‘बिहार में उद्योग को बढावा देने के लिए काफी काम किये गये हैं। उद्यमियों को राज्य सरकार द्वारा काफी सहूलियतें दी जा रही हैं। हर धर्म‚ संप्रदाय के लोगों को आगे बढाने का काम किया जा रहा है। अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता‚ तो यह राज्य काफी आगे बढता।’ ये बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बृहस्पतिवार को मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर के मुरारपुर में अनाज आधारित एथेनॉल प्लांट के शुभारंभ के मौके पर कहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल भी यहां आकर हमने निर्माणाधीन प्लांट के कार्यों को देखा था और कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया था। अब यहां पर काम शुरू हो गया है‚ यह खुशी की बात है। इस इथेनॉल प्लांट में पर्याप्त जगह है। इस काम को आप सभी और आगे बढायेंगे‚ तो काफी अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने बिहार में एथेनॉल प्लांट लगाने के लिए वर्ष २००७ में ही राज्य सरकार से कानून बनाकर केंद्र को भेजा था औरयहां एथेनॉल प्लांट लगाने की इच्छा प्रकट की थी। उस समय दूसरे राज्यों से लोगों ने यहां आकर उद्योग स्थापित करने में अपनी रुचि दिखाई थी। उनलोगों की तरफ से लगभग ३१ हजार करोड रुपये निवेश करने की इच्छा प्रकट की गयी थी। गन्ना से एथेनॉल बनता‚ तो यह बडी बात होती‚ लेकिन उस समय की केंद्र सरकार ने हमलोगों का प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया। केंद्र ने यह कहते हुए प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया कि गन्ने से चीनी उत्पादन आवश्यक है‚ इसलिए एथेनॉल बनाने की स्वीकृति नहीं दी जा सकती। वर्ष २०२० के बाद पता चला कि केंद्र सरकार एथेनॉल उत्पादन से संबंधित पॉलिसी बना रही है। तब हमने प्रधानमंत्री से मिलकर बिहार में एथेनॉल प्लांट लगाने से संबंधित वर्ष २००७ एवं उसके बाद जितने भी प्रयास किये गये‚ उन तमाम चीजों से उन्हें अवगत कराया। सैय्यद शाहनवाज हुसैन से हमारा व्यक्तिगत संबंध है। वे यहां उपस्थित हैं‚ यह काफी खुशी की बात है। दूसरे लोग यहां आने की हिम्मत नहीं करते। बिहार में विकास के कई कार्य किये गये हैं‚ लेकिन हमारे कामों का जिक्र नहीं होता है। हमने लोगों से बिहार में एथेनॉल प्लांट लगाने का प्रस्ताव मांगा‚ तब हमें १५२ प्रस्ताव प्राप्त हुए‚ लेकिन केंद्र ने १७ प्रस्तावों को ही मंजूरी दी।
पूर्णिया‚ गोपालगंज और भोजपुर सहित बिहार में १५ जगहों पर एथेनॉल प्लांट लगाने का काम चल रहा है। यहां पर काफी अच्छा काम हुआ है। आज इसकी शुरुआत भी हो गई है। मुजफ्फरपुर जिले में चार जगहों पर एथेनॉल प्लांट लगने हैं‚ जिनमें से एक जगह काम पूरा हो गया और अन्य जगहों पर काम तेजी से आगे बढ रहा है। शेष ११ जगहों पर भी काम किये जा रहे हैं। हमलोग एक–एक चीज को ध्यान में रखते हुए बिहार में विकास के काम कर रहे हैं। सितम्बर २०२२ में भी हमने यहां आकर निर्माणाधीन प्लांट को देखा था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत ऊर्जा डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड का यह एथेनॉल प्लांट २३ एकड में फैला हुआ है‚ जिसकी लागत १५२ करोड रुपये है। हम सैय्यद शाहनवाज हुसैन जी से कहेंगे कि बिहार में एथेनॉल प्लांट की संख्या और अधिक बढाने की कोशिश करें। केंद्र यदि प्लांट की संख्या बढायेगा‚ तो हम आप ही को क्रेडिट देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में अधिक से अधिक उद्योग स्थापित हो‚ इसको लेकर बियाडा की जमीन ८० प्रतिशत रियायत पर उद्यमियों को दी जा रही है। इसके अलावा मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत लोगों को उद्योग लगाने के लिए १० लाख रुपये की आर्थिक मदद राज्य सरकार दे रही है‚ ताकि वे अपना उद्योग स्थापित कर सकें।
इसमें ५ लाख रुपये का अनुदान और ५ लाख रुपये का ब्याजमुक्त ऋण लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है। इसमें सामान्य और पिछडे वर्ग के लोगों को ५ लाख रुपये का अनुदान और मात्र १ प्रतिशत की ब्याज दर पर ५ लाख रुपये का ऋण मुहैया कराया जा रहा है। हर वर्ग की महिलाओं को ५ लाख रुपये का अनुदान एवं ५ लाख रुपये का ब्याजमुक्त ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। वर्ष २०१८ में उद्यमी योजना का लाभ सिर्फ अनुसूचित जाति व जनजाति से जुडे लोगों को मिलता था। वर्ष २०२० में इसे अति पिछडा वर्ग के लिए भी शुरू कर दिया गया। उसके बाद सभी धर्मों और समुदायों से जुडे लोगों को मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का लाभ दिया जाने लगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में महिलाओं को सशक्त एवं आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। जीविका समूह से १ करोड ३० लाख दीदियां जुड गई हैं। लडकियों को पढाने एवं आगे बढाने के लिए साइकिल योजना के साथ–साथ अन्य योजनाएं भी चलायी जा रही हैं। सरकारी सेवाओं में महिलाओं को ३५ प्रतिशत का आरक्षण प्रदान किया गया। बिहार एक गरीब राज्य है‚ लेकिन हमारा आर्थिक विकास दर कई राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा है। बिहार में प्रति व्यक्ति आय ५४ हजार ३८३ रुपये है‚ जबकि देश में १ लाख ५० हजार रुपये है। अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता‚ तो बिहार काफी आगे बढता। इसके लिए भी आप सभी कोशिश करिये‚ ताकि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाये। बिहार को एथेनॉल प्लांट लगाने का अधिक से अधिक मौका मिले‚ इस दिशा में प्रयास करने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत ऊर्जा डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक कोमल सिंह एवं शुभम सिंह आप दोनों को मैं बहुत बधाई देता हूं। आपकी आमदनी बढे‚ ताकि आपसे लोग प्रेरित होकर और अधिक लगन से काम करें। हम लोगों से आग्रह करेंगे कि महिला और पुरुष सभी मिलकर पूरी मुस्तैदी के साथ एकजुट रहते हुए काम करें। आपस में प्रेम एवं सद्भाव कायम रखें। कुछ लोग गडबड करने की कोशिश में लगे रहते हैं। ऐसे लोगों से सतर्क रहें। आप सभी एकजुट होकर काम करेंगे‚ तभी राज्य के साथ–साथ देश भी आगे बढेगा।
जनसभा को बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर‚ वित्त‚ वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी‚ उद्योग मंत्री श्री समीर कुमार महासेठ‚ कला‚ संस्ति एवं युवा विभाग के मंत्री सह मुजफ्फरपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री जितेंद्र कुमार राय‚ विधान पार्षद सह पूर्व उद्योग मंत्री श्री ााहनवाज हुसैन‚ विधान पार्षद श्री दिनेा प्रसाद सिंह‚ भारत उर्जा डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड की निदेाक सुश्री कोमल सिंह ने भी संबोधित किया ।
इस अवसर पर सांसद श्रीमती वीणा देवी‚ विधायक श्री पंकज मिश्रा‚ विधायक श्री राजू सिंह‚ विधायक श्री अरुण सिंह‚ पूर्व मंत्री श्री मनोज कुावाहा‚ मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डव एस सिद्धार्थ‚ उद्योग विभाग के प्रधान सचिव श्री संदीप पौ्ड्रिरक‚ आयुक्त तिरहुत प्रमंडल श्री गोपाल मीणा‚ तिरहुत रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री पंकज सिन्हा‚ मुख्यमंत्री के विोष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह‚ मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी श्री प्रणव कुमार‚ मुजफ्फरपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राकेा कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति‚ वरीय अधिकारी एवं बडी संख्या में आमलोग उपस्थित थे।