प्रधानमंत्री मोदी आज सोमवार को हरियाणा के गुरुग्राम जाएंगे। यहां से वे देशभर में लगभग 1 लाख करोड़ रुपए की लागत वाले 112 नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इस दौरान वे द्वारका एक्सप्रेसवे के हरियाणा सेक्शन का उद्घाटन करेंगे। इससे गुरुग्राम के मानेसर से दिल्ली के द्वारका तक पहुंचने में सिर्फ 20 मिनट लगेंगे। इससे पहले PM रोड शो करेंगे और सेक्टर 84 में जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद PM शाम को डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) के एक प्रोग्राम में भाग लेंगे।
20 मिनट में गुरुग्राम से द्वारका पहुंचेंगे
द्वारका एक्सप्रेस-वे से 20 मिनट में गुरुग्राम के मानेसर से दिल्ली के द्वारका तक पहुंचना आसान होगा। अभी तक इसमें 1 घंटे लगते थे। जाम लगने पर डेढ़ से दो घंटे भी लग जाते थे। दिल्ली के जनकपुरी, प्रीतमपुरा और रोहिणी इलाके में भी कम से कम समय में पहुंचा जा सकेगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग-48 पर दिल्ली और गुरुग्राम के बीच यातायात परिचालन में सुधार लाने और व्यवस्था की बाधाओं को दूर करने में सहयोग देने के लिए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारका एक्सप्रेसवे के हरियाणा खंड का उद्घाटन करेंगे। 8 लेन द्वारका एक्सप्रेसवे का 19 किमी लम्बे हरियाणा खंड का निर्माण 4,100 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इस परियोजना में 10.2 किमी लंबे दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर से बसई रेल-ओवर-ब्रिज (आरओबी) और 8.7 किमी लंबे बसई रेल-ओवर-ब्रिज (आरओबी) से खेड़की दौला तक के दो पैकेज शामिल हैं। यह दिल्ली और गुरुग्राम बाईपास में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से सीधे कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उद्घाटन किए जाने वाली अन्य प्रमुख परियोजनाओं में 9.6 किमी लंबी छह लेन शहरी विस्तार रोड-II (यूईआर-II)- पैकेज 3 नांगलोई – नजफगढ़ रोड से दिल्ली में सेक्टर 24 द्वारका खंड तक शामिल हैं; उत्तर प्रदेश में 4,600 करोड़ रुपये की लागत से लखनऊ रिंग रोड के तीन पैकेज का विकास; आंध्र प्रदेश राज्य में 2,950 करोड़ रुपये की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग-16 के आनंदपुरम-पेंडुरथी- अनाकापल्ली खंड का विकास; हिमाचल प्रदेश में 3,400 करोड़ रुपये के राष्ट्रीय राजमार्ग-21 के किरतपुर से नेरचौक खंड (2 पैकेज); कर्नाटक में 2,750 करोड़ रुपये के डोबास्पेट – हेसकोटे खंड (दो पैकेज) के साथ पूरे देश के विभिन्न राज्यों में 20,500 करोड़ रुपये की 42 अन्य परियोजनाएं शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश में विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। जिन प्रमुख परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी उनमें आंध्र प्रदेश में 14,000 करोड़ के बेंगलुरु-कडप्पा-विजयवाड़ा एक्सप्रेसवे के 14 पैकेज; कर्नाटक में 8,000 करोड़ रुपये के राष्ट्रीय राजमार्ग-748ए के बेलगाम-हुंगुंड-रायचूर खंड के छह पैकेज; हरियाणा में 4,900 करोड़ रुपये शामली-अंबाला राष्ट्रीय राजमार्ग के तीन पैकेज; पंजाब में 3,800 करोड़ रुपये के अमृतसर-बठिंडा कॉरिडोर के दो पैकेज; इसके साथ देश के विभन्न राज्यों में 32,700 करोड़ रुपये की 39 अन्य परियोजनाएं शामिल हैं।
ये परियोजनाएं राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगी, साथ ही देश में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में सहयोग, रोजगार के अवसरों में वृद्धि और पूरे देश के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार और वाणिज्य को प्रगतिशील करेंगी।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी आज सोमवार को दिल्ली में सशक्त नारी-विकसित भारत प्रोग्राम में शामिल होंगे। इस दौरान वो एक हजार दीदियों को ड्रोन सौपेंगे। ये ड्रोन फसलों की निगरानी, पेस्टिसाइड्स-फर्टिलाइजर का छिड़काव और बीज बुवाई जैसे कामों में मददगार होंगे। PM इंडियन एग्रिकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट में नमो ड्रोन दीदियों की ओर से आयोजित कृषि ड्रोन प्रदर्शन देखेंगे।
2022 में नमो ड्रोन स्कीम शुरू हुई थी
नमो ड्रोन दीदी स्कीम की शुरुआत 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इसके तहत 1 लाख महिलाओं को अगले 5 सालों में ट्रेनिंग देने का लक्ष्य रखा गया। इस योजना को देशभर के कृषि विज्ञान केंद्रों के जरिए लागू किया गया। सरकार का कहना है कि इस स्कीम का मकसद महिलाओं को सशक्त बनाना है। उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करना है। यह स्कीम कृषि में लगने वाली लागत में कमी ला सकती है। इससे रोजगार के मौके भी बढ़ेंगे।
1 फरवरी को पेश किए गए अंतरिम बजट में ड्रोन दीदी स्कीम के लिए 500 करोड़ रुपए आवंटित किए गए। पिछले साल के मुकाबले यह पैसा 2.5 गुना ज्यादा है। 2023 में इस स्कीम के लिए 200 रुपए दिए गए थे।
नमो ड्रोन दीदी और लखपति दीदी पहल, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के बीच आर्थिक सशक्तिकरण और वित्तीय स्वायत्तता को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण का अभिन्न अंग हैं। इस दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए, प्रधानमंत्री लखपति दीदियों को सम्मानित करेंगे, जिन्होंने दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के समर्थन से सफलता हासिल की है और अन्य स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को उनके उत्थान के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री प्रत्येक जिले में बैंकों द्वारा स्थापित बैंक लिंकेज शिविरों के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को रियायती ब्याज दर पर लगभग 8,000 करोड़ रुपये के बैंक ऋण भी वितरित करेंगे। प्रधानमंत्री एसएचजी को लगभग 2,000 करोड़ रुपये की पूंजी सहायता निधि भी वितरित करेंगे।