झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का निधन लंबे इलाज के बाद गुरुवार को हो गया. उनके निधन की वजह से राज्य में दो दिन का राजकीय अवकाश रहेगा. स्वर्गीय जगरनाथ महतो का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ बोकारो के भंडारीदह में किया जाएगा. इससे पहले जगरनाथ महतो के पार्थिव शरीर को शुक्रवार को विशेष विमान से रांची लाया जाएगा और उनके पार्थिव शरीर को विधानसभा में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. विधानसभा में अंतिम दर्शन के बाद उनके पार्थिव शरीर को जेएमएम कार्यालय से होते हुए उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. महतो के निधन पर शोक जताते हुए सीएम ने ट्वीट किया, ‘अपूरणीय क्षति! हमारे टाइगर जगरनाथ दा नहीं रहे! आज झारखण्ड ने अपना एक महान आंदोलनकारी, जुझारू, कर्मठ और जनप्रिय नेता खो दिया. चेन्नई में इलाज के दौरान आदरणीय जगरनाथ महतो जी का निधन हो गया. परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे.’
झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का निधन हो गया है. उन्होंने चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में गुरुवार की सुबह 8.40 बजे में अंतिम सांस ली. आपको बता दें कि जगरनाथ महतो लंबे समय से बिमार चल रहे थे. हाल ही में उन्हें बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर चेन्नई भेजा गया था. 56 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली. महतो को झारखंड में ‘टाइगर’ कहा जाता था. महतो ने झारखंड आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी. उनका जन्म 1 जनवरी 1967 को हुआ था. इस खबर के बाद से ही झारखंड में शौक की लहर है. महतो के निधन पर तमाम राजनीतिक दलों ने दुख व्यक्त किया है. महतो डूमरी से जेएमएम के विधायक थे.
दो दिन का राजकीय शोक
मंत्री जगरनाथ महतो के निधन पर राज्य सरकार ने राजकीय शोक घोषित किया. दो दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया गया. झारखंड सरकार की तरफ से 6 और 7 अप्रैल को राजकीय शोक घोषित किया गया. आज राज्य सरकार के सभी सरकारी कार्यालय बंद घोषित किए गए. दो दिनों तक राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, किसी तरह का राजकीय समारोह नहीं किया जायेगा.
पूर्व सीएम ने दी श्रद्धांजलि
झारखंड के पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने भी दुख व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि झारखंड सरकार के मंत्री श्री जगरनाथ महतो जी के चेन्नई के अस्पताल में निधन की बेहद दुःखद सूचना मिली है. लंबे समय से बीमारी को हराते हुए योद्धा की भांति डंटे रहने वाले जगरनाथ जी का चले जाना पूरे झारखंड के लिए अत्यंत दुखदायी है. राजनैतिक भिन्नताओं के बावजूद व्यक्तिगत रूप से उनकी जीवटता का मैं सदैव प्रशंसक रहा हूं. ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें. भावभीनी श्रद्धांजलि ॐ शांति ॐ शांति.
स्वास्थ्य मंत्री का शोक संदेश
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने शोक संदेश में कहा कि आज हम सभी ने अपना अभिभावक, झारखंड ने एक आंदोलनकारी और राज्य की जनता ने एक लोकप्रिय नेता खो दिया. उन्होंने एक अभिभावक के रूप में हमेशा मुझे मार्गदर्शन दिया, कोरोना काल में उनके कार्य कुशलता ने हम सभी को प्रोत्साहित किया, खुद कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी और लड़ाई लड़ते रहे, आज भले ही वे मौत से हार गए लेकिन टाइगर हमेशा जिन्दा था जिन्दा रहेगा अपने कर्मो से. झारखंड आंदोलनमें उनकी महत्वपूर्ण भूमिका था,राज्य की जनता की सेवा के लिए वे हमेशा उपलब्ध रहते थे. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार और समर्थकों को दुःख सहन करने की शक्ति दे. अलविदा जगरनाथ दा.