हर साल 15 अगस्त को, भारत स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए गर्व और देशभक्ति से जगमगा उठता है। इस दिन, 1947 में, 200 साल के ब्रिटिश शासन के अंत को चिह्नित किया गया था, क्योंकि भारत ने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की थी। औपनिवेशिक नियंत्रण से पूर्ण संप्रभुता तक की यात्रा को इस ऐतिहासिक तारीख पर याद किया जाता है। राष्ट्रीय ध्वज के ऊंचे होने और राष्ट्रगान के साथ, स्वतंत्रता दिवस एक हार्दिक श्रद्धांजलि, बलिदान की याद दिलाता है, और एकता का क्षण बन जाता है।
1947 में, ब्रिटिश शासन ने अलविदा कहा, और 15 अगस्त भारत का आधिकारिक स्वतंत्रता दिवस बन गया। एक साल बाद, 1948 में, स्वतंत्रता की पहली वर्षगांठ मनाई गई। इस लिहाज से इस साल भारत की आजादी का 76वां साल है।
लेकिन, यहां ट्विस्ट है। अगर हम 1947 में पहले स्वतंत्रता दिवस से गिनती शुरू करते हैं, तो यह वर्ष 77 वां उत्सव बन जाता है। आप देखते हैं, 1947 भारत की स्वतंत्रता के उद्घाटन वर्ष और इसके पहले स्वतंत्रता दिवस के रूप में खड़ा है।
भारत गर्व से 15 अगस्त को अपना 77 वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा, जो स्वतंत्रता के 76 वर्षों का जश्न मनाएगा। इस वर्ष के उत्सव का विषय “राष्ट्र प्रथम, हमेशा प्रथम” है, जो भव्य “आजादी का अमृत महोत्सव” उत्सव का एक हिस्सा है। सरकार पूरे वर्ष विभिन्न आकर्षक कार्यक्रमों के साथ राष्ट्र की विविध संस्कृतियों का सम्मान करने के लिए तैयार है। चाहे वह 76 वां हो या 77 वां, भारत का स्वतंत्रता दिवस एकता, साहस और राष्ट्र को आगे बढ़ाने वाली भावना का एक जीवंत अनुस्मारक बना हुआ है।
स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
भारत में मंगलवार (15 अगस्त) को 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा. इससे पहले राजधानी दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. अधिकारियों ने बताया, राष्ट्रीय राजधानी सुरक्षित रहे और लोग बिना किसी असुविधा के आवागमन करें, जिसे सुनिश्चित करने के लिए 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर शहर भर में 10,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा. इसके अलावा अन्य अधिकारी भी तैनात रहेंगे.
10 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती
पुलिस उपायुक्त जनसंपर्क अधिकारी सुमन नलवा ने बताया, स्वतंत्रता दिवस समारोह की सुरक्षा का प्रभारी होने पर दिल्ली पुलिस को गर्व है. पूरे शहर में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, स्वतंत्रता दिवस के लिए शहर भर में तैनात किए गए 10,000 अधिकारियों में दिन के मुख्य आयोजन स्थल लाल किला और कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्ग पर रहेंगे.
AI से चेहरों की पहचान
अधिकारी ने कहा, तैनात टीमों में एंटी सेबोटेज इन्वेस्टिगेशन एक्सेस कंट्रोल एंड एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड शामिल हैं. इसके अलावा आतंकी तत्वों पर नजर रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित चेहरे की पहचान करने वाला सिस्टम भी मौजूद है.
रविवार 13 अगस्त की आधी रात से भारी वाहनों को राजधानी में एंट्री करने की अनुमति नहीं दी जा रही है. सीमाओं पर निगरानी रखने और खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए जवानों की तैनाती की गई है. जरूरी जगहों पर यातायात प्रतिबंध लगाए गए हैं और नागरिकों को अपडेट करने के लिए नियमित रूप से यातायात सलाह जारी की जा रही है.
डीसीपी सागर सिंह कलसी ने कहा पिछले दो महीनों से होटल गेस्ट हाउस, पेइंग गेस्ट आवास और लॉज में अभियान चलाए जा रहे है. संदिग्ध वस्तुओं और व्यक्तियों की जांच के लिए शहर भर में हर चौराहे पर प्रतिदिन 100 से अधिक वाहनों की जांच की गई.