बिहार के सासाराम और नालंदा में हुई हिंसा को लेकर सदन में आज जोरदार हंगामा हुआ। बीजेपी ने सदन के अंदर और बाहर जोरदार विरोध किया। भाजपा विधायकों ने वेल में आकर प्रदर्शन किया। कुर्सी उठाकर भी पटकी गई। जिसके बाद महज 16 मिनट में सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
बीजेपी ने सांप्रदायिक हिंसा को शर्मनाक बताया। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि ये प्रशासनिक लापरवाही है या सरकार से बिहार संभल नहीं रहा। बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के जैसा बिहार में भी एनकाउंटर की मांग की है। कहा कि यह सब साजिश के तहत हुआ है।
इधर RJD विधायक और मंत्री भाई वीरेंद्र ने बीजेपी पर बिहार में माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया है।
विजय सिन्हा ने सदन में सवाल उठाया कि थाना प्रभारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। सरकार पहले से सजग क्यों नहीं थी। तजिया पर कोई पत्थर नहीं फेंकता, रामनवमी पर पत्थर फेंका जा रहा है। अल्पसंख्यक समाज के तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है।
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने नालंदा और सासाराम में हुई हिंसा को लेकर न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की है। नेता विरोधी दल विजय सिन्हा ने कहा कि सरकार विफल हो गई है। सरकार के संरक्षण में सब कुछ हुआ है। लोगों की संपत्ति जलाए गए हैं। लेकिन, सरकार अभी भी मूकदर्शक बनी हुई है। उन्होंने पूरे मामले में न्यायिक जांच की मांग की है।
वहीं माले के विधायकों का कहना है कि विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस के लोग माहौल बिगाड़ रहे हैं। जिस पर भाजपा विधायक हरिभूषण बचौल ने कहा कि अगर ऐसा है तो सरकार क्या कर रही है। कदम क्यों नहीं उठाती है।
बीजेपी ने की NIA जांच की मांग
बिहार बीजेपी के विधायकों ने कहा कि इस मामले की जांच एनआईए से होनी चाहिए। बीजेपी विधायकों ने हाथ में तख्ते लेकर प्रदर्शन किया है। भाजपा का आरोप है कि अगर अमित शाह वहां जाते तो पीड़ित परिवार से मिलते। देश के गृह मंत्री हैं। घटना को भी जानते हैं। सभा भी करते। लेकिन, सच्चाई सामने ना आए इसलिए धारा 144 लगाई गई।
गृह मंत्री की ऐसी भाषा नहीं होनी चाहिए- विजय चौधरी
मंत्री विजय चौधरी ने अमित शाह पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि उन्हें राज्य सरकार से बात करनी चाहिए थी। लेकिन, उन्होंने नीचा दिखाया है। राज्य सरकार और प्रशासन की महत्ता को कम करने की कोशिश की गई है। अमित शाह ने अपनी गलत कार्यशैली पेश की है। हमलोग उम्मीद कर रहे थे कि कुछ सार्थक बोलेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया है। सस्ती लोकप्रियता बटोरने के लिए क्या-क्या नहीं बोले। उल्टा लटका देंगे.. हम लोग नीतीश मॉडल में विश्वास करते हैं। भाजपा के नेता अपनी भाषायी मर्यादा भूल गए हैं। वो बेचैन हैं पता नहीं क्यों, लेकिन गृह मंत्री की ये भाषा नहीं होती है।
साथ ही बीजेपी विधायकों पर हमला बोलते हुए कहा कि NIA जांच की क्या जरूरत है। जांच हो रही है। हिंसा फैली नहीं है। हिंसा फैलाने की कोशिश की गई। कुछ उपद्रवी लोग इसमें शामिल हैं। बहुत जल्द हिंसा के सभी अपराधी पकड़े जाएंगे।
2 दिन की बैठक और
बजट सत्र के दौरान बिहार विधानसभा में अंतिम 2 दिनों की बैठक और होनी है। सोमवार को बिहार विधान सभा में प्रश्नोत्तर काल में अल्प सूचित, तारांकित और शून्य काल के प्रश्न लिए जाएंगे। इसके बाद शिक्षा विभाग, विधि विभाग, स्वास्थ्य विभाग और समाज कल्याण विभाग के ध्यानाकर्षण के सवाल पर सरकार का जवाब होगा। इस दौरान सभा के समक्ष कोई प्रतिवेदन रखा जाना होगा तो वह रखा जाएगा।
सदन में प्रस्ताव रखा जाएगा
वहीं, बिहार विधानसभा की दूसरी पाली में ‘आधारभूत संरचना विकास सामर्थ्य कारी संशोधन विधेयक 2023’ को उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ सदन के सामने प्रस्ताव के लिए रखेंगे। उद्योग मंत्री इस विधेयक को लेकर सदन से स्वीकृति प्राप्त करेंगे। सदन इसे बहुमत के साथ स्वीकार करेगा। इसे विधायक के रूप में पारित किया जाएगा।