राजधानी दिल्ली को आज अपना नया मेयर मिल गया है. आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार डॉ. शैली ओबेरॉय को दिल्ली का नया महापौर चुन लिया गया है. लंबे इंतजार के बाद आखिरकार एमसीडी चुनाव के ढाई महीने बाद दिल्ली को अपना नया मेयर मिला है. इसको लेकर काफी समय से आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच खींचतान चल रही थी. बुधवार को चुनावी प्रक्रिया के जरिए डॉ. शैली ओबेरॉय को मेयर चुन लिया गया है. आम आदमी पार्टी की पार्षद शैली ओबरॉय ने मेयर पद का चुनाव जीतकर विक्ट्री साइन भी दिखाया। शैली ओबरॉय को 150 जबकि, भाजपा की रेखा गुप्ता 116 वोट मिले हैं.
दरअसल इससे पहले भी तीन बार मेयर चुनाव को लेकर प्रयास किए गए हैं, लेकिन मेयर का चुनाव करने में हर बार ये प्रयास असफल रहे हैं. अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एक बार फिर बैठक के साथ चुनाव प्रक्रिया जारी है. इससे पहले दिल्ली उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने निगम सदन की बैठक बुलाने के लिए मंजूरी दी थी. इसी के तहत 22 फरवरी बुधवार को दिल्ली के मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के 6 सदस्यों का चयन किया गया.
आम आदमी पार्टी के सदस्य शालीन मित्रा ने डॉ. शैली को नया मेयर चुने जाने को लेकर बधाई दी. उन्होंने कहा कि, दिल्ली की जनता विकास चाहती है और हम सभी का मानना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में राष्ट्रीय राजधानी रहने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक होगी. बता दें कि शैली ओबेरॉय ईस्ट पटेल नगर वार्ड से पार्षद हैं. वहीं आम आदमी पार्टी ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर चुनाव जीतने की खुशी जाहिर की.
कौन है डॉ. शैली ओबेरॉय
आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार डॉ. शैली ओबेरॉय दिल्ली की पटेल नगर विधानसभा के वार्ड नंबर 86 से पार्षद हैं. पेशे से शैली एक प्रोफेसर हैं. 39 वर्षीय शैली ने पीएचडी तक अपनी पढ़ाई की है. जबकि, इस बार ही वो पहली बार पार्षद भी चुनी गई हैं. शैली ओबेरॉय अपने प्रतिद्वंदी से सिर्फ 269 वोटों से ही चुनाव जीती थीं. उन्होंने भाजपा उम्मीदवार दीपाली कपूर को हराया था.
90 मिनट तक हुई वोटिंग
दिल्ली मेयर चुनाव के लिए वोटिंग प्रक्रिया करीब 11 बजे बैठक हुई. बैठक खत्म होने के बाद मेयर पद के चुनाव प्रक्रिया शुरू की गई है. बताया जा रहा है कि, ये प्रक्रिया करीब 90 मिनट तक चलना थी. लेकिन इसमें थोड़ा ज्यादा वक्त लगा. मतदान के लिए दो बूथ बनाए गए थे. इस दौरान तमाम दलों के सांसदों और विधायकों ने बारी-बारी से अपना मताधिकार का इस्तेमाल किया. हालांकि इस दौरान कांग्रेस ने प्रक्रिया में शामिल होने से ही इनकार कर दिया.
ये था जादुई आंकड़ा
दिल्ली के मेयर चुने जाने का जादुई आंकड़ा 138 है. आम आदमी पार्टी के पास 151 पार्षद हैं, जिनमें से 134 चुने हुए हैं. 13 विधायक, 3 सांसद और निर्दलीय पार्षद सपोर्ट में हैं, जबकि BJP के पक्ष में 112 पार्षद हैं, जिनमें 104 चुने हुए पार्षद. वहीं 7 सांसद और 1 विधायक हैं. मेयर बनाने के लिए 138 वोट की जरूरत थी.