केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार ( 8 अगस्त) को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को समन भेजा. जमीन घोटाले के मामले में यह एक्शन लिया गया है.
बता दें कि, सीएम सोरेन पर करीब 1000 करोड़ रुपये के जमीन घोटाले का आरोप है. सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा को ईडी पहले ही इस केस में गिरफ्तार कर चुकी है. अब इस मामले में सोरेन को 14 अगस्त को पूछताछ के लिए समन भेजा गया है.
अब तब 13 लोगों की गिरफ्तारी
इससे पहले उन्हें इस मामले में पूछताछ के लिए 18 नवंबर 2022 को बुलाया गया था और लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की थी. इस मामले में अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इनमें रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल, न्यूक्लियस मॉल के मालिक और कारोबारी बिष्णु अग्रवाल का नाम भी शामिल है.
रांची में सेना के कब्जे वाली जमीन के सिलसिले में कर आयुक्त ने सरकार को रिपोर्ट सौंपी थी. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि फर्जी नाम और पते के आधार पर सेना की जमीन पर अवैध कब्जा किया गया. रांची नगर निगम ने इसकी शिकायत दर्ज कराई थी. नवंबर 2022 में व्यापारी विष्णु अग्रवाल, अमित अग्रवाल के ठिकानों पर छापा भी पड़ा था, जिसमें कई अहम दस्तावेज ईडी को मिले थे.
घोटाले से कैसे जुड़ा सीएम सोरेन का नाम?
दरअसल, 8 जुलाई साल 2022 को मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर पर छापेमारी की गई थी. इसमें ईडी को सीएम हेमंत सोरेन के बैंक खाते से जुड़ा चेक बुक मिली थी. इसी के बाद उनका नाम इस केस से जोड़ा गया. अब ईडी ने उन्हें 14 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया है.