बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) इन दिनों अपने विवादास्पद बयानों को लेकर चर्चा में हैं. इन बयानों को लेकर प्रदेश की सियासत भी गर्म है. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को परोसे जाने वाले भोजन में उनकी ‘कुर्सी के लालची लोगों’ द्वारा ‘जहरीला पदार्थ’ मिलाया जा रहा है. इस पर जेडीयू के मंत्री मदन सहनी (Madan Sahani) ने कहा कि सीएम नीतीश को खाने में जहर दिया जा रहा है. यह बोलकर जीतन राम मांझी दंडनीय अपराध कर रहे हैं. उनके पास कोई सबूत है तो पेश करें. सुर्खियों में रहने के लिए कुछ भी बोल देते हैं. सोच समझकर बयान उनको देना चाहिए था.
जीतन राम मांझी की चिंता मीडिया को बहुत है- मंत्री कुमार सर्वजीत
मदन सहनी ने कहा कि बीजेपी के बहकावे में जीतन राम मांझी आ गए हैं. सीएम नीतीश कुमार बिलकुल ठीक हैं. 18 साल से बिहार की सेवा कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे. मांझी को मुख्यमंत्री नीतीश बनाये थे. मांझी को जीतन राम मांझी सीएम नीतीश ने बनाया. वहीं, आरजेडी के मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि जीतन राम मांझी की चिंता मीडिया को बहुत है. उनकी हर खबर दिखाई जा रही है. बिहार में जातीय गणना हुई, आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट आया. आरक्षण का दायरा बढ़ाया गया, ये सब तो मीडिया में नहीं दिखाया जा रहा है. मांझी के बयान को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है.
जीतन राम मांझी ने कही ये बातें
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने विधानसभा परिसर के बाहर संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि कुछ दिन पहले नीतीश कुमार ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था, जिसके कारण उन्हें विधानमंडल के दोनों सदनों में माफी मांगनी पड़ी थी. कल उन्होंने फिर खुद पर नियंत्रण खो दिया और मुझसे अपमानजनक तरीके से बात की, यह भूल गए कि मैं उम्र और राजनीतिक अनुभव में उनसे वरिष्ठ हूं. यह उनका मानसिक स्वास्थ्य खराब होने का संकेत हैं. मैं नीतीश कुमार को परोसे जाने वाले भोजन की उच्च-स्तरीय जांच कराने की भी मांग करता हूं. मुझे संदेह है कि उनके भोजन में ऐसे पदार्थ मिलाए जा रहे हैं, जो उन्हें पागल बना देंगे. उनके आस-पास कुछ ऐसे लोग हैं जो उनकी कुर्सी का लालच कर रहे हैं. वहीं, इससे एक दिन पहले ही मांझी के पूर्व राजनीतिक गुरु नीतीश कुमार ने उन्हें फटकार लगाई थी.