हनीमून के लिए शिलांग गए इंदौर के बिजनेसमैन राजा रघुवंशी की हत्या कर दी गई. हत्या के आरोपी राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी पर ही है. सोनम को फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि इस पूरी प्लानिंग में सोनम अकेली नहीं थी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विक्की ठाकुर, आकाश और आनंद ने मिलकर राजा की हत्या की है. इस पूरी प्लानिंग का मास्टमाइंड राज कुशवाहा है. कहा जा रहा है कि राज के साथ सोनम का अफेयर था. फिलहाल आरोपी आनंद को पुलिस ने सागर से गिरफ्तार कर लिया है.
बताया जा रहा है कि सोनम और राज काफी वक्त से एक दूसरे को जानते थे. दोनों की फोन पर काफी बातें हुआ करती थी. पुलिस ने सोनम के फोन को ट्रेस किया था. कॉल डिटेल में सोनम और राज के रिश्ते का खुलासा हुआ है.
पिता ने बेटी को बताया बेगुनाह
सोनम रघुवंशी के पिता देवी सिंह ने अपनी बेटी को बेगुनाह बताया है. इतना ही नहीं उन्होंने मेघालय पुलिस पर ही गंभीर आरोप लगाए है. उनका कहना है कि शादी दोनों परिवारों की सहमति से हुई थी. मेघालय की सरकार पहले दिन से ही झूठ बोल रही है. मेरी बेटी कल रात गाजीपुर में एक ढाबे पर आई थी और उसने अपने भाई को फोन किया. पुलिस ढाबे पर गई और उसे वहां से ले जाया गया. मैं अपनी बेटी से बात नहीं कर पाया हूं. मेरी बेटी ऐसा काम क्यों करेगी, अपने पति को मार डालेगी? मेघालय पुलिस पूरी तरह झूठ बोल रही है. मैं गृह मंत्री अमित शाह से CBI जांच की अपील करता हूं. मेरी बेटी 100 फीसदी बेगुनाह है.
ढाबा मालिक बोला- मेरे फोन से फैमिली को कॉल किया, रो रही थी सोनम गाजीपुर के जिस ढाबे पर रविवार देर रात 1 बजे सोनम पहुंची, उसके मालिक साहिल यादव ने बताया, ‘सोनम बदहवास हालात में मेरे पास आई। वह रो रही थी। उसने मुझसे मोबाइल मांगा और कहा मुझे अपनी फैमिली से बात करनी है। फोन पर वह रोने लगी। ढाबे पर मौजूद एक परिवार की महिला ने उसे ढांढस बंधाया। समझाया। इतनी देर में सोनम के भाई का मेरे मोबाइल पर कॉल आया। उन्होंने मुझे पुलिस को फोन करने के लिए कहा।’
सोनम की बरामदगी को लेकर 2 तरह की बातें
- पहली: गाजीपुर एसपी डॉ. ईरज राजा ने बताया, ‘गश्त के दौरान पुलिसकर्मियों ने नंदगंज के काशी ढाबा पर एक महिला को बेहोशी की हालत में पड़ा देखा। पुलिस पूछताछ में पुष्टि हुई कि यह वही सोनम रघुवंशी है, जो अपने पति राजा रघुवंशी के साथ शिलांग में लापता हुई थी। जिला अस्पताल में चेकअप के बाद सोनम को वन स्टॉप सेंटर में रखा है।
- दूसरी: सोनम के पिता देवी सिंह ने बताया, ‘रात करीब 2 बजे सोनम गाजीपुर के एक ढाबे पर पहुंची थी। यहां ढाबे वाले से कहकर भाई गोविंद को कॉल किया। गोविंद ने गाजीपुर से अपने परिचित को वहां भेजा। इसके बाद उन्होंने सोनम से फोन पर बात कराई।’
सोनम का परिवार बोला- शिलांग पुलिस झूठ बोल रही
सोनम के पिता देवी सिंह बोले- शिलांग पुलिस झूठ बोल रही है। वह इस मामले में फंसने वाली है इसलिए ऐसा कर रही है। हमारे बच्चे ऐसा नहीं कर सकते। उन्हें ऐसी शिक्षा नहीं दी गई है। मेरी बेटी 25 साल की है, कोई 10 साल की नहीं। सोनम की मां बोलीं- सोनम मिल गई। खुशी भी है लेकिन बच्चा (राजा) चला गया, इस बात का दुख है। जितनी खुशी है, उससे कहीं ज्यादा दुख है। सोनम की मां संगीता ने कहा, ‘हमें खुशी है कि वह मिल गई, लेकिन दुख बना हुआ है कि अब हम जानना चाहते हैं कि राजा की हत्या के पीछे कौन था। मले ही वह वापस आ गई हो, लेकिन दुख तो है ही हमने राजा को खो दिया।
सोनम ने बुक कराई थी शिलांग की टिकट
राजा की मां उमा ने बताया- हनीमून पर शिलांग जाने को लेकर घर पर कोई बातचीत नहीं हुई थी। राजा ने सोनम से कहा था कि मैं अभी घूमने नहीं जा सकता। अगर जाऊंगा, तो घरवालों से पूछकर बाद में जाऊंगा। बाद में राजा ने मुझे कहा- सोनम ने टिकट बुक कर ली है, अब मैं क्या करूं? इस पर मैंने कहा- अगर टिकट कर ली है तो चले जाओ। उसने बताया कि यह 6-7 दिन का टूर है। हालांकि, उसने वापसी की टिकट नहीं कराई थी।
गाजीपुर के जिस ढाबे पर सोनम मिली, उसके मालिक साहिल यादव ने कहा- सोनम ने मुझसे मोबाइल मांगा और अपनी फैमिली से बात की। फोन पर वह रोने लगी।
ढाबे पर मौजूद एक परिवार की महिला ने उसे ढांढस बंधाया। समझाया।
इतनी देर में सोनम के भाई का मेरे मोबाइल पर कॉल आया। उन्होंने मुझे पुलिस को फोन करने के लिए कहा।