राहुल गांधी की संसद की सदस्यता खत्म हो चुकी है। अब बीजेपी विरोधी विपक्षी दलों के अलग अलग नेताओं को लगता है कि 2024 में वे प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर उभर सकते हैं। बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी को कोर्ट से सजा सुनाए जाने के बाद विपक्षी दलों के नेता कि इस बात पर खुश है कि अब वह प्रधानमंत्री के रेस में आ सकते हैं। इसलिए सभी विपक्षी दलों के नेता पीएम मोदी पर ही निशाना साधा रहे हैं। नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड भी इससे अछूती नहीं है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने फिर पीएम मोदी को टारगेट किया है। हालांकि बीजेपी की ओर से उन्हें करारा जवाब भी दिया गया है।
जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ललन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि 2013 के अपने भाषण को स्मरण करने की कृपा करें। ‘क्या आप आज महंगाई का “म” शब्द बोल रहे हैं? ललन सिंह ने यह भी कहा कि क्या नरेंद्र मोदी आज देश की जनता को चुनाव में वोट देने के पहले गैस सिलेंडर को प्रणाम करने की अपील करेंगे? क्या देश की जनता को यह भी बताने की कृपा करेंगे कि आप जब प्रधानमंत्री के पद पर आसीन हुए थे तब गैस के सिलेंडर की क्या कीमत थी और आज क्या है? क्या आपने यह जानने का प्रयास किया है कि उज्ज्वला योजना में बांटे गए कितने गैस सिलेंडर आज गरीबों के घरों में जल रहा है या कोने में पड़ा है?’ जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि ‘देश की जनता सब देख रही है, अब भावनाओं में भड़कने वाली नहीं है, अब जुमलेबाजी में विश्वास नहीं करेगी। 2024 में भाजपा मुक्त भारत होगा।’
ललन सिंह को बीजेपी ने ऐसे दिया जवाब
जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष के गरीबों को दिए गए मुफ्त गैस सिलेंडर यानी उज्जवला योजना पर उठाए गए सवाल पर बीजेपी ने ललन सिंह को नसीहत दी है। बीजेपी के पूर्व विधायक और प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि ललन सिंह को वातानुकूलित कमरे से बाहर निकलकर उन गरीबों के घरों में जाकर देखना चाहिए, जिन्हें उज्जवला योजना का लाभ मिला है। बीजेपी ने कहा कि ललन सिंह जब लाभार्थी के घर जाकर एसी कमरे में जाकर पूछे जाने वाले सवाल वहां करेंगे तो उन्हें बढ़िया से जवाब मिल जाएगा। प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जिन योजना की पूरे दुनिया में तारीफ हो रही है, ललन सिंह एकमात्र ऐसे नेता है जिन्हें इसमें कमी नजर आ रही है। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि यह जदयू के हताशा को बताता है कि जनाधार खिसकने के बाद नीतीश कुमार की पार्टी का क्या हाल हो गया है।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ देश में करीब 10 करोड़ परिवार उठा रहे हैं। प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना काल में केंद्र सरकार की ओर से सभी लाभार्थियों को 3 महीने तक मुफ्त गैस सिलेंडर देने का भी काम किया गया और केंद्र की मोदी सरकार की नई योजना के अनुसार अब साल में लाभार्थियों को मुफ्त में दो गैस सिलेंडर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा उज्जवला योजना के लाभार्थियों को गैस सिलेंडर पर सब्सिडी भी दी जाती है।
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला इसलिए कर रहे हैं ताकि वह राष्ट्रीय जनता दल के नजर में दोषी करार न दिए जा सकें। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि यह सभी जानते हैं कि चारा घोटाला का मामला हो या फिर आईआरसीटीसी और जमीन के बदले नौकरी का मामला हो। लालू परिवार के किए गए ऐसे भ्रष्टाचार के खिलाफ सारे सबूत जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने ही CBI और ED को उपलब्ध कराए हैं। अब जब लालू परिवार उनके ही उपलब्ध कराए गए सबूतों के आधार पर भ्रष्टाचार के नए मामले में फंस गए तो ललन सिंह को डर लगने लगा है। क्योंकि वर्तमान में वे लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के साथ मिलकर ही बिहार में सरकार का संचालन कर रहे हैं। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि अब तो ललन सिंह को यह जवाब देना चाहिए कि उन्होंने लालू परिवार के खिलाफ जो सबूत सीबीआई और ईडी को उपलब्ध कराए थे वह सही हैं या गलत ?
बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने यह भी कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी 2019 से ज्यादा यानी 350 सीट से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी और NDA यानी सहयोगी के साथ मिलकर 400 से अधिक सीटें जीतने का काम करेगी। दूसरी तरफ 2024 राष्ट्रीय जनता दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के हश्र 2014 लोकसभा चुनाव की तरह ही होगा। इसके अलावा 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में जेडीयू का सफाया हो जाएगा, यानी 2025 में बिहार जेडीयू मुक्त हो जाएगा। बीजेपी प्रवक्ता ने दावा किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बिहार में 2019 के चुनाव की तरह परिणाम हासिल होगा। यानी बिहार में 40 में से कम से कम 39 सीटों पर एनडीए के उम्मीदवारों की जीत होगी।