बिहार में विभिन्न विभागों के प्रधान सचिव और सचिवों को राज्य के दस जिलों की जिम्मेदारी मिली है। इसका आदेश सोमवार को कैबिनेट सचिवालय ने जारी कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत को भागलपुर और बांका का प्रभारी सचिव बनाया गया है।
श्रम संसाधन के प्रधान सचिव मिहिर कुमार सिंह बेगूसराय, गृह विभाग के सचिव सेंथिल कुमार गोपालगंज, लघु जल संसाधन के सचिव संतोष कुमार मल्ल मधेपुरा के प्रभारी सचिव बनाए गए हैं। जनकल्याणकारी कार्यक्रमों एवं विकास योजनाओं की सघन समीक्षा के लिए सभी जिलों के प्रभारी सचिव नामित किए गए हैं।
ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अरविद कुमार चौधरी सोमवार को लगभग सवा 11 बजे रजौली पहुंचे। सर्व प्रथम उन्होंने प्रखंड कार्यालय में डीएम, डीडीसी, एसडीओ समेत जिले के अधिकारियों के साथ विकास योजनाओं को लेकर बैठक की। डीएम समेत तमाम अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। समीक्षा बैठक के बाद प्रधान सचिव ने प्रखंड नजारत, आरटीपीएस काउंटर, पंचायती राज कार्यालय की भी जांच की। इसके बाद प्रखंड परिसर स्थित पुस्तकालय भवन का फीता काटकर शुभारंभ किया। इसके बाद वे मनरेगा कार्यालय, कृषि भवन, ई-किसान भवन स्थित नर्सरी आदि की जांच की। नर्सरी की जांच के दौरान वे वहां की हालत देख कर भड़क उठे। उन्होंने नर्सरी की उपयोगिता पर सवाल करते हुए कहा कि जब नर्सरी में पौधे का उत्पादन नहीं हो रहा तो नर्सरी का क्या मतलब है।
प्रधान सचिव ने रजौली पश्चिमी पंचायत में सोनूटांड़ स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय डीह रजौली (हिदी) में लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत बने सामुदायिक शौचालय का फीता काटकर शुभारंभ किया। इसके बाद वे छपरा गए। जहां पर वे दुलकी पैन की सफाई कार्य का जायजा लिया। प्रखंड के कनीय अभियंता रविन्द्र कुमार से उन्होंने पूछताछ की। पंचायत में बने मनरेगा भवन के पास वृक्षारोपण कार्य को देखा और पेड़ लगाए।