देश की सत्ता पर सबसे अधिक समय तक कायम रहने वाली और सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव में अब तक के चुनावी इतिहास में सबसे कम सीटों पर चुनाव मैदान में उतरेगी. 2014 के लोकसभा चुनाव में अपने चुनावी इतिहास में सबसे कम सिर्फ 44 सांसद लोकसभा में भेजने वाली कांग्रेस पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में 350 से कम लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
भारत में हुए पहले लोकसभा चुनाव 1951-52 से लेकर साल 2019 तक हुए सत्रह लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कभी भी 400 से कम लोकसभा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ी. कांग्रेस ने अब तक सबसे कम सीटों पर लोकसभा का चुनाव 2004 में लड़ा था, जब पार्टी ने कुल 417 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. इसके बाद 2009 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 440, 2014 के लोकसभा चुनाव में 463, 2019 के लोकसभा चुनाव में 421 उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा था.
क्यों कांग्रेस सबसे कम सीटों पर लड़ रही है चुनाव?
2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की कम सीटों पर लड़ने की सबसे बड़ी वजह कांग्रेस का इंडिया अलायन्स का हिस्सा होना है और इसके तहत इंडिया अलायंस के घटक दलों के साथ सीटों का तालमेल है. कई राज्यों में कांग्रेस पिछले चुनाव के मुकाबले कम सीटों पर लोकसभा का चुनाव लड़ रही है.
मसलन उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने पिछली बार यूपीए गठबंधन के तहत 67 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन इस बार पार्टी सिर्फ 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है यानी 50 सीटें कम. इसी तरह से बंगाल में कांग्रेस पार्टी ने पिछली बार 41 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन सूत्रों के मुताबिक इस बार कांग्रेस करीब 20 लोकसभा सीटों पर ही उम्मीदवार उतार रही है.