मोदी सरकार को दिल्ली बिल के मामले पर वायएसआर कांग्रेस का साथ मिल गया है. वायएसआरसीपी के संसद में नेता वी विजयसाई रेड्डी ने कहा कि उनकी पार्टी मोदी सरकार के साथ खड़ी है. वायएसआरसीपी का कहना है कि वो दिल्ली से जुड़े अध्यादेश के बिल पर केंद्र सरकार के पक्ष में है. वहीं, मोदी सरकार के खिलाफ लाए जा रहे अविश्वास प्रस्ताव का वो विरोध करेगी.
वायएसआरसीपी के राज्य सभा में नौ सांसद हैं. वी विजयसाई रेड्डी ने कहा, “हम दोनों मुद्दों पर सरकार के पक्ष में वोट डालेंगे. वायएसआरसीपी का समर्थन मिलने के बाद दिल्ली बिल का राज्य सभा में पारित होना पक्का हो गया है. वायएसआरसीपी के लोक सभा में 22 सांसद हैं, जो अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट डालेंगे.
वायएसआरसीपी के समर्थन से पहले राज्य सभा में सरकार का आंकड़ा 112 था, जो बहुमत से 8 दूर था. पार्टी के नौ सांसद दिल्ली बिल पर मोदी सरकार के पक्ष में वोट डालेंगे. इस तरह बिल के समर्थन में 121 वोट होंगे, जो बहुमत के आंकड़े से एक अधिक है. सरकार को बीएसपी, जेडीएस और टीडीपी से भी समर्थन की उम्मीद है. इन तीनों दलों के एक-एक सांसद हैं. ऐसे में बिल के पक्ष में 124 वोट मिल सकते हैं. इस तरह बिल आसानी से पास हो जाएगा.
वहीं, अगर बीजू जनता दल (BJD) सदन से वॉक आउट करे, तो बहुमत का आंकड़ा 115 ही रह जाएगा और ऐसे में भी सरकार को बिल पारित कराने में कोई परेशानी नहीं आएगी.
वहीं संसद में आज केंद्र सरकार दिल्ली के अधिकारों से संबंधित अध्यादेश ला सकती है। इसके चलते सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हो गई हैं। इंडिया गठबंधन की सारी पार्टियों ने व्हिप जारी किया है। जद (यू) ने भी मानसून सत्र के लिए पार्टी के राज्यसभा सांसदों को दिल्ली से संबंधित विधेयक के खिलाफ मतदान करके पार्टी के रुख का समर्थन करने के लिए व्हिप जारी किया है।
राज्यसभा उपाध्यक्ष दुविधा में…
राज्यसभा के उपसभापति और जदयू सांसद हरिवंश नारायण सिंह को भी व्हिप जारी किया गया है। उनके कार्यालय ने एएनआई से उनके कार्यकाल में पहली बार व्हिप मिलने की पुष्टि की है। हाल ही में हरिवंश कई मौकों पर पार्टी की लाइन से अलग चलते दिखे, जिसके बाद उनके और पार्टी के बीच मनमुटाव की बाते सामने आई थी।
हालांकि, अब देखना ये होगा कि हरिवंश पक्ष या विपक्ष में कहां वोट करते हैं।
अनिल हेगड़े बोले- पार्टी के सभी सांसदों को व्हिप जारी
राज्यसभा में जेडीयू के मुख्य सचेतक अनिल हेगड़े ने कहा कि जब भी महत्वपूर्ण विधेयक आते हैं, तो न केवल जेडीयू बल्कि सभी दल अपने सांसदों को व्हिप जारी करते हैं। उन्होंने कहा कि हमने अपनी पार्टी के सांसदों को व्हिप जारी किया है, हमने हमेशा यही किया है। हालांकि, हेगड़े ने कहा कि मैं इसका पता लगाऊंगा कि क्या पहले भी किसी अवसर पर उपसभापति को व्हिप जारी किया गया था या नहीं।
कई बार पार्टी लाइन से अलग चले हरिवंश
बता दें कि हाल ही नए संसद भवन के उद्घाटन के विरोध में जेडीयू ने इससे किनारा किया, लेकिन हरिवंश ने इसमें सक्रिय भूमिका निभाई थी। जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने तो इसके बाद हरिवंश पर अनुशासनिक कार्रवाई करने की बात कही थी। इससे पहले जेडीयू नेता हरिवंश ने नोटबंदी का भी समर्थन किया था।