वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के बाद बिहार में अब बुलेट ट्रेन भी दौड़ेगी। नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने बिहार में बुलेट ट्रेन का रूट जारी कर दिया है। बक्सर, उदवंतनगर (आरा) और गया जिले में बुलेट ट्रेन के लिए स्टेशन बनाएं जाएंगे। इसके लिए जमीन सर्वेक्षण का काम चालू हो गया है। आरा में पिछले तीन से सर्वे का काम चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, बुलेट ट्रेन दिल्ली से हावड़ा तक जाएगी। ट्रेन पटना, आरा, बक्सर और गया के रास्ते हावड़ा जाएगी।
इन चार स्टेशनों से बिहार में गुजरेगी बुलेट ट्रेन
NHSRCL यानी नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड ने बिहार में बुलेट ट्रेन का रूट जारी कर दिया है। इस रूट में बक्सर, उदवंतनगर (आरा), पटना और गया में नए स्टेशन बनाए जाएंगे। यूं समझिए कि बुलेट ट्रेन दिल्ली से हावड़ा तक दौड़ेगी और इसके लिए ये आरा, बक्सर, पटना और गया का रूट भी कवर करेगी। इसको लेकर अब कोई भ्रम नहीं है। इन चारों जगहों के लिए बुलेट ट्रेन के रूट का एरियल सर्वे किया जा चुका है। सर्वे करने वाली एजेंसी पिछले तीन दिन से आरा में ढांचे के सर्वे के काम में लगी है। इसी के लिए सर्वे कंपनी उदवंतनगर में ग्रामीणों से मुलाकात कर रही है और प्रोजेक्ट के बारे में बता कर उनकी सहमति ले रही है।
जानिए बिहार को कैसे होगा फायदा
इस योजना के हिसाब से अलग फेज में दिल्ली से बनारस (वाराणसी) VIA लखनऊ-अयोध्या कॉरिडोर पर भी सर्वे किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद लोग आरा से हावड़ा सिर्फ तीन घंटे में पहुंच जाएंगे। यही नहीं बक्सर से कोलकाता की दूरी जो करीब साढ़े 700 किलोमीटर है, वो सिर्फ ढाई घंटे में ही तय कर ली जाएगी। ऐसे में वाराणसी से हावड़ा सिर्फ साढ़े तीन घंटे में पहुंचा जा सकेगा। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि आईआईएमआर कंपनी के सुपरवाइजर रमेश कुमार यादव ने कहा कि सोशियो और स्ट्रक्चरल सर्वेक्षण के बाद मिट्टी जांचने का काम किया जाएगा। इसके बाद भूमि अधिग्रहण की दिशा में आगे बढ़ा जाएगा। अधिग्रहण का काम साल 2025 में शुरू होने की उम्मीद है।
मुआवजा देने के लिए भी प्लान तैयार
भूमि अधिग्रहण के लिए रैयतों से जमीन के कागजात पूरे करने को कहा जा रहा है। इससे मुआवजा देने में देरी और परेशानी दोनों से ही बचा जा सकेगा। अगर बुलेट ट्रेन के लिए अधिग्रहण की जाने वाली जमीन पर घर, बोरिंग, किसी तरह की संरचना या पेड़ तक होगा तो उसके लिए अलग से मुआवजे का प्रावधान है। वाराणसी-कोलकाता हाई स्पीड ट्रेन नेटवर्क में बक्सर और पटना के बीच उदवंतनगर (आरा) वो स्टेशन होगा, जहां बुलेट ट्रेन रुकेगी।
रफ्तार ऐसी होगी कि देखते रह जाएंगे
इस पूरे रूट के लिहाज से कॉरिडोर करीब 760 किमी लंबा होगा। इसमें जमीन के ऊपर (एलिवेटेड), अंदर (अंडरग्राउंड) और जमीन पर भी रेल ट्रैक होगा। लेकिन आरा और बक्सर के बीच का रेल ट्रैक एलिवेटेड होगा और जमीन से 20 फीट ऊपर रहेगा। रफ्तार की बात करें तो बिहार में बुलेट ट्रेन 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। मतलब पलक झपकते ही ट्रेन आपकी नजरों के सामने से पार हो जाएगी।
बक्सर से कोलकाता ढाई घंटे में
मिली जानकारी के अनुसार, बुलेट ट्रेन चलने पर लोग आरा से हावड़ा मात्र तीन घंटे में पहुंच जाएंगे। बक्सर से कोलकाता की दूरी करीब 700 किमी है। इसे तय करने में मात्र ढाई घंटे लगेंगे। बुलेट ट्रेन चलने से बिहार से हावड़ा जाने में कम समय लगेगा। इससे लोगों का टाइम तो बचेगा ही साथ में दूरी भी कम हो जाएगी। बताया जा रहा है कि भूमि अधिग्रहण का काम 2025 तक शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। अगर अधिग्रहण की जाने वाली जमीन पर घर, बोरिंग, पेड़ या अन्य कुछ है तो मुआवजा दिया जाएगा।
ये होगा रूट
बुलेट ट्रेन दिल्ली से वाराणसी वाया लखनऊ और अयोध्या भी जाएगी। इसके लिए यहां भी सर्वे किया जा रहा है। वाराणसी-कोलकाता हाई स्पीड ट्रेन नेटवर्क में बक्सर और पटना के साथ उदवंतनगर (आरा) स्टेशन होगा जहां पर बुलेट ट्रेन रुकेगी। ट्रेन का रूट जमीन के ऊपर (एलिवेटेड), अंडरग्राउंड और जमीन पर होगा जहां पर ट्रैक बनाने का काम किया जाएगा। जानकारी के अनुसार, आरा-बक्सर के बीच बुलेट ट्रेन का ट्रैक एलिवेटेड होगा। यह जमीन से करीब 20 फीट ऊपर रहेगा।
350 किमी होगी स्पीड
बताया जा रहा है कि बिहार में बुलेट ट्रेन की रफ्तार 350 किमी प्रति घंटे की रफ्तार होगी। कम स्टेशन होने की वजह से यह पलक झपकते ही आगे निकल जाएगी।