राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा बिहार में विरासत बचाओ नमन यात्रा निकालेंगे। 28 फरवरी से चंपारण के भीतिहारवा से इस यात्रा की शुरुआत होगी। ये यात्रा दो चरणों में होगी। पहला चरण 28 फरवरी से 6 मार्च तक होगा।
इसमें मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया से छपरा और सीवान जाएंगे। होली के बाद दूसरे चरण की शुरुआत 15 मार्च से होगी। यात्रा का समापन 20 मार्च को पटना, नालंदा, शेखपुरा, भागलपुर, जमुई, औरंगाबाद होते हुए अरवल में जगदेव बाबू के गांव में होगा। इस दौरान अलग-अलग जगहों पर सभा का आयोजन किया जाएगा। बुधवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उपेंद्र कुशवाहा ने ये जानकारी दी।
नीतीश कुमार की राजनीतिक दुर्दशा से मन व्यथित
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीतिक दुदर्शा देखकर मन व्यथित हो जाता है जब सीएम होते हुए उन्हें अपने मंत्रिमंडल के साथी (तेजस्वी यादव ) के लिए कार्यक्रम में ढ़ाई घंटे तक का इंतजार करना पड़ता है। उनका इशारा मंगलवार को बापू सभापगार में आयोजित किसान समागम की ओर था जिसमें तेजस्वी यादव ढ़ाई घंटे देर से आए थे।
ललन सिंह को बयान वापस क्यों लेना पड़ा, तेजस्वी की सिर्फ ताजपोशी बाकी
उन्होंने कहा कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को तेजस्वी पर दिया बयान वापस लेना पड़ा। अगर जेडीयू और आरजेडी के बीच डील नहीं हुई होती तो ललन सिंह को बयान वापस लेने की जरूरत नहीं पड़ती।
तेजस्वी यादव के सीएम बनने की जल्दबाजी नहीं है वाले बयान पर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि यह सीखी बुद्धि का खेल है जिसमें पकड़-पकड़ और छोड़-छोड़ किया जा रहा है। आरजेडी के विधायक विजय मंडल कहते हैं कि मार्च में तेजस्वी की ताजपोशी सीएम के रुप में हो जाएगी और तेजस्वी कहते हैं कि उन्हें जल्दबाजी नहीं है। कुशवाहा ने कहा कि सिर्फ ताजपोशी की देरी है। बाकी सब हो चुका है।
यात्रा का प्रथम चरण
28 फरवरी- बापू आश्रम- भितिहवा, पं. चंपारण 1 मार्च – शहीद जुब्बा सहनी स्मारक- मीनापुर, मुजफ्फरपुर 2 मार्च – शहीद रामफल मंडल स्मारक- बाजपट्टी, सीतामढ़ी 2 मार्च- बापू सूरज नारायण सिंह स्मारक- नरपतनगर, मधुबनी 3 मार्च- फणीश्वरनाथ रेणु स्मारक- औराही, हिंगना, अररिया 4 मार्च- बी.पी. मंडल स्मारक- मधेपुरा 5 मार्च- जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मारक- कर्पूरी ग्राम, समस्तीपुर 6 मार्च- जगलाल चौधरी स्मारक- गड़खा, सारण 6 मार्च- शहीद चंद्रशेखर उर्फ चंदू जी स्मारक- सीवान
दूसरा चरण
15 मार्च- लाल सिंह त्यागी स्मारक- एकंगरसराय, नालंदा 15 मार्च- गुरु सहाय लाल स्मारक- बिहार शरीफ, नालंदा 15 मार्च- डॉ. श्री कृष्ण सिंह स्मारक, बरबीघा, शेखपुरा 16 मार्च- वीर शहीद तिलकामांझी स्मारक, भागलपुर 17 मार्च- जेपी आश्रम- शेखोदौरा, नवादा 17 मार्च- पर्वतपुरुष दशरथ मांझी स्मारक- गहलौड़ घाटी गया 18 मार्च- डॉ. अब्दुल क्यूब अंसारी स्मृति कार्यक्रम- डेहरी ओन सोन, रोहतास 18 मार्च – शहीद निशांत सिंह स्मारक- सासाराम, रोहतास 19 मार्च- बाबू वीर कुंवर सिंह स्मारक- जगदीशपुर, भोजपुर 19 मार्च- बाबू जगजीवन राम स्मारक- चंदवारा, भोजपुर 20 मार्च- शहीद जगदेव प्रसाद जी स्मारक- कुर्थी, अरवल
2 दिन पहले ही JDU से इस्तीफा दिया था
अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का साथ छोड़ दिया था। कुशवाहा ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और JDU से इस्तीफे के साथ अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल का ऐलान किया। वे इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष भी होंगे।
18 साल में ये तीसरी बार है, जब उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश का साथ छोड़ा है। इससे पहले उन्होंने 2005 और 2013 में नीतीश का साथ छोड़ा था। कुशवाहा ने नीतीश से अलग होने के बाद 2013 में नई पार्टी बनाई थी। ये दूसरी बार है जब उन्होंने नई पार्टी का ऐलान किया।
मीडिया से बातचीत में कुशवाहा ने कहा- नीतीश के साथ शुरुआत अच्छी थी, लेकिन अंत बुरा। जमीर बेचकर हम अमीर नहीं बन सकते। नीतीश जी जिस रास्ते पर चल रहे हैं, वो पार्टी के लिए सही नहीं है। वे पड़ोस के घर में अपना वारिस ढूंढ रहे हैं। कुशवाहा का इशारा अगले विधानसभा में CM पद के चेहरे को लेकर था।