मगध साम्राज्य की ऐतिहासिक राजधानी राजगीर में पहली बार महिला एशियन हॉकी चैम्पियनशिप ट्रॉफी का आयोजन होने जा रहा है। 11 नवंबर से 20 नवंबर तक यह चैंपियनशिप चलेगी। इस चैंपियनशिप में भारत, चीन, जापान, मलेशिया, थाईलैंड और दक्षिण कोरिया के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। 14 अक्टूबर सोमवार को सीएम नीतीश कुमार पटना से ट्रॉफी टूर को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
851 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हो रहे राजगीर अंतरराष्ट्रीय खेल अकादमी में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर की चैंपियनशिप आयोजित की जा रही है। इस अकादमी में खिलाड़ियों के लिए सभी तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां एक संग्रहालय और एक पुस्तकालय भी है, जहां खिलाड़ी खेलों के इतिहास और विभिन्न खेलों के बारे में जानकारी ले सकते हैं। इस अकादमी में खिलाड़ियों को खेलने के साथ-साथ रहने और पढ़ने की बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी।

प्राचीन नालंदा यूनिवर्सिटी की तर्ज पर बनाया गया है खेल विश्वविद्यालय
खेल विश्वविद्यालय पुराने नालंदा विश्वविद्यालय के तर्ज पर बनाया गया है। पुराने नालंदा विश्वविद्यालय में खुले में सीढ़ियों पर बैठकर बच्चे पढ़ते थे। खेल विश्वविद्यालय में भी ओपन एरिया पर फोकस किया गया है। खेल अकादमी में स्पोर्ट्स साइंस इकोसिस्टम डेवलप किया गया है। यहां मेडिसिन,न्यूट्रिशन, मेडिटेशन सहित सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होगी। खेल विश्वविद्यालय कई मायनों में खास है।
यहां स्पोर्ट्स साइंस से संबंधित सभी तरह की पढ़ाई होगी। यहां की लाइब्रेरी आईएनएस पटियाला के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी लाइब्रेरी बनेगी। बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने को लेकर खेल अकादमी और खेल विश्वविद्यालय में अंडरग्राउंड केबल से बिजली आपूर्ति की जाएगी। इससे कंस्ट्रक्शन पर भी प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय की तरह ही ध्यान रखा गया है।
851 करोड़ रुपए की लागत से स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण हो रहा है। 12 अक्टूबर 2018 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर का शिलान्यास किया था। हालांकि स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के निर्माण की लागत 740 करोड़ रुपए रखी गई थी। लेकिन अधिक समय लगने के कारण इसके निर्माण की लागत बढ़कर 851 करोड रुपए हो गई। राजगीर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम का काम भी लगभग 70% पूरा हो चुका है। जून 2025 तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

इन खेलों की मिलेगी ट्रेनिंग
निशानेबाजी, टेनिस, बॉक्सिंग, शतरंज, क्रिकेट, ताइक्वांडो, वुशु सेपक टाकरा, टेबल टेनिस, साइकलिंग, रग्बी, तलवारबाजी, बैडमिंटन, भारोत्तोलन, कुश्ती, स्विमिंग, तीरंदाजी, हैंडबॉल, बास्केटबॉल, फुटबॉल, हॉकी, कबड्डी, वॉलीबौल एथलेटिक्स और अन्य खेलों का भी मिलेगा प्रशिक्षण।
क्या है सुविधाएं
- ऑडिटोरियम-करीब 250 लोगों की बैठने की क्षमता।
- कॉन्फ्रेंस हॉल -करीब 70 लोगों की बैठने की क्षमता।
- संग्रहालय -01 , पुस्तकालय 01, भोजन कक्ष- 90 ( एकेडमिक भवन) भोजन कक्ष- 350 (छात्रावास भवन) मीटिंग हॉल, फिजियोथैरेपी, मालिश, एक्स-रे, प्रयोगशाला, 24- बिस्तर का वार्ड, 04- व्याख्यान कक्ष आरएमआरआई, 156-बेड का लड़कियों का छात्रावास, 100 बेड का ट्रांजिट छात्रावास, 298 बेड का लड़कों का छात्रावास (चार मंजिला)
मेडिकल सुविधाएं: अकादमी में खिलाड़ियों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा गया है। यहां 24 बेड का मेडिकल वार्ड है, जिसमें 12 बेड पुरुषों और 12 बेड महिलाओं के लिए हैं। इसके अलावा, सीटी स्कैन, एक्स-रे, फिजियोथेरेपी, मसाज और पैथोलॉजी जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
खेल मैदान: अकादमी में सभी खेलों के लिए अलग-अलग मैदान और कोर्ट बनाए गए हैं। यहां हॉकी मैदान के चारों ओर हाई मार्क्स लाइट लगाई गई है, ताकि रात में भी प्रशिक्षण और मैच का आयोजन किया जा सके।
अन्य सुविधाएं: अकादमी में दो डाइनिंग हॉल, एक वॉच टावर, एक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और एक वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाया गया है। खिलाड़ियों के लिए पीने के पानी की सुविधा के लिए गंगाजल की व्यवस्था की गई है।

राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक एवं राज्य खेल अकादमी राजगीर के पहले निदेशक रविंद्रन शंकरण ने महिला एशियन हॉकी चैम्पियनशिप की मेजबानी को लेकर बताया कि पिछले 3 साल से बिहार राष्ट्रीय खेल का मेजबान बना है और जिस ढंग से हम लोगों ने मेजबानी की है। उससे प्रभावित होकर हॉकी इंडिया ने हम लोगों को अप्रोच किया।
हम लोगों से बात हुई और एशियन हॉकी चैंपियनशिप करने का ऑफर भी दिया। 29 अगस्त को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राजगीर में स्टेट स्पोर्ट्स एकेडमी का शुभारंभ किया गया। अब इस अकादमी के इंफ्रास्ट्रक्चर देखने के बाद बहुत सारे फेडरेशन अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खेल के आयोजन को लेकर हमें अप्रोच कर रहे हैं।
ट्रॉफी टूर 7 अक्टूबर तक वापस नालंदा आएगी
रविंद्रन शंकरण ने बताया कि महिला हॉकी चैंपियनशिप टूर्नामेंट को हम लोगों ने हॉकी का पर्व बिहार का गर्व टैग लाइन दिया है। इस टैगलाइन के साथ हमारा ट्रॉफी पहले हरियाणा, पंजाब, ओडिशा, झारखंड में घूमेगा। इसके बाद 19 अक्टूबर को बिहार लाया जाएगा। फिर बिहार के 38 जिलों में यह ट्रॉफी जाएगी।
हर जिले में वहां के जिला प्रशासन जनप्रतिनिधि और खेल जगत से जुड़े खिलाड़ी इसका स्वागत करेंगे। 14 अक्टूबर से शुरू हो रहे ट्रॉफी टूर 7 अक्टूबर तक वापस नालंदा आएगी। इसके बाद नालंदा जिला के सभी सब डिवीजन में ट्रॉफी टूर जाएगी। महिला हॉकी चैंपियनशिप के उद्घाटन के दिन यह ट्रॉफी स्टेडियम के अंदर लाई जाएगी।

नवंबर के पहले सप्ताह में पहुंचेगी टीम
रविंद्रन शंकरण ने बताया कि भारतीय महिला हॉकी टीम 5 नवंबर को राजगीर पहुंच जाएगी। जबकि बाकी सारी टीम 8 नवंबर तक बिहार पहुंच जाएगी। प्रत्येक दिन तीन मैच का आयोजन किया गया है। पहला मैच शुरू होगा 3 बजे और आखिरी मैच 7:30 बजे का है और यह प्रत्येक दिन भारत के साथ होगा।
हर दिन 3 मैच होंगे
11 नवंबर से शुरू हो रहे महिला एशियन हॉकी चैम्पियनशिप में रोजाना तीन मैच का आयोजन होगा। जहां कुल 3000 दर्शन स्टेडियम में बैठकर इसका सीधा लुत्फ उठा सकेंगे। वहीं इंटरनेशनल प्रतिस्पर्धा का सीधा प्रसारण इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के हॉकी खेल मैदान से किया जाएगा।

बड़े पैमाने पर हो रही तैयारी
महिला हॉकी चैंपियनशिप को लेकर बड़े पैमाने पर तैयारी स्पोर्ट्स अकादमी के अंदर और बाहर चल रही है। डायरेक्टर ने बताया कि इसे लेकर कैबिनेट के जरिए 10 करोड़ रुपए खेल के आयोजन को लेकर अप्रूव हुआ है। हॉकी मैदान में अंतर्राष्ट्रीय लेवल के टर्फ को अपग्रेड भी किया जा रहा है।
वाटरिंग सिस्टम को अपडेट किया जा रहा है। लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था की जा रही है। टीम के रुकने की सारी व्यवस्था और जो रेफ्रीज आ रहे हैं, सभी के लिए अकोमोडेशन की समुचित प्रबंध किया जा रहा है। 11 नवंबर से महिला हॉकी चैंपियनशिप की शुरुआत होगी और प्रत्येक मैच में मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार का वितरण किया जाएगा। कुल 6 टीम हिस्सा ले रही है।
तैयारियों में जुटा जिला प्रशासन
एशियन हॉकी चैंपियन ट्रॉफी महिला के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन भी पूरी तरह से अलर्ट हो गई। संपूर्ण राजगीर क्षेत्र के सौंदर्यीकरण के लिए शांति स्तूप, वन गंगा, ब्रह्मकुंड आदि क्षेत्र को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने की कवायद शुरू कर दी गई। शहर को सुंदर बनाने के उद्देश्य से मुख्य मार्ग में बिहार टूरिज्म, बुद्धिज्म, हॉकी स्पोर्ट्स से संबंधित वॉल पेंटिंग किया जाएगा। साथ ही होर्डिंग फ्लेक्स भी लगाए जाएंगे। राजगीर की सड़कें चौड़ी दिखे और सुंदर दिखे, इसे लेकर अवैध अतिक्रमण भी हटाए जा रहे हैं।