जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 हिंदुओं के नरसंहार के खिलाफ पूरा देश आक्रोश की आग में जल रहा है. इस घटना की हर किसी निंदा की और सरकार से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की. इस मामले में देश के सभी राजनीतिक दलों ने भी एकजुटता का संदेश दिया. विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार के हर फैसले में साथ होने की बात कही थी. लेकिन, कांग्रेस पार्टी और उसकी आईटी सेल की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेता ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. कांग्रेस पार्टी ने पहलगाम की घटना पर एक पोस्टर शेयर किया है. इसमें पीएम के हुलिए में एक इंसान को दिखाया गया है, जिसका सिर नहीं है. इस पोस्टर पर गहरा विवाद छिड़ गया है.
इस तस्वीर को कांग्रेस की आईटी सेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया, जिसके बाद इसे लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं. कुछ यूजर्स ने इसे ‘सर तन से जुदा’ जैसा संदेश देने की कोशिश बताया, जबकि अन्य ने इसे कांग्रेस की नीच और अनुचित राजनीति करार दिया. इस विवाद ने न केवल भारत में बल्कि पाकिस्तान में भी चर्चा बटोरी है. कथित तौर पर एक पाकिस्तानी मंत्री ने इस तस्वीर का इस्तेमाल किया है. इस घटना ने कांग्रेस की मंशा और उनकी सोशल मीडिया रणनीति पर सवाल खड़े किए हैं.
संकट काल में ऐसा विरोध
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब देश पर संकट की स्थिति है. उस वक्त कांग्रेस ऐसे पोस्टर जारी कर क्या संदेश देना चाहती है. क्या वह पाकिस्तान से हाथों खेलते हुए नजर नहीं आ रही है? कुछ यूजर्स ने दावा किया कि सुप्रिया श्रीनेत के निर्देश पर कांग्रेस आईटी सेल ने पीएम मोदी की यह आपत्तिजनक तस्वीर शेयर की. इस तस्वीर में पीएम का सिर हटाया गया था, जिसे कई लोगों ने हिंसक और अपमानजनक माना. इस अन्य यूजर ने लिखा- इस फोटो का मतलब समझे आप लोग? पीएम का सिर गायब, मतलब ‘सर तन से जुदा’… कितने नीच हैं कांग्रेसी.
सुप्रिया श्रीनेत कांग्रेस की सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म की प्रमुख हैं. वह पहले भी विवादास्पद बयानों और पोस्ट्स के लिए सुर्खियों में रही हैं. जनवरी 2025 में एक वीडियो सामने आया था जिसमें सुप्रिया कथित तौर पर एक पत्रकार रणविजय सिंह को कांग्रेस के लिए ग्राफिक्स बनाने का निर्देश दे रही थीं. इस घटना ने उनकी विश्वसनीयता और कांग्रेस आईटी सेल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे. इस ताजा विवाद में सुप्रिया ने अभी तक तस्वीर पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है.
सवालों के घेरे में सुप्रिया श्रीनेत
इस घटना ने कई सवाल खड़े किए हैं. पहला कि क्या कांग्रेस की आईटी सेल जानबूझकर ऐसी तस्वीरें शेयर कर रही है ताकि विवाद पैदा हो और राजनीतिक लाभ लिया जाए? दूसरा क्या यह तस्वीर वाकई पाकिस्तान तक पहुंची और अगर हां तो क्या यह कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा था? जानकारों का मानना है कि कांग्रेस की सोशल मीडिया रणनीति अक्सर आक्रामक और विवादास्पद रही है. सुप्रिया श्रीनेत ने पहले भी पीएम मोदी पर तंज कसते हुए उनकी आर्थिक नीतियों, रुपये की गिरावट और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर हमला बोला है. लेकिन इस बार की तस्वीर ने नैतिकता और शालीनता की सभी सीमा पार कर दी.