ने मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का नाम लिए बगैर कहा कि मौजूदा राष्ट्रपति लगातार कानूनी तरीके से हुए चुनाव को लेकर आधारहीन तर्कों के साथ झूठ पर झूठ बोले जा रहे हैं। यह हमारे देश के लिए बेहद शर्मनाक है।
ट्विटर ने ट्रंप के अकाउंट पर अस्थायी रोक लगायी
अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में धांधली संबंधी पोस्ट लगातार करने पर माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट पर बुधवार को 12 घंटे के लिए रोक लगा दी। ट्विटर ने चेतावनी दी कि अगर भविष्य में ट्रंप ने नियमों का उल्लंघन किया तो उनके अकाउंट पर स्थायी रूप से रोक लगा दी जाएगी। इससे पहले ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब ने ट्रंप का वीडियो हटा दिया था जिसमें वह बुधवार को अपने समर्थकों से ‘घर जाने’ की अपील कर रहे थे और राष्ट्रपति चुनाव में धांधली होने की बात के रहे थे।
पुलिस और ट्रंप समर्थकों के बीच झड़प
जब नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत को प्रमाणित करने के लिए सांसद संसद के संयुक्त सत्र के लिए कैपिटोल के भीतर बैठे थे, तभी यूएस (अमेरिका) कैपिटोल पुलिस ने इसके भीतर सुरक्षा के उल्लंघन की घोषणा की। कैपिटोल के बाहर पुलिस और ट्रंप समर्थकों के बीच झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों ने कैपिटोल की सीढ़ियों के नीचे लगे अवरोधक तोड़ दिए। कैपिटोल पुलिस ने बताया कि इलाके में एक संदिग्ध पैकेट भी मिला है।
हार को स्वीकार नहीं करेंगे-ट्रंप
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संसद का संयुक्त सत्र शुरू होने से ठीक पहले कहा कि वह चुनाव में हार को स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें धांधली हुई है और यह धांधली उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन के लिए की गई, जो नवनिर्वाचित राष्ट्रपति हैं। ट्रंप ने वाशिंगटन डीसी में अपने हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा , ‘‘जब धांधली हुई हो तब आपको अपनी हार स्वीकार नहीं करनी चाहिए। ’’ ट्रंप ने एक घंटे से अधिक के अपने भाषण में दावा किया कि उन्होंने इस चुनाव में शानदार जीत हासिल की है।