बिजली की मांग को लेकर बुधवार को कटिहार जिले के बारसोई थाना क्षेत्र में स्थित बिजली विभाग के कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान भीड़ में शामिल असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया। इसी क्रम में आत्मरक्षा और बिजली विभाग के कर्मियों के रक्षार्थ पुलिस द्वारा चलायी गई गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल है, जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। दूसरी ओर गोली कांड को लेकर सियासत भी तेज हो गई। बीजेपी पूरे मामले की जांच कराने की मां की है।
बिजली की मांग को लेकर कर रहे थे प्रदर्शन
दरअसल, बुधवार को कटिहार जिला के बारसोई थाना में कथित बिजली की समस्या को लेकर स्थानीय लोग प्रदर्शन कर रहे थे। बताया जा रहा है कि थाना से लगभग सौ मीटर की दूरी पर बारसोई अनुमण्डलीय कार्यालय परिसर में स्थित बिजली विभाग के कार्यालय पर लगभग एक हजार की संख्या में स्थानीय नागरिकों ने दोपहर करीब साढ़े बारह बजे प्रदर्शन किया। इसी दौरान भीड़ में शामिल असमाजिक तत्वों ने बिजली कर्मियों पर हमला कर दिया। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर भी उग्र असामाजिक तत्वों ने लाठी-डंडों, ईंट तथा पत्थर से जानलेवा हमला किया।
अब तक दो की मौत
पुलिस की चेतावनी और भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास के बावजूद जब स्थिति काबू में नहीं आयी तो पुलिस ने बिजली कर्मियों के प्राण रक्षा के लिए और आत्मरक्षार्थ नियंत्रित एवं सीमित गोलीबारी की। इस घटना में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दो अन्य घायल हो गए। घायलों में एक की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतकों की पहचान खुर्शीद आलम और सोनू के रूप में हुई है।
स्थिति नियंत्रण में है
बताया जा रहा है कि उग्र भीड़ के हमले में लगभग एक दर्जन पुलिसकर्मी और बिजली विभाग के कर्मियों को चोटें आई हैं। सभी घायलों को बारसोई अनुमण्डल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। वहीं घटनास्थल पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, बारसोई सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी मौके पर मौजूद है। इनके अलावे घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है।
मामले की हो न्यायिक जांच
वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने नीतीश सरकार पर खूब बरसे। विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार सरकार लोगों को आवाज को लाठी और बंदूक के बल पर दबाने की कोशिश कर रही है। 13 जुलाई को बीजेपी कार्यकर्ताओं पर बेरहमी से लाठियां बरसाई गई, और अब कटिहार में बिजली की मांग को लेकर सड़क पर उतरे लोगों पर गोलियां बरसाई गई। इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए।
फायरिंग को लेकर कटिहार एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि वहां मौजूद पुलिसकर्मियों का कहना है कि आत्मरक्षा में उन्होंने गोलियां चलाईं। पूरे मामले की हाई लेवल जांच होगी। डीएम रवि प्रकाश का कहना है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इधर, मृतक सोनू की मां ने कहा कि हमें मुआवजा नहीं हर हाल में इंसाफ चाहिए। हम मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक इंसाफ की गुहार लगाएंगे।
पुलिस की गोली से बारसोई प्रखंड के बसलगांव पंचायत के छचना गांव के मो. खुर्शीद (34) की मौत मौके पर हुई थी। बुधवार रात बारसोई के सोनू भगत (22) ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। चापाखोर पंचायत के छोगरा गांव का मो. नियाज (32) घायल है।
सोनू अपने बड़े भाई को बचाने गया था- पिता
मृतक सोनू के पिता मानिकचंद साह ने कहा कि सोनू के बड़े भाई मोनू कुमार साह की 2 महीने पहले ही बिजली ऑफिस में डाटा ऑपरेटर के पद पर नौकरी लगी थी। बुधवार को जब प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की तो मोनू ऑफिस में छिप गया। उसने यह बात हमें फोन पर बताई। जिसके बाद मेरा मंझला बेटा सोनू और छोटा बेटा उदित कुमार बड़े भाई को भीड़ से बचाने गए। दोनों बिजली ऑफिस पहुंचे इतने में ही पत्थर चलने लगे। फिर पुलिस ने फायरिंग कर दी। इसी दौरान मेरे बेटे सोनू के सिर में गोली लग गई। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।