सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग से संबंधित नए नियम जारी करते हुए सट्टेबाजी एवं दांव लगाने से संबंधित किसी भी गेम को प्रतिबंधित कर दिया है। सूचना प्रसारण मंत्रालय जल्द सरकार के बारे में इंटरनेट पर ड़ाली गई गलत सूचनाओं का पता लगाने के लिए एक इकाई अधिसूचित करेगा। इसके साथ ही सरकार ने मीडि़या संस्थानों को सट्टेबाजी मंचों के विज्ञापनों को लेकर आगाह किया। इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
चंद्रशेखर ने स्व–नियामक संगठनों (एसआरओ) का एक प्रारूप भी जारी किया। चंद्रशेखर ने कहा‚ ऑनलाइन गेमिंग गतिविधियों से जुड़़े कई एसआरओ बनाए जाएंगे जिनमें सभी हितधारकों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। हालांकि‚ इनमें सिर्फ उद्योग के ही प्रतिनिधि नहीं होंगे। उन्होंने कहा‚ हम एक ऐसा ढांचा खड़़ा कर रहे हैं जो यह तय करेगा कि किस ऑनलाइन गेम को एसआरओ की तरफ से अनुमति दी जा सकती है। एसआरओ भी कई संख्या में होंगे। ऑनलाइन गेम को मंजूरी देने का फैसला इस बात को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा कि उस गेम में किसी तरह से दांव या बाजी लगाने की प्रवृत्ति तो शामिल नहीं है। अगर एसआरओ को यह पता चलता है कि किसी ऑनलाइन गेम में दांव लगाया जाता है तो वह उसे मंजूरी नहीं देगा। सरकार ने आईटी नियम २०२१ के अंतर्गत ऑनलाइन गेमिंग के लिए नियम अधिसूचित किए हैं। वास्तविक धन में होने वाले जुए संबंधित किसी भी ऑनलाइन गेम को संचालित होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। धन जुटाने वाले ऑनलाइन गेम्स को केवाईसी नियमों का पालन करना होगा।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री चंद्रशेखर ने कहा‚ सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक एवं आईटी मंत्रालय के माध्यम से एक इकाई अधिसूचित करने का फैसला किया है। यह संगठन ऑनलाइन मंचों पर ड़ाली गई सभी सूचनाओं के तथ्यों की जांच करेगा। चंद्रशेखर ने कहा‚ निजी कंपनियों ने एसआरओ के लिए मसौदा दाखिल किया है‚ जिसपर उनसे चर्चा की जाएगी। सरकार एसआरओ सूचीबद्ध करेगी। यह एक स्वतंत्र इकाई होगी। हम तीन एसआरओ के साथ शुरुआत कर रहे हैं। अगर ज्यादा की जरूरत होगी तो हम वह भी करेंगे।
ऑनलाइन सट्टेबाजी के विज्ञापन को लेकर अखबारों‚ मीडि़या संस्थानों को चेतावनी॥ मुख्यधारा के अंग्रेजी और हिंदी अखबारों में सट्टेबाजी मंचों के विज्ञापन सामग्री प्रकाशित होने के कुछ दिन बाद सरकार ने मीडि़या संस्थानों को परामर्श जारी किया है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सट्टेबाजी की पेशकश करने वाली वेबसाइट के विज्ञापनों और प्रचार सामग्री को प्रकाशित करने के हालिया उदाहरणों को लेकर कड़़ा ऐतराज जताया है।
मंत्रालय ने एक परामर्श में मीडि़या संस्थानों‚ मीडि़या मंचों और ऑनलाइन विज्ञापन बिचौलियों को सट्टेबाजी मंचों के विज्ञापन या प्रचार सामग्री से परहेज करने की सलाह दी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि अखबारों‚ टीवी चैनल और ऑनलाइन समाचार प्रकाशकों सहित सभी मीडि़या माध्यमों को सलाह जारी की गई है और ऐसे विशिष्ट उदाहरण पेश किए गए हैं‚ जहां हाल के दिनों में मीडि़या में इस तरह के विज्ञापन दिखाई दिए हैं।