तुर्की (Turkey) इस समय भीषण संकट से जूझ रहा है. तुर्की और पड़ोसी देश सीरिया में आए 7.8 की तीव्रता के जोरदार भूकंप (Earthquake) ने 4300 से अधिक लोगों की जान ले ली है. द गार्डियन के अनुसार तुर्की में मौत की संख्या 2921 पहुंच गई है. वहीं भूकंप के जोरदार झटके से हजारों इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा है. कई इमारतों के ध्वस्त होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. माना जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. क्योंकि राहत और बचाव में लगे बचावकर्मी अभी भी प्रभावित क्षेत्रों से मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं.
तुर्की-सीरिया में विनाशकारी भूकंप से मृतकों की संख्या 4,300 के पार, तुर्की में फिर से डोली धरती
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप ने बड़ी तबाही मचाई है। भूकंप से अबतक कम से कम 4,300 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है। चारों तरफ मलबा ही मलबा नजर आ रहा है, मलबे से लोगों को निकाला जा रहा है। मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। राहत और बचाव कार्य भी जारी है। मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार की सुबह फिर से तुर्की में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 5.6 बताई जा रही है। बता दें कि 24 घंटे के भीतर भूकंप के चार बड़े झटके आए। भूकंप की तीव्रता क्रमशः 7.8, 7.6, 6.0 और 5.6 बताई गई है। विनाशकारी भूकंप से अब तक मरने वालों की कुल संख्या 4,300 से अधिक बताई जा रही है। संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी का कहना है, ‘ज़रूरतमंद लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है और संकट गहराता जा रहा है।’
अंतर्राष्ट्रीय बचाव मिशन की टीम राहत-बचाव में जुटी है
अंतर्राष्ट्रीय बचाव मिशन की टीम विनाशकारी भूकंप से मची तबाही वाले दोनों देशों में पहुंची हैं और मंगलवार को जीवित बचे लोगों की खोज कर रही हैं। कठिन परिस्थितियों और ठंड के बीच तुर्की और सीरिया में रात राहत और बचाव कार्य जारी रहा। बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि हताहतों की संख्या 20,000 से अधिक हो सकती है। भूकंप से बड़ी तबाही हुई है।
तुर्किये और सीरिया में मंगलवार को फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। एक दिन पहले आए 3 बड़े झटकों के बाद दोनों देशों के कई शहर तबाह हो गए हैं। 24 घंटे बाद भी यहां लाशें मिलने का सिलसिला जारी है। अभी भी बड़ी-बड़ी बिल्डिंग्स के कई टन मलबे के नीचे जिंदगियां तलाशी जा रही हैं। बच्चे, बूढ़े, महिलाएं, जो मिल रहे हैं, उनकी हालात देख रेस्क्यू टीम के हाथ कांप रहे हैं। किसी के जिंदा होने की खबर मिलते ही उसे बचाने को कोशिशें और बैचेनी बढ़ जाती है।
तुर्किये के सानलिउर्फा प्रांत में ऐसा ही वाक्य देखने को मिला, जब एक महिला को 22 घंटे बाद जिंदा बाहर निकाला गया। रेस्क्यू टीम को ये महिला बेहोश हालात में मिली। उधर सीरिया के अलेप्पो में भी लोगों को बिल्डिंग्स की छतें काटकर निकाला जा रहा है। ऐसा मंजर दोनों देशों के कई शहरों में है।
2 तस्वीरों में समझिए, वहां के हालात को…
तुर्किये और सीरिया में ये तबाही 3 बड़े भूकंपों के बाद आई। पहला तुर्किये के वक्त के मुताबिक, सोमवार सुबह करीब चार बजे (7.8), दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0) आया। इसके अलावा 243 आफ्टर शॉक्स दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 4 से 5 रही।
दोनों देशों में 4,300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। तुर्किये में 2,921 लोगों की जान जा चुकी है और 15 हजार से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। वहीं, सीरिया में 1,444 लोग मारे गए और 2 हजार से ज्यादा जख्मी हैं।
तुर्किये के 10 प्रांतों में तबाही, तो सीरिया का अलेप्पो शहर तबाह
तुर्किये के 10 से ज्यादा प्रांतों में भारी तबाही हुई है। यहां 6,217 से ज्यादा इमारतें धराशायी हो गई हैं। सीरिया में भी भूकंप की वजह से ऐसे ही हालात हैं। यहां भूकंप प्रभावित कई इलाके बशर अल असाद की सरकार और विद्रोहियों के कब्जे में हैं, जिसकी वजह तबाही का सटीक आंकड़ा मिलना मुश्किल हो रहा है।
सीरियाई सरकार की एजेंसी सना ने बताया है कि अलेप्पो शहर में कई ऐतिहासिक इमारतों को नुकसान पहुंचा है। UN के प्रवक्ता के स्टीफन दुजारिक के मुताबिक नॉर्थ वेस्ट सीरिया में 224 इमारतें गिरी हैं और 325 को काफी नुकसान पहुंचा है।
आज के बड़े अपडेट्स
- तुर्की में मंगलवार सुबह 8.53 पर फिर भूकंप आया। इसका एपिसेंटर अंकारा प्रांत के मध्य एंटोलिया था।
- तुर्किये में सरकार ने 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।
- भारतीय एयरफोर्स का C-17 विमान मदद लेकर तुर्की रवाना। सरकार ने NDRF की 2 टीमें वहां भेजने का फैसला किया है। इसके अलावा, राहत साम्रगी और डॉक्टरों की टीम को भी तुर्की में भेजा गया है।
- तुर्किये के वाइस प्रेसिडेंट फुआत ओक्ते ने बताया कि 10 शहरों में इमरजेंसी और रेड अलर्ट जारी किया गया है। सभी स्कूल-कॉलेज एक हफ्ते बंद रहेंगे। फिलहाल, 200 फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं।
- तुर्किये में 16 हजार से ज्यादा बचाव कर्मियों को प्रभावित इलाके में भेजा जा चुका है।
- सीरिया के उत्तर पश्चिमी इलाके में जेल में कैद ISIL के 20 आतंकी भूकंप का फायदा उठाकर भाग गए। लगभग 2,000 कैदी तुर्किये के बॉर्डर पर राजो कस्बे की जेल में कैद थे। जैसे भी भूकंप आया इन कैदियों ने भागने की कोशिश की। रोके जाने पर इन्होंने जेल में विद्रोह कर दिया था।
कड़ाके की ठंड से बचाव कार्य प्रभावित, तापमान माइनस में
UN ने कहा है कि बर्फबारी और बारिश के कारण भूकंप से प्रभावित दोनों ही देशों में बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है। इमरजेंसी सर्विसेज की टीमों को रेस्क्यू में काफी दिक्कत हो रही है। तुर्किये के हताय प्रांत में एक आदमी ने रोते हुए रॉयटर्स को बताया कि इमारतों के ढेर में दबे लोग जान बचाने के लिए चीख रहे हैं। भूख, चोट और कड़ाके की ठंड से परेशान हैं।
वहीं, सीरिया में बचाव कार्यों में लगी व्हाइट हेलमेट्स की टीम के सदस्य रायद अल सालेह ने बताया कि जगह-जगह दबे लोगों को बचाने का काम वक्त के खिलाफ रेस की तरह लग रहा है।
अब देखिए तुर्किये के दूसरे दिन के फोटो…
सीरिया के दूसरे दिन के फोटो…
2017 में आया था क्रॉस-बॉर्डर भूकंप
2017 में ईरान-इराक में क्रॉस-बॉर्डर भूकंप आया था। इराक के कुर्दिश शहर हलाबजा से इरान के कर्मानशाह प्रांत में झटके महसूस किए गए थे। इसमें 630 लोगों की मौत हुई थी। 8 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने देश में सात दिन के लिए राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एर्दोआन को फोन कर तुर्की में भीषण भूकंप से जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. इसके अलावा व्हाइट हाउस ने कहा कि वह तुर्की के प्रयासों में मदद के वास्ते खोज एवं बचाव दल भेज रहा है.