बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज दो दिन के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं। वहां वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। NDA सरकार बनने के बाद CM नीतीश की PM मोदी से ये पहली मुलाकात है। इससे पहले पिछले साल सितंबर में G20 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की डिनर पार्टी में दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी।
माना जा रहा है कि PM मोदी से मुलाकात के दौरान 12 फरवरी को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट और कैबिनेट विस्तार पर चर्चा हो सकती है। साथ ही ये भी बताया जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाने और सीट शेयरिंग पर बात हो सकती है।
इसके अलावा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष पैकेज की भी CM नीतीश मांग कर सकते हैं। PM से मुलाकात के बाद CM नीतीश गृह मंत्री अमित शाह और BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात करेंगे। साथ ही CM पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी से भी मिलेंगे और उन्हें भारत रत्न मिलने पर बधाई देंगे।
5 महीने पहले हुई थी मुलाकात
9 सितंबर 2023 को दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित भारत मंडपम में राष्ट्रपति की तरफ से आयोजित गाला डिनर में पहुंच गए। यह डिनर राष्ट्रपति ने जी- 20 सम्मेलन में आए विदेशी मेहमानों के सम्मान में दिया था। इस दौरान नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात हुई थी। अब NDA की सरकार बनने के बाद यह मुलाकात हो रही है।
सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने PM से मुलाकात की थी
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के नेता बिहार सरकार के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने सोमवार 6 फरवरी को दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी। दोनों नेता शनिवार 3 फरवरी को दिल्ली गए थे। 4 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बिहार प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े से मुलाकात की।
28 जनवरी को दिया था इस्तीफा
28 जनवरी को नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़कर NDA में शामिल हो गए थे। उसी दिन इस्तीफा देकर फिर से CM पद की शपथ ली थी। BJP से सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा डिप्टी CM बने, जबकि प्रेम कुमार को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। इसके अलावा हम के संतोष मांझी, निर्दलीय सुमित सिंह ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली थी।
25 मार्च 2022 को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में योगी आदित्यनाथ दूसरी बार शपथ ले रहे थे। वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के दिग्गज नेताओं के साथ नीतीश कुमार भी थे। वह काफी खुश थे, लेकिन 9 अगस्त 2022 को NDA से अचानक नाता तोड़ लिया। फिर 17 महीने तक भाजपा नेताओं से दूर रहे।
JDU के पास महज 45 विधायक हैं। इसके बावजूद नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया गया है। राजद गठबंधन में भी कम सीटों के बावजूद नीतीश मुख्यमंत्री रहे। पिछले 18 सालों से बिहार में नीतीश किंगमेकर नहीं, किंग बनते आ रहे हैं। इस दौरान सिर्फ 9 महीने के लिए जीतन राम मांझी बिहार के CM बने थे।