भारतीय राजनीति में इन दिनों दो ध्रुव बन गए हैं। एक तरह बीजेपी समर्थित एनडीए है और दूसरी तरफ I.N.D.I.A. है। बीजेपी के पाले में कई छोटे-छोटे सियासी दल हैं। I.N.D.I.A. के पाले में भी 26 सियासी दल हैं। हाल में CNX Survey की रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए की स्थिति थोड़ी मुश्किलों से भरी रहने वाली है। सियासी जानकारों के मुताबिक स्थिति 2019 वाली बिल्कुल भी नहीं रहेगी। एनडीए को 2019 वाली स्थिति लाने के लिए बहुत संघर्ष के दौर से गुजरना होगा। उसके बाद भी वो मुमकिन नहीं दिखता है। सर्वे के मुताबिक लोजपा, जेडीयू और बीजेपी तीनों के साथ उस वक्त अच्छा तालमेल रहा। ऊपर से मोदी लहर ने काम आसान कर दिया। एनडीए ने बिहार में 40 में से 39 सीटों पर कब्जा जमा लिया।
सर्वे के नतीजे चौंकाने वाले
सर्वे की बात करें तो स्थिति कुछ और निकलकर सामने आ रही है। इस सर्वे में एनडीए को काफी नुकसान होता दिख रहा है। हालांकि, एक पहलू ये भी है कि इसमें बीजेपी की सीटों में बढ़ोतरी दिखाई जा रही है। वोट प्रतिशत के हिसाब से देखें तो बिहार में बीजेपी को 34%, नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को 19% और नीतीश के सहयोगी बने महागठबंधन के आरजेडी को 18 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है। महागठबंधन के अन्य दलों की बात करें तो कांग्रेस महज 08 प्रतिशत पर सिमटती हुई दिख रही है। उधर, चिराग और पशुपति पारस वाले गुट को महज 06 फीसदी का वोट प्रतिशत मिलता दिख रहा है। अन्य की बात करें तो वे लोग 15 प्रतिशत पर सिमट जाएंगे।
सर्वे पर लोगों की नजर
सबसे बड़ा सवाल ये है कि इस सर्वे में चौंकाने वाले परिणाम सीटों को लेकर भी आए हैं। सीटों के हिसाब से सर्वे में एनडीए को 24 सीट पर सिमटता हुआ दिखाया जा रहा है। वहीं I.N.D.I.A. को सर्वे में 16 सीटें दी जा रही हैं। बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं। पिछली बार एनडीए ने 39 पर कब्जा जमाया था। केंद्र की बीजेपी सरकार को पूर्ण बहुमत मिली थी। लोगों ने भर-भर के वोट दिया था। सर्वे में साफ कहा जा रहा है कि एनडीए को 2019 के मुकाबले 13 सीटों की कमी होगी। बीजेपी अकेले 20 सीटों पर कब्जा जमाती दिख रही है। वहीं जेडीयू को 7 और लालू की पार्टी को 7 और कांग्रेस को 2 सीटें मिलती दिख रही है। इसमें चिराग की पार्टी लोजपा रामविलास को 2 सीट और पशुपति कुमार पारस को एक सीट पर सफलता मिलती दिख रही है। हम की भी स्थिति चिराग और पारस वाली ही है।
बिहार के सभी इलाके में एनडीए आगे
बिहार के इलाके के हिसाब से सीटों की संख्या पर ध्यान दें तो उत्तर बिहार में 12 सीटें हैं। यहां पर एनडीए को सफलता मिलती दिख रही है। यहां एनडीए आठ सीट के साथ आगे है वहीं महागठबंधन को चार सीटें मिलती दिख रही हैं। मिथिलांचल में 9 सीटें हैं। यहां भी एनडीए आगे है। एनडीए को 6 और महागठबंधन को तीन सीटें मिलने का अनुमान सर्वे में लगाया गया है। सीमांचल में महागठबंधन आगे रहेगा सात सीटों में से महागठबंधन को 4 सीटें मिलेंगी। वहीं दूसरी ओर एनडीए को 3 सीटें मिलने का पूर्वानुमान है। भोजपुर एनडीए को 7 सीटें मिलने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है। 2019 में एक रहने वाले जेडीयू और बीजेपी अब अलग-अलग हैं इसलिए लोगों को सर्वे के परिणाम में भी काफी रुचि है। जानकारों का मानना है कि लोग देखना चाहते हैं कि जेडीयू से अलग होने के बाद एनडीए और नीतीश की पार्टी का क्या हाल हो रहा है।
बिहार में NDA को 24 और विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को 16 सीटें मिलने का अनुमान है। यहां लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं।
BJP को 20 और JDU को 7 सीटें मिलने का अनुमान
पार्टी के आधार पर बात करें तो BJP को 20, JDU को 7, RJD-7,कांग्रेस-2,LJP (R)-2, RLJP-1,HAM-1 सीट मिलने का अनुमान है। वोट प्रतिशत की बात करें तो BJP-34%, JDU-19%,RJD-18%, कांग्रेस-8%,LJP (R)-6% और अन्य को 15% वोट मिलने का अनुमान है।
नॉर्थ बिहार में एनडीए को 8 सीटें मिलने का अनुमान
नॉर्थ बिहार में लोकसभा की कुल 12 सीटें हैं। इनमें से एनडीए को 8 और विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को 4 सीटें मिलने का अनुमान है। मिथिलांचल में लोकसभा की कुल 9 सीटें हैं। यहां एनडीए को 6, और I.N.D.I.A. को 3 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं सीमांचल की बात करें तो इस इलाके में लोकसभा की कुल 7 सीटें हैं। यहां एनडीए को तीन और विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को 4 सीटें मिलने का अनुमान है।
मगध-भोजपुर इलाके में NDA को 7 सीटें मिलने का अनुमान
मगध-भोजपुर इलाके में लोकसभा की 12 सीटें हैं। इस इलाके में NDA को 7 और विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A को 5 सीटें मिलने का अनुमान है।
अभी चुनाव हुए तो एनडीए विपक्षी गठबंधन पर भारी पड़ेगा
आज सभी पूर्वोत्तर राज्य़ों, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश , तमिल नाडु, बिहार, झारखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और लद्दाख की लोकसभा सीटों के आकलन पेश किए गए। ओपिनियन पोल के आधार पर ये अनुमान लगाया गया है कि अगर अभी लोकसभा चुनाव कराए गए, तो एनडीए को 144 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल हो सकती है, जबकि विपक्षी इंडिया गठबंधन 85 सीटें जीत सकती है। अन्य दल 36 सीटें जीत सकते हैं, इनमें YSR कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति शामिल है।