पटना में 70वीं बीपीएससी पीटी परीक्षा के खिलाफ हजारों छात्र सड़कों पर उतर आए हैं. छात्र परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं. इस मांग का समर्थन करते हुए जाने-माने शिक्षक खान सर भी छात्रों के आंदोलन में शामिल हो गए हैं. सोमवार को भारी संख्या में अभ्यर्थियों का हुजूम मुसल्लहपुरहाट से गर्दनीबाग धरना स्थल के लिए निकला है. अभ्यर्थियों के इस हुजूम के साथ शिक्षक खान सर भी मौजूद हैं. खान सर अब खुलकर छात्रों के आंदोलन में कूद पड़े हैं और परीक्षा में धांधली के सबूत उनके पास होने का दावा किया है.
बता दें, पिछले कुछ महीनों से बीपीएससी परीक्षा में धांधली के आरोपों को लेकर छात्र आंदोलन कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि 13 दिसंबर को बापू परीक्षा केंद्र पर आयोजित परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली और अनियमितता हुई है. उन्होंने इस मामले की जांच और परीक्षा रद्द करने की मांग की है. हालांकि, अभी तक सरकार या आयोग की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया है.
कई बार लाठीचार्ज
आंदोलन के दौरान कई बार लाठीचार्ज हुआ, केस दर्ज हुए और कई छात्रों को जेल भी जाना पड़ा, लेकिन आंदोलन आज भी जारी है. खान सर ने 13 फरवरी को दावा किया था कि उन्हें बीपीएससी परीक्षा में धांधली के ठोस सबूत मिले हैं. उन्होंने बताया कि नवादा और गया के ट्रेजरी से परीक्षा के पेपर गायब थे, जिन्हें बाद में बापू परीक्षा केंद्र पर भेज दिया गया. ये पेपर कबाड़ में बिकने वाले थे, लेकिन 4 जनवरी को इन्हीं पेपरों का इस्तेमाल परीक्षा में किया गया, जिसके कारण परीक्षा परिणाम में भी हेरफेर देखने को मिला.
खान सर का दावा है कि उनके पास परीक्षा में धांधली का एक वीडियो भी है. उन्होंने इस मामले को लेकर उच्च न्यायालय जाने की बात कही है और उन्हें केस जीतने का पूरा भरोसा है. देखना होगा कि खान सर के आंदोलन में शामिल होने और मामले को अदालत में ले जाने के बाद क्या रुख होता है. फिलहाल, बीपीएससी परीक्षा को लेकर एक बार फिर पटना में शुरू हुए इस आंदोलन ने प्रशासन के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर दी है.