यह छिंदवाड़ा में डेविड बनाम गोलियथ की क्लासिक लड़ाई है. मुख्यमंत्री बनने के लिए 2019 में उपचुनाव में छिंदवाड़ा विधानसभा सीट जीतने से पहले कमल नाथ लगभग 40 साल तक छिंदवाड़ा से सांसद रहे थे. कमलनाथ ने भाजपा के युवा उम्मीदवार बंटी साहू को हराया था. बंटी वह करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे कई लोग असंभव कहते हैं. कमलनाथ के बेटे और वर्तमान छिंदवाड़ा सांसद नकुल नाथ ने मिडिया को बताया कि ‘कमलनाथ यहां के लोगों के दिल में हैं और आगे भी रहेंगे. उन्होंने छिंदवाड़ा का विकास किया है और अपना पूरा जीवन यहां के लोगों को समर्पित कर दिया है, यह एक आदर्श जिला है.’ उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन है कि 2018 की तरह छिंदवाड़ा जिले की सभी सात विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा होगा और कमल नाथ जीतेंगे और जल्द ही सीएम पद की शपथ लेंगे.
आश्वस्त नकुल नाथ ने मिडिया को बताया कि ‘मैं आपको 3 दिसंबर को सीएम के रूप में कमल नाथ के शपथ ग्रहण की जगह और समय बताऊंगा.’ स्थानीय लोगों का कहना है कि छिंदवाड़ा में कमल नाथ द्वारा बनाई गई 108 फुट ऊंची हनुमान प्रतिमा के बारे में कहा जाता है कि इससे नाथ परिवार पर भगवान की कृपा बरसती है. छिंदवाड़ा में हवाई अड्डा कमल नाथ ने अपनी चार्टर उड़ानों के लिए बनावाया. उनके महलनुमा घर के ठीक बगल में एक हेलीपैड भी मौजूद है, जबकि जिले की सड़कें चिकनी और चौड़ी हैं. जबकि बीजेपी के एक बड़े नेता ने मिडिया को बताया कि पार्टी ने इस बार छिंदवाड़ा में सात में से पांच सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है.
कमलनाथ को मिलेगी कड़ी टक्कर
बीजेपी के नेता ने कहा कि इस बार बंटी साहू कमल नाथ को कड़ी टक्कर दे सकते हैं. पिछले चुनाव में साहू को 44 फीसदी वोट मिले और 2019 में कमलनाथ के खिलाफ वह केवल 25,000 वोटों से हार गए थे. जबकि कमलनाथ पहले से ही सीएम थे और साहू अपना पहला चुनाव लड़ रहे थे. यहां एक स्थानीय पत्रकार ने कहा कि ‘साहू ने तब से अपनी स्थिति मजबूत कर ली है. वह इस बार कमल नाथ की जीत का अंतर और कम कर देंगे.’ अमित शाह जैसे भाजपा के बड़े नेता और अन्य मंत्री भी यहां चुनाव प्रचार कर रहे हैं.
स्थानीय लड़का साहू
न्यूज18 ने पिछले हफ्ते छिंदवाड़ा के एक छोटे से गांव में चुनाव प्रचार के दौरान साहू से मुलाकात की. साहू ने कहा कि इस बार छिंदवाड़ा इतिहास रचेगा. 43 साल तक लोगों ने झूठ और लूट का सामना किया है. कमल नाथ आज करोड़ों के आदमी हैं लेकिन छिंदवाड़ा की हालत देखिए. वह छिंदवाड़ा के किसी भी गांव या वार्ड में कभी नहीं गए, लोगों से पूछें. उन्होंने बताया कि कैसे कमल नाथ ने पिछले हफ्ते का अधिकांश समय छिंदवाड़ा में बिताया और यहां चुनाव प्रचार किया. साहू ने News18 को बताया कि उन्हें राज्य भर में रैलियां करनी चाहिए क्योंकि वह कांग्रेस का सीएम चेहरा हैं, लेकिन वह यहां गांवों में 100-150 लोगों की छोटी सभाएं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा के गांवों में कोई विकास नहीं हुआ और कोई नौकरियां नहीं मिलीं, जबकि नाथ 22 कंपनियों के मालिक हैं. उन्होंने कहा कि अब छिंदवाड़ा का बेटा बंटी साहू लोगों की सेवा करेगा.
सांसद नकुल नाथ भी बीजेपी के निशाने पर हैं क्योंकि पहले कमलनाथ ने कहा था कि छिंदवाड़ा की सातों सीटों के लिए टिकट नकुल तय करेंगे. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सिर्फ अपने बेटे के भविष्य की चिंता करने वाले कमल नाथ को धृतराष्ट्र बताया है. नकुल नाथ ने News18 को बताया कि वे वास्तविक मुद्दों- बेरोजगारी, मुद्रास्फीति और विकास के बारे में बात क्यों नहीं करते? उनके पास बात करने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वे निजी टिप्पणी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में माहौल कांग्रेस के पक्ष में है और लोगों ने कांग्रेस की 11 गारंटी पर भरोसा किया है.
छिंदवाड़ा कमलनाथ के लिए प्रतिष्ठा का विषय
वे कहते हैं कि छिंदवाड़ा में स्थानीय लोग कमल नाथ की कसम खाते हैं और कई लोग कहते हैं कि वे उन्हें वोट देंगे, खासकर इसलिए क्योंकि अगर कांग्रेस जीतती है तो उनका सीएम बनना तय है. कमल नाथ को बेरोजगारी के बारे में कुछ करना चाहिए. उन्हें युवाओं के लिए कुछ करना चाहिए. News18 ने पिछले हफ्ते देखा कि कमल नाथ ने स्थानीय कार्यकर्ताओं से मुलाकात करके उन्हें प्रेरित किया और गांवों में बांटने के लिए पर्चे सौंपे. छिंदवाड़ा इस बार भाजपा और कांग्रेस के बीच जंग का मैदान है और कमलनाथ के लिए यह पूरी तरह से प्रतिष्ठा का विषय है.