बिहार के सीएम नीतीश कुमार आज ‘महिला संवाद’ अभियान की शुरुआत किये । साथ ही 50 प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना कीये। इस अभियान के तहत आज पहले दिन राज्य के 600 जगहों पर संवाद कार्यक्रम आयोजित किए गये है ।
यह पहल आगामी 60 दिनों तक राज्य भर में चलती रहेगी। सरकार के मुताबिक इस दौरान कुल 70,000 स्थानों पर कार्यक्रम होंगे। विशेष रूप से 600 गाड़ियां ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी देंगी
पटना में 1385 जगहों पर होंगे कार्यक्रम
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस अभियान के तहत करीब 2 करोड़ महिलाओं तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें 1.35 लाख से अधिक जीविका समूह की महिलाएं भाग लेंगी। सभी 38 जिलों को इस कार्यक्रम में शामिल किया गया है। पटना जिले में ही लगभग 1395 जगहों पर संवाद होंगे। हर दिन औसतन 1200 स्थानों पर सुबह और शाम में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
‘महिला संवाद’ का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को सरकारी कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराना है। इसमें महिला सशक्तिकरण नीति 2015, आरक्षण, शराबबंदी, बाल विवाह, दहेज उन्मूलन, जीविका कार्यक्रम, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, छात्रा पोशाक योजना सहित अनेक योजनाएं सम्मिलित हैं।
हर रोज 1200 गांवों में होगा कार्यक्रम
यह महिला संवाद कार्यक्रम बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग की ओर से संचालित की जाएगी. इसके तहत जीविका से रोज प्रदेश के 1200 गांवों में महिला संवाद होगा. 600 डिजिटल जागरूकता रथ से बिहार सरकार की ओर से महिला, छात्राओं और युवतियों के लिए किये गये कार्यों को बताया जायेगा. यह कार्यक्रम अगले दो महीने तक चलने वाला है. इसे दो शिफ्ट में सुबह नौ से 11 बजे और दोपहर चार से छह बजे किया जाएगा. इस दौरान महिलाओं से गांव व टोलों की समस्याएं जानी जायेंगी. विकास को लेकर उनकी राय नोट की जाएंगी. समस्याओं और विचारों को मुख्यालय भेजा जायेगा. मुख्यालय इसपर विचार करते हुए समाधान की योजना बनायेगा.
जेडीयू महिलाओं से करेगी संपर्क
बिहार में चुनावी साल है. इसको लेकर तेजस्वी यादव ने महिलाओं को ढाई-ढाई हजार रुपए देने की घोषणा की है. कई तरह की घोषणा भी तेजस्वी यादव के द्वारा किया जा रहा है. वहीं, अब जेडीयू सीधे महिलाओं से संपर्क करेगी. उनसे संवाद करेंगी और उसके अनुसार एनडीए गठबंधन अपना घोषणा पत्र तैयार करेगी.
घोषणा पत्र पर सबकी नजर
आपको बता दें कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं की मांग के अनुसार बिहार में शराबबंदी कानून लागू किया था. इस बार भी उनकी पार्टी बिहार के 2 करोड़ महिलाओं से संवाद करने जा रही है. अब देखना यह है कि महिलाओं से संवाद के बाद एनडीए आगामी चुनाव को लेकर किस तरह का घोषणा पत्र जारी करता है.