शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और केके पाठक विवाद के बाद राजद-जदयू आमने सामने आ गई है। इन दोनों की विवाद को लेकर लालू परिवार के खास एमएलसी सुनील कुमार सिंह ने बयान दिया था कि किसी मंत्री को साधने के लिए अकसर सरकार एक कड़े अधिकारी का इस्तेमाल करती है। वहीं महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक में नीतीश कुमार ने अपने सहयोगियों को लेकर तल्ख तेवर दिखाए हैं। इसके बाद न सिर्फ राजद बल्कि कांग्रेस भी बैकफुट पर आ गई है। खास तौर पर राजद के विधान पार्षद सुनील सिंह का अमित शाह से संपर्क में होने का आरोप लगा दिया। वहीं कांग्रेस नेता अजित शर्मा पर भी भाजपा से संपर्क में होने का आरोप लगाया जा रहा है।
बता दें कि, बैठक से बाहर आए कांग्रेस नेता अजित शर्मा ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि, बैठक में उनको लेकर नीतीश कुमार ने कुछ नहीं कहा है। वहीं सुनील सिंह और नीतीश कुमार के बीच हुए सभी बातों को खोलकर रख दिया है। अजित शर्मा ने कहा कि, बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद एमएलसी सुनील कुमार से पूछा कि क्या वो भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में है। वह अमित शाह से मुलाकात क्यों किए है। आप अमित शाह के टच में हैं। भारतीय जनता पार्टी की ओर से लेकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। अगर आपको जाना है तो जाइए।
अजित शर्मा ने कहा कि, नीतीश कुमार के सवालों को गलत ठहराते हुए सुनील सिंह ने कहा कि यह गलत खबर हैं हमने अमित शाह से मुलाकात नहीं की थी। जिसपर मुख्यमंत्री ने फेसबुक पर फोटो देखने की बात कही। वहीं सुनील सिंह ने हर आरोप को झुठा बताते हुए कहा कि वह लालू यादव के साथ 27 सालों से मजबूती से खड़े रहे हैं और आगे भी खड़े रहेंगे।
बताते चलें कि, बैठक में हुई चर्चा को लेकर अजित शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सदन कैसे चले, सदन में एकजुट कैसे रहे, सदन में काम कैसे करें, बाहर कैसे काम करें यह इन सब को लेकर बातें निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि पटना में महागठबंधन की बैठक हुआ है वहीं बेंगलुरु में होने वाला है इसमें एकजुट होकर काम करना है। सदन चल रहा है भारतीय जनता पार्टी गुमराह करने की कोशिश करेगी। आप सभी को एकजुट होकर रहना है। सदन में भी बाहर में भी मीडिया के सामने भी ताकी एकजुटता की संदेश जाए सब एकजुट होकर 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को उखाड़ फेकेंगे।